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डेंगू में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारी पर तत्काल एक्शन ले! प्रो0सायना

24 घंटे ब्लड,प्लेटलेट्स सुविधा उपलब्ध के निर्देश! प्राचार्य

देहरादून/उत्तराखण्ड: 06 SEP. – 2023: खबर…. राजधानी से बुद्धवार को देहरादून स्थित डेंगू के मरीजों की अस्पतालों में जगह नहीं मिल रही है।  सूबे के सबसे बड़े दून मेडिकल कालेज अस्पताल में डेंगू से मरीज बढ़ते जा रहे है। इसी को देखते हुए दून अस्पताल में वार रूम भी स्थापित कर दिया गया। वही इस वार रूम दून अस्पताल एमएस डॉ0अनुराग अग्रवाल की देख रेख में डेंगे के मरीजो की सुविधाए व उनके उचित इजाल के संबंध में किया जा रहा है।

वही  बुद्धवार को डेंगू के प्रकोप को रोकने के लिए  निदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं प्राचार्य राजकीय दून मेडिकल कॉलेज डॉक्टर/ प्रो0 आशुतोष सायना द्वारा डेंगू के बढ़ते मामलों एवं अस्पताल में डेंगू के भर्ती मरीजों के संबंध में समीक्षा बैठक की जिसमें सभी विभागों के प्रमुख  उपस्थित रहे ।

दून मेडिकल कॉलेज  प्राचार्य प्रो0 आशुतोष सायना द्वारा सभी को सख्त हिदायत दी गई की अस्पताल में भर्ती प्रत्येक मरीज को समुचित इलाज मिले एवं बिल्कुल भी लापरवाही ना हो सभी हेड ऑफ डिपार्टमेंट को निर्देशित किया गया कि अपने वार्ड में भर्ती प्रत्येक मरीज से स्वयं मिले प्राचार्य द्वारा चिकित्सा अधीक्षक (MS) डॉक्टर/ प्रो0 अनुराग अग्रवाल को निर्देशित किया गया ।

वही जिसमें  प्रत्येक वार्ड का निरीक्षण करें एवं लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारी पर तत्काल एक्शन ले प्राचार्य द्वारा ब्लड बैंक मैं मरीजों को 24 घंटे ब्लड,प्लेटलेट्स सुविधा उपलब्ध कराने के लिए डॉक्टर शशि उप्रेती को निर्देशित किया एवं मरीजों की सुविधा के लिए ब्लड बैंक में जनसंपर्क कार्यालय खोलने के लिए कहा है ।

वही इस मौके पर प्राचार्य प्रो0  सायना द्वारा वार्ड में भर्ती मरीजों के लिए सभी हेड ऑफ डिपार्टमेंट को सुबह एवं शाम को राउंड करने के लिए कहा है समीक्षा बैठक में समीक्षा बैठक में डॉ0 अनुराग अग्रवाल, डॉ0 धनंजय डोभाल, डॉ. नारायण जी, डॉक्टर अंकुर पांडे, डॉ. नूतन, डॉ. सुनील एवं जनसंपर्क अधिकारी महेंद्र भंडारी उपस्थित रहे ।

वही दुसरी ओर  आज दिनांक आज 6 सितंबर को जनपद देहरादून की डीएम  श्रीमति सोनिका द्वारा दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय का निरीक्षण किया गया सर्वप्रथम जिलाधिकारी महोदय द्वारा ब्लड बैंक का निरीक्षण किया गया ।

बता दे कि डेंगू एक खतरनाक बीमारी मानी जाती है। जो संक्रमित मच्छरों, विशेष रूप से एडीज एजिप्टी के कारण होती है। डेंगू के कुछ मामले स्पर्शोन्मुख हो सकते हैं, लेकिन आमतौर पर, उच्च श्रेणी का बुखार, जोड़ों में दर्द और चकत्ते जैसे शुरुआती लक्षण अधिकांश रोगियों के लिए समान होते हैं. डेंगू फिलीपींस जैसे उपोष्णकटिबंधीय और उष्णकटिबंधीय देशों में सबसे आम है।  जहां डेंगू को इसके सभी क्षेत्रों में प्रभावी माना जाता है।

हालांकि डेंगू एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है, लेकिन डेंगू बुखार से पीड़ित किसी व्यक्ति को काटने के बाद मच्छर संक्रमित हो सकते हैं. इसलिए, यह चक्र संक्रमित मच्छर को आपके घर में डेंगू फैलाने में सक्षम बनाता है. डेंगू के चेतावनी संकेतों पर ध्यान दें ताकि आप प्रारंभिक अवस्था में ही इसके लक्षणों को नियंत्रित कर सकें. विटामिन और सामयिक क्रीम सहित किसी भी प्रकार की दवा लेने से पहले हमेशा अपने चिकित्सक से परामर्श लें. यदि लक्षण बने रहें तो अपने नजदीकी और विश्वसनीय अस्पताल/क्लिनिक पर जाएं.

वही  अधिकांश डेंगू रोगी बिना किसी गंभीर जटिलता के ठीक हो जाते हैं, डेंगू का अधिक गंभीर रूप, जिसे डेंगू शॉक सिंड्रोम (डीएसएस) या डेंगू रक्तस्रावी बुखार (डीएचएफ) भी कहा जाता है, लापरवाही करने पर यह बीमारी गंभीर हो सकती है।

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