
उत्तराखंड: 20 अप्रैल 2025 रविवार को देहरादून में मा0 मुख्यमंत्री जी एवं मा0 मंत्री तकनीकी शिक्षा, भाषा, निर्वाचन एवं वन उत्तराखण्ड सरकार के दिशा निर्देशानुसार पॉलीटेक्निक संस्थाओं के सभी छात्र-छात्राओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने हेतु रोजगार मेलों का आयोजन किया जा रहा है। गढ़वाल मण्डल की 39 राजकीय पॉलीटेक्निक संस्थानों के छात्र-छात्राओं के लिए शनिवार, दिनांक 19.04.2025 को राजकीय महिला पॉलीटेक्निक, सुद्धोवाला देहरादून में रोजगार मेले का आयोजन किया गया।
मेले का उद्घाटन मा0 मंत्री तकनीकी शिक्षा, भाषा, निर्वाचन एवं वन उत्तराखण्ड सरकार श्री सुबोध उनियाल, मुख्य अतिथि, की अध्यक्षता में किया गया। मेले में विशिष्ट अतिथि के रूप में सचिव तकनीकी शिक्षा डॉ0 रंजीत कुमार सिन्हा एवं तकनीकी शिक्षा निदेशक देशराज उपस्थित रहे।
इस अवसर पर मा0 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने वीडियो संदेश में रोजगार मेले में आए लगभग 77 कंपनियों का स्वागत करते हुए अवगत कराया गया कि गत वर्ष 65 प्रतिशत छात्र-छात्राओं का प्लेसमेंट हुआ था, जिसको बढ़ाते हुए शत प्रतिशत किए जाने का आवाहन किया गया। उनके द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि मा0 प्रधानमंत्री का लक्ष्य है कि छात्र रोजगार प्राप्त करने वाले नहीं बल्कि रोेजगार देने वाले बने। इसको साकार करते हुए राज्य सरकार द्वारा विभिन्न स्टार्टअप योजनाओं के माध्यम से राज्य के विभिन्न क्षेत्रों मंे स्टार्टअप प्रारम्भ हुए हैं। उन्होंने छात्रों को राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ लेते हुए अधिक से अधिक स्टार्टअप प्रारम्भ करने के लिए प्रेरित किया ताकि माननीय प्रधानमंत्री जी का लक्ष्य साकार हो सके।
इस अवसर पर मा0 तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल के द्वारा छात्रों को सम्बोधित करते हुए प्रेरित किया कि वह रोजगार देने वाले बनें, जिससे कि वह अपने साथ-साथ अन्य छात्रों को भी रोजगार उपलब्ध करा सकें। उनके द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि स्वयं के बिजनेस मॉड्यूल तैयार करें, स्टार्टअप शुरू करें। मंत्री ने छात्र-छात्राओं को सपने देखने के लिए आवाहन किया। उत्तराखंड को बिजनेस और इनोवेशन का हब बनाना है।
मा0 मंत्री ने निर्देश दिए कि इमर्जिंग टेक्नोलॉजी में प्रारम्भ किये गये पाठ्यक्रमों में छात्रों की रूचि को जागरूक करने हेतु बृहद् प्रचार-प्रसार किया जाये। साथ ही राज्य में विभिन्न विद्यालयों में कक्षा 10 में अध्ययनरत छात्रों को रोजगारपरक पाठ्यक्रमों के सम्बन्ध में विस्तृत रूपरेखा तैयार कर जागरूक किया जाये।
इस अवसर पर सचिव तकनीकी शिक्षा डॉ0 रंजीत कुमार सिन्हा ने अपने संबोधन में कहा कि हमारा देश एक ऐसे परिवर्तनशील दौर से गुजर रहा है जहां कौशल नवाचार और उद्यमशीलता विकास के मुख्य आधार बनते जा रहे हैं।
साथ ही कंपनियों को छात्र-छात्राओं से संबंधित फीड-बैक उपलब्ध कराने के लिए कहा। जिससे उनकी मांग के अनुसार छात्र-छात्राओं को उद्योगों हेतु तैयार किया गया। तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा अपने छात्रों को कौशल शिक्षा देकर विभिन्न क्षेत्रों में अभूतपूर्व सेवाएं देने के लिए तैयार किया गया है। सचिव ने बताया गया कि उद्योगों की मांग के अनुसार आईआईटी दिल्ली, द्वारा पाठ्यक्रम तैयार कराया गया है साथ ही शैक्षणिक स्टाफ के अपग्रेडेशन हेतु आईआईटी दिल्ली, के सहयोग से प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कराया जायेगा।
डा0 सिन्हा, ने यह भी अवगत कराया गया है कि विभाग क्वालिटी एजुकेशन देने के लिए तत्पर हैं। शासन द्वारा इमरजिंग फील्ड में उद्योगों की आवश्यकता के अनुरूप नये पाठ्यक्रम चलाने हेतु प्रोत्साहन दिया जा रहा है। तकनीकी शिक्षा विभाग उद्योगों की आवश्यकतानुसार कुशल तकनीकी प्रशिक्षण, अनुसंधान, नवाचार एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए कृत संकल्पित है। संस्थानों में प्रशिक्षण के मानकीकरण के लिए विभिन्न प्रयास किये जा रहे हैं जैसे-
1- लैबों का स्टैंडर्ड ले आउट एवं नवीनतम उपकरणों से सुसज्जित करना।
2-छात्र/छात्राओं को आन जॉब ट्रेनिंग।
3-आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ;।प्द्ध, रोबोटिक्स, आईओटी, डाटा साइंस, मशीन लर्निंग, नवीकरणीय ऊर्जा और डिजिटल मैन्युफैक्चरिंग जैसे विषयों को पाठ्यचर्या में सम्मिलित करना तथा लैब की स्थापना।
4-मल्टीडिसीप्लिनरी प्रोजक्टस।
जिससे हमारे छात्र वैश्विक प्रतिस्पर्धा में सक्षम हो सकें। नवीन पाठ्यचर्या को शैक्षणिक सत्र 2025-26 से लागू किया जा रहा है।
1- लैबों का स्टैंडर्ड ले आउट एवं नवीनतम उपकरणों से सुसज्जित करना।
2-छात्र/छात्राओं को आन जॉब ट्रेनिंग।
3-आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ;।प्द्ध, रोबोटिक्स, आईओटी, डाटा साइंस, मशीन लर्निंग, नवीकरणीय ऊर्जा और डिजिटल मैन्युफैक्चरिंग जैसे विषयों को पाठ्यचर्या में सम्मिलित करना तथा लैब की स्थापना।
4-मल्टीडिसीप्लिनरी प्रोजक्टस।
जिससे हमारे छात्र वैश्विक प्रतिस्पर्धा में सक्षम हो सकें। नवीन पाठ्यचर्या को शैक्षणिक सत्र 2025-26 से लागू किया जा रहा है।
निदेशक, तकनीकी शिक्षा श्री देशराज ने अपने संबोधन में सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए अवगत कराया कि इस रोजगार मेले में 77 कंपनियों एवं लगभग 1295 छात्र-छात्रायें इस रोजगार मेले में उपस्थित हुए।
इस कार्यक्रम के अन्त में श्री राजेश उपाध्याय, सचिव उत्तराखण्ड प्राविधिक शिक्षा परिषद रूडकी द्वारा मा0 मंत्री, उपस्थित गणमान्य महानुभावों और विभिन्न उद्योगों एवं प्रतिष्ठानों से आये प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापन किया गया।
इस अवसर पर डॉ0 मुकेश पाण्डेय परीक्षा नियंत्रक उत्तराखंड प्राविधिक शिक्षा परिषद रुड़की एवं संयुक्त सचिव संयुक्त प्रवेश परीक्षा एवं प्रशिक्षण, अनुसंधान विकास प्रकोष्ठ देहरादून, श्री देवेन्द्र गिरि संयुक्त निदेशक, श्री एसके वर्मा उपनिदेशक, प्राविधिक शिक्षा उत्तराखण्ड, श्री एमके कन्याल उप निदेशक, प्राविधिक शिक्षा उत्तराखण्ड , श्रीमती अनामिका ग्रोवर, प्रधानाचार्या राजकीय महिला पॉलीटेक्निक सुद्धोवाला तथा अन्य पॉलीटेक्निक संस्थाओं के प्रधानाचार्य एवं अन्य स्टाफ उपस्थित रहे।