टनल में फंसी कई जिंदगियों को बचाने के लिए बचाव कार्य जारी!
देहरादून/उत्तराखण्ड: 13 Nov.–2023: सोमवार को जनपद उत्तरकाशी स्थित सिलक्यारा टनल में फंसी जिंदगियों को बचाने के लिए जो राहत और बचाव कार्य किया जा रहा है उसमें सबसे बड़ी बाधा पहाड़ से लगातार सुरंग में आने वाला मलवा बना हुआ है। रेस्क्यू टीम जितना मलवा निकालकर आगे बढ़ने की कोशिश करती है उससे अधिक मलवा पहाड़ से नीचे आ रहा है। ऐसी स्थिति में सुरंग में फंसे मजदूरों तक पहुंचना मुश्किल लग रहा है।सिलक्यारा टनल हादसा: से कब तक बाहर आ पाएंगे यह कहा जाना मुश्किल है!
बताया जा रहा है कि यह सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को 24 घंटे से अधिक का समय हो गया है। सुरंग में 40 श्रमिक फंसे हुए हैं। श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए रात भर रेस्क्यू अभियान चला। फंसे श्रमिकों से वॉकी टॉकी के जरिये संपर्क जुड़ा है। श्रमिकों ने बताया कि वह सुरक्षित हैं तथा भोजन की मांग की है।
शॉर्ट क्रिएटिंग मशीन के द्वारा कैविटी से गिर रहे मलबे को रोकने का प्रयास किया गया। लेकिन, वह सफल नहीं हो पा रहा है। देर रात को शॉर्ट क्रिएटिंग मशीन को सुरंग से बाहर लाया गया है। लोडर के जरिए लूज मालवा को कैविटी क्षेत्र से 30 से 40 मीटर पीछे लाया जा रहा है।
वही इस दौरान विशेषज्ञों द्वारा अब चौड़े फाइव ड्रिल करके इन मजदूरों तक पहुंचने की योजना पर काम किया जा रहा है लेकिन इन मजदूरों तक कब तक पहुंचा जा सकेगा और उन्हें बाहर निकाला जा सकेगा इसका कोई सही जवाब नहीं मिल पा रहा है। सिर्फ यही कहा जा रहा है की रेस्क्यू कार्य पूरा होने में अभी एककृदो दिन का समय लग सकता है। जो लोग सुरंग में फंसे हैं उनके पास लाइट, पानी व ऑक्सीजन की सुविधा है खाघ सामग्री भी पहुंच गई है। यह राहत की बात है लेकिन वह कब तक बाहर आ पाएंगे यह कहा जाना मुश्किल है।