
उत्तराखण्डः 07 अप्रैल . 2025, देहरादून स्थित ऋषिकेश में उत्तराखण्ड के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), ऋषिकेश भारत के उत्तराखंड में स्थित एक चिकित्सा महाविद्यालय और अस्पताल है. यह स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीन आता है. यह भारत के राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों में से एक है।
वही जिसमें ऋषिकेश (एम्स ) की निदेशक डॉ मीनू सिंह को पत्रकारों से पहरेज है, निदेशक से मिलने के लिए गए पत्रकारों को डॉ मीनू सिंह से मिलने गए पत्रकारों को उनके स्टॉफ द्वारा बैरंग ही लौटा दिया गया। वही, जिससे पत्रकारों मे भारी रोष व्याप्त है।
मिली जानकारी के अनुसार, ऑल इंडिया स्माल न्यूज़ पेपर्स एसोसिएशन (आइसना) उत्तराखण्ड के प्रदेश महासचिव सोमपाल सिंह के नेतृत्व मे पत्रकारों का एक प्रतिनिधि मंडल डॉ मीनू सिंह से मिलने ऋषिकेश एम्स अस्पताल मे मिलने गया था। जिसके लिए अस्पताल के (PRO) जनसम्पर्क अधिकारी/विभाग में संबंधित कर्मी से मिलने के उपरांत वह निदेशक कार्यालय मे भेजा गया। जहाँ पर सुरक्षा कर्मियों द्वारा इसकी सूचना डॉ मीनू सिंह के स्टॉफ को दी, स्टॉफ द्वारा बताया गया कि डॉ मीनू सिंह मीटिंग मे व्यस्त है, निदेशक कार्यालय के बहार घंटो इंतजार करने के बाद पत्रकारों का प्रतिनिधि मंडल वापस लौट गया।जबकि यह पत्रकारो ने एम्स निदेशक का प्रोटोकाल का पालन किया।
जिसको लेकर पत्रकारों मे भारी रोष व्याप्त है, वही दूसरी ओर आइसना के महासचिव सोमपाल सिंह ने बताया कि उनका इलाज पिछले दो वर्षो से ऋषिकेश एम्स मे चल रहा है। और वहा पर आम लोगो को एम्स मे होने वाले परेशानी को उन्होंने बहुत करीब से देखा है। और महसूस किया है, और वहा पर पत्रकार हो यह आम आदमी सभी को जन समस्याओं से दो चार होना पड़ता है।यही नहीं उन्होंने सिस्टम पर गंभीर सवाल भी खड़े किए।
इसी को लेकर आइसना का एक प्रतिनिधि मंडल एक ज्ञापन देने डॉ मीनू सिंह से मिलने गया था, लेकिन पत्रकार संगठन को भी एम्स प्रशासन द्वारा महत्व न देने को लेकर आइसना की प्रदेश इकाई ने एम्स की खबरों के बहिष्कार का निर्णय लिया है। आइसना प्रतिनिधि मंडल मे धीरज पाल सिंह, अफ़रोज खान, अशोक रावत, प्रज्ञा सिंह, आदि सेकड़ो पत्रकार शामिल थे।
( खबर ब्यूरो चीफ विशाल वर्मा भारत बुलेटिनस )