उत्तराखण्ड : 14 जनवरी 2025 ,रामनगर। स्थानीय प्रशासन द्वारा आज हिम्मतनगर ब्लाक अंतर्गत बनी मजार को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया गया।
मौके पर पहुंचे अधिकारियों का कहना था कि हाइवे किनारे बनी इस मजार को लेकर जिला प्रशासन द्वारा तीन बार नोटिस जारी किया गया लेकिन संबंधित पक्ष द्वारा न तो सामने आकर अपना पक्ष रखा गया और न ही स्वतः मजार को हटाया गया। अधिकारियों का कहना है कि उनके द्वारा जो भी कार्रवाई की गई वह कानून सम्मत ढंग से ही की गई है। तीन बार के नोटिस पर भी संज्ञान न लिए जाने के बाद प्रशासन आज सुबह पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचा और बुलडोजर चला कर मजार को समतल कर दिया गया। इस दौरान प्रशासन की इस कार्रवाई का किसी के भी द्वारा कोई विरोध नहीं किया गया।
उल्लेखनीय है कि बीते कुछ महीनो से राज्य में धार्मिक संरचनाओं की आड़ में किए गए अतिक्रमण को हटाने का काम व्यापक स्तर पर किया जा रहा है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में चल रहे इस अभियान के तहत सभी जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह इस तरह की संरचनाओं की जांच करें तथा सरकारी या वन भूमि पर बनी संरचनाओं को हटाकर अतिक्रमण मुक्त कराया जाए। अब तक इस क्रम में 1500 एकड़ से अधिक भूमि को कब्जा मुक्त बनाया जा चुका है।
मुख्यमंत्री धामी का मानना है कि एक समुदाय विशेष द्वारा मजार और मदरसों की आड़ में अवैध रूप से जमीनों पर कब्जे किए जा रहे हैं तथा राज्य की डेमोग्राफी को बदलने की कोशिश की जा रही है। हल्द्वानी के वन भूलपुरा की घटना के बाद शासन—प्रशासन का ध्यान इस ओर गया और तभी से सीएम के निर्देश पर प्रदेश भर में यह अभियान चलाया जा रहा है।