देहरादून

यार्ड तक लोकोमोटिव रोलिंग का संचालन सफलतापूर्वक पूर्ण

ऋषिकेश, 7 अप्रैल। आरके विश्नोई, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, टीएचडीसीआईएल ने अवगत कराया कि टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने 1320 मेगावाट के खुर्जा एसटीपीपी की कमीशनिंग की दिशा में आज एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है, जिसके अतंर्गत डाँवर रेलवे स्टेशन से टीएचडीसी के संयंत्र यार्ड (वेगन ट्रिपलर क्षेत्र) तक रेलवे साइडिंग (डाउनलाइन) पर रेल इंजन चलाया गया। श्री विश्नोई ने खुर्जा की टीम को बधाई देते हुए कहा कि उनके अथक प्रयासों से रेलवे साइडिंग कार्य, भूमि अधिग्रहण, विनिर्माण और पी-वे गतिविधियां रिकॉर्ड समयबद्ध तरीके से पूरी की गई हैं। श्री भूपेन्द्र गुप्ता, निदेशक (तकनीकी), टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड, इस अवसर पर वर्चुअली उपस्थित रहे। श्री विश्नोई ने आगे कहा कि यह उपलब्धि इस संयंत्र में कोयले की आवश्यकता के समय से पहले ही उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज मंडल के साथ घनिष्ठ समन्वय के साथ हासिल कर ली गई है। इससे यूनिट-1 के संचालन के लिए प्रतिदिन 7500 मीट्रिक टन कोयले की डिलीवरी सुनिश्चित होगी। आज संचालित की गई लोकोमोटिव रोलिंग गतिविधि थर्मल पावर प्लांट के कुशल संचालन के लिए अनिवार्य है। ये लोकोमोटिव संयंत्र तक कोयला पहुंचाकर, इष्टतम इन्वेंट्री स्तर बनाए रखते हुए और उत्पादन कार्यक्रम में व्यवधानों को दूर कर स्थिर आपूर्ति श्रृंखला सुनिश्चित करेंगे। यह उपलब्धि अमेलिया कोयला खदानों से कोल रेक्स को डाँवर स्टेशन के माध्यम से खुर्जा एसटीपीपी तक प्राप्त करने की दिशा में पहला कदम है। श्री शैलेन्द्र सिंह, निदेशक (कार्मिक) और श्री भूपेन्द्र गुप्ता, निदेशक (तकनीकी), टीएचडीसीआईएल ने खुर्जा में टीएचडीसीआईएल अधिकारियों की टीम को उत्साह के साथ बधाई दी और कहा कि टीएचडीसीआईएल के अधिकारी ऊर्जा क्षेत्र में नए मानक स्थापित करने के लिए जाने जाते हैं और यह उपलब्धि उनकी क्षमताओं में नई उड़ान का कार्य करेगी। वैगन टिपलर क्षेत्र में उपस्थित लोगों द्वारा इंजन चालकों और लोको-पायलट टीम की बहुत प्रशंसा की गई। इस अवसर पर टीएचडीसीआईएल के श्री कुमार शरद, कार्यपालक निदेशक (परियोजना), श्री विजय कुमार, अपर महाप्रबंधक(सीएचपी एवं रेलवे साइडिंग), श्री ओमबीर सिंह, अपर महाप्रबंधक (राइट्स) एवं एनटीपीसी, राइट्स और भारतीय रेलवे के अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। श्री विश्नोई ने भारतीय रेलवे, राइट्स, आईएससी-सीएमआईपीएल (जेवी) को उनके निरंतर प्रयासों और सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।

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