देहरादून/उत्तराखण्ड: 13 Oct.–2023: शुक्रवार को जनपद नैनीताल स्थित जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सफारी की और पर्यटकों के साथ बातचीत भी की। वही मुख्यमंत्री ने गश्त करने वाले फॉरेस्ट कर्मियों के साथ भी चर्चा कर उनका उत्साहवर्द्धन किया। उन्होंने हाथियों को गुड़ एवं चना खिलाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कॉर्बेट वन्यजीव प्रेमियों के लिए रोमांचकारी जंगल सफारी डेस्टिनेशन के रूप में विश्व प्रसिद्ध है।
वही इस मौके पर सीएम मुख्यमंत्री ने कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक डा. धीरज पांडेय से कॉर्बेट टाइगर प्रशासनिक प्रबंध की जानकारी ली। उन्होंने कॉर्बेट से लगे गांवों के लोगों के लिए सामुदायिक रोजगार शुरू करने और उनके द्वारा निर्मित स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर उन्होंने वनभूमि में अतिक्रमण के विरूद्ध की जा रही कार्यवाही की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कॉर्बेट में पर्यटकों को सुविधा उपलब्ध कराने के साथ ही प्रबन्धन देने की आवश्यकता है जिससे पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा वही इससे कॉर्बेट में कारोबार करने वाले कारोबारियों के साथ ही प्रदेश की आर्थिकी मजबूत होगी।
साथ ही उन्होनें कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी भारत के पहले प्रधानमंत्री है जिन्होंने सीमान्त क्षेत्र आदि कैलाश, पार्वती कुण्ड, जागेश्वर धाम का भ्रमण किया। उनकी अगुवाई में बाबा केदारनाथ धाम का चहुमुखी विकास हुआ है। केदारधाम के विकसित होने से पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। साथ ही मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के पिथौरागढ भ्रमण के दौरान राज्य की 4200 करोड़ की योजनाओं का लोकर्पण एवं शिलान्यास करने के लिए आभार व्यक्त किया।
वही उन्होंने कहा कि पिथौरागढ़ में मेडिकल कॉलेज बन रहा है साथ ही पिथौरागढ़ से टनकपुर ऑल वेदर रोड का निर्माण कार्य प्रगति पर है। कुमाऊं के पौराणिक मन्दिरों को मानस खण्ड के अन्तर्गत मन्दिर माला मिशन में जुड़ने से कुमाऊं में पर्यटन कारोबार को एक नया मुकाम मिलेगा।
वही इस दौरान सीएम ने कहा कि कुमाऊं के पौराणिक मन्दिरों व धार्मिक स्थलों को मानस खण्ड मन्दिर माला मिशन से जोड़ा जा रहा है। मानस खण्ड के अन्तर्गत पौराणिक मन्दिरों के विकास से पर्यटकों को आधुनिक सुविधा उपलब्ध होगी, वहीं पर्यटकों की संख्या में बढोत्तरी से प्रदेश की आर्थिकी मजबूत होगी और स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा । उन्होंने कहा कि राज्य में सड़क, रेल एवं हवाई कनेक्टिविटी का तेजी से विस्तार हो रहा है। केदारनाथ धाम के पुननिर्माण कार्य व बद्रीनाथ धाम का मास्टर प्लान के तहत कार्य तेजी से हो रहे है।