
उत्तराखण्डः 29-जनवरी. 2025,बुधवार को देहरादून स्थित देहरादून स्थित करणपुर बाजार लक्ष्मी नारायण मंदिर के सामने वाली गली में एक अवैध गर्ल्स हॉस्टल में छात्रा ने पंखे में चुन्नी के सहारे फंदा लगाकर लटक कर आत्महत्या कर ली थी। इस 26 जनवरी 2025 रविवार को शाम चार बजे के आस पास में पंखे पर फंदे से लटका मिला पूर्व विधायक की बेटी का शव है। बताते है कि गर्ल्स हॉस्टल में पिछले एक सप्ताह से रह रही युवती 22 वर्ष की Deepa ने अपने करनपुर स्थित हॉस्टल के दुसरी मंजिल स्थित कमरे में पंखे में चुन्नी डालकर फांसी लगा ली है । वही इस घटना की जानकारी हॉस्टल मलिक को मिलते ही मोहल्ले में हड़कंप मच गया।वही, करणपुर चौकी पुलिस का कहना है की छात्रा का मोबाइल फोन खंगाला जिसमें प्रेम प्रसंग का मामला भी एक कारण दिखाई दे रहा है। और हॉस्टल मालिक से भी पूछताछ की जा रही है।
बता दें कि दीपा के पिता भीमा मंडावी भाजपा विधायक थे। नौ अप्रैल 2019 में नक्सलियों ने उनकी हत्या कर दी थी। अब दीपा की मृत्यु के बाद से परिवार में कोहराम मचा हुआ है।जिस पर पुलिस ने अपनी जांच में बताया है कि अभी इस छात्रा के आत्महत्या करने का कारण नहीं स्पष्ट हुआ है। इस दौरान जिला अस्पताल देहरादून में मृतिक छात्रा के पोस्टमार्टम के बाद उनके परिजन में से उनकी माता को शव सौंप दिया है।
मिली जानकारी में एसएचओ डालनवाला मनोज मैनवाल ने बताया कि दीपा मंडावी की उम्र करीब 22 वर्ष थी। वह 2022 में देहरादून आई थीं। वर्तमान में बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी कोर्स की तृतीय वर्ष में थीं। वह यहां पर किराये के कमरे में रहती थीं, लेकिन कुछ दिन पहले अपने घर दंतेवाड़ा गई थीं। वहां से आने के बाद करीब एक सप्ताह पहले ही वह करनपुर स्थित पीजी में आकर रहने लगीं। यहां पर दीपा के साथ उनकी सहेली भी रहती थी। उनकी सहेली रविवार शाम करीब चार बजे किसी काम से बाहर गई थी।
वहां से करीब पांच बजे लौटी तो देखा कि दीपा का कमरा अंदर से बंद है। काफी आवाज लगाने पर भी जब कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई तो सहेली ने खिड़की से झांककर देखा। इस दौरान पता चला कि दीपा अंदर पंखे के सहारे फंदे पर लटक रही है। उन्होंने इसकी सूचना पीजी के मालिक को दी। सूत्रो की जानकारी में इसकी सूचना पीजी के मालिक को मिलते है वह कमरे की ओर दौड़ा फिर कमरे केमालिन पीछले दरवाजे अंदर घुसकर फंदे पर लट़की दीपा जबतक वह मर चुकी थी उसने अनन फानन में शव को फंदे उतार दियां। वही सूत्र बताते है की इस मौके पर पहुंची करनपुर पुलिस चौकी इंचार्जं ओमप्रकाश ने शव नीचे उत्तरा देख मकान मलिक पर भड़क गएं।
वही सूत्र बताते है की मकान मलिक ने अपना बचाव व कानून को हाथ में लेने के बारे में अपनी सफाई दे डाली। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। दीपा के कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। सूत्रो की माने तो इस सोसाईट घटना मामले की पुलिस लिपा पोती में लगी है। वही थाना डालन वाला प्रभारी भी इस मामले पर गोल मोल जवाब दे रहे है। वही करनपुर पुलिस चौकी इंचार्ज भी इस पर कुछ सटीक व पुख्ता जानकारी क्यो नही दे रहे हैं। इस क्षेत्र की जनता सवाल कर रही है। स्थानीय लोगो का कहना है कि कही पुलिस मकान मलिक को बचा तो नही रही है। साथ ही करपुर क्षेत्र की संकरी गलीयों में अवैध रूप से चल रहे धड़ल्ले से हॉस्टल एवं किराए पर कमरा देने का धंधा!