उत्तराखण्डः 12- Jan. 2025, देहरादून स्थित प्राप्त जानकारी के मुताबिक दून शहर में आबादी बढ़ने के साथ डेयरियां भी बढ़ती चली गईं। गली.मोहल्लों में खुली इन डेयरियों से लोगों के सामने अब मुसीबत खड़ी हो गई है। वार्डो में गंदगी फैलने के साथ नाला और नालियां अवरुद्ध होने से जलभराव की समस्या भी बनी हुई है। इन डेयरियों को शहर से बाहर निकालने के सारे प्रयास नाकाम रहे। नोटिसों का भी कोई असर नहीं पड़ा। आज निकाय चुनाव में भी दून राजधानी बनने के बाद से ही शहर के लिए ये बड़ा मुद्दा है। लोगों का कहना है कि मेयर ऐसा होना चाहिए, जो इस समस्या से निजात दिलाए सके।
वही इस निकाय चुनाव के मौके पर वार्ड 14-15 में स्थानीय लोगो का कहना है कि गली मोहल्ले में डेरी वाले गोबर बहाने से लोग बहुत ही ज्यादा परेशान हो गये। बरसात के मौसम में गलीयों से आना -जाना दुशवार हो जाता है। साथ ही स्कूल जाने वाले बच्चो के साथ इस गलीयों में गंदगी व नालियो एव नालो के गंदा पानी के जलभराव के कारण स्कूल समय पर पहुंचना एक जंग लड़नेे जैसा हैं। वही इस कारण गलीयों में जीना व रहना दुश्वार हो गया है। लेकिन इन वार्डो 14-15 के पार्षदो को पीछले 15 से अधिक दिए फिर भी वार्ड के हलात ज्यों कि त्यों.! आखिर क्यो.? वही अभी तो यह दो वार्ड 14 व 15 की स्थिति से लोगो ने अवगता कराया है जिसमें गली.मोहल्लों में खुली इन डेयरियों से लोगों के सामने अब मुसीबत खड़ी हो गई है।
वही सूत्रो की माने तो रिस्पना वार्ड नं0 14 एवं करनपुर वार्ड 15 में कई डेयरियां संचालित हो रही है वह नालियों में गोबर डालने व बहाने वाले डेयरी संचालकों के विरुद्ध नगर निगम यह फिर वार्ड के पार्षद रहे हो किसी ने इस ओर कोई कदम आज तक नही उठाया। जबकि इस वार्ड के लोगो ने बतया कि डेयरी संचालकों से करीब 11,500 रुपये तक का जुुर्माना वसूला भी गया। लेकिन यह फिर भी गोबर धड़ाल्ले से बहा जा रहा हैं और जिस कारण क्षेत्रवासियों को घरो में नालियां चौक होने पर नाले ,नालियो का गंदा पानी घरो में घुस जाता है। लोग परेशान हो गए लेकिन यहां पार्षद ऑंखे मूंदे क्यों हैं। जिनका फायदा शहर के डेयरी संचालक खूब उठा रहे हैं। हैरानी बात यह है कि किसी भी पार्षद पद के प्रत्यशी ने अपनी अपील/घोषणा पत्र में कही नही दर्शाया की गोबर व नाली व नालो के जलभराव से निजात कैसे दिलाए।
वही इस दून में 23 जनवरी 2025 को निकाय चुनाव है। इस दौरान निकाय चुनाव के लिए प्रत्याशी चुनाव प्रचार में अपनी ताकत झोंकने के साथ ही विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल होकर दून की जनता को साधने में लगे हैं। आलम है कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है वैसे ही शहर में ज्यादातर हर कार्यक्रम में अब प्रत्याशी पहुंचकर वोटरों को लुभाने के प्रयास में लगे हैं।
निकाय चुनाव के महौल में नेता वोटर साधने में जुटे! आज निकाय चुनाव फिर हो रहे है और नेताजी फिर झूठा आश्वासन देकर हमसे वोट लेकर आपको जीत कर भी इनके चक्कर पे चक्कर काटाने पर मजबूर कर देगे। क्या यही क्षेत्र का विकास है। जनता इसका जवाब मांगती है। इस चुनाव में अपने बैनर व पोस्टरो में लिखते है मै, कर्मठ,ईमानदार,जुझारू नेता हूं मुझे वोट दो… आदि ….. वोटरों को लुभाने के प्रयास में लगे हैं। जरा सोचिए।
सूत्रो के हवाले से बताया गया है कि यह गाय -भैंस की डेयरियांे का गोबर अधिकतम बरसात का इंतजार करते हैं जैसे ही बरिश हुई और डेरी संचालक अपने कर्मीयो से बरसात में मौके का फायदा उठाकर गोबर नालियों में बहा देते हैं। डेयरी संचालक निडर होकर गोबर को नाला और नालियों में बहा देते हैं। इससे नाला, नालियां अवरुद्ध हो जाते हैं और गलियों में पानी भर जाता है।
हालाकि नगर निमग देहरादून द्वारा शहर के वार्डो की डेयरियां चिह्नित की गई हैं। इन डेयरियों को कई बार नोटिस दिए जा चुके हैं। लेकिन संबंधित शहरी विभाग एवं नगर निगम के अफसरों के साथ मीटिंग के बाद इन्हें बाहर निकलने के लिए कई बार समय दिया। लेकिन ऐसा क्या है जो डेरी संचालक किसी की नहीसुनते !.. जरा सोचिए।
वही इस रिस्पना वार्ड 14 से जुड़ी बस्ती आदि क्षेत्रों में करीब कई घरों में डेयरियों से गोबर नाली में डालने की शिकायत लोगो की है। साथ ही वार्ड के कुछ लोगो ने बताया कि खाली प्लॉटों में गोबर डालने वालों को भी चिह्नित किया जाना चाहिए। फिर ऐसे पार्षद चुनने के कोई फायदा नही। खाली वोट की मांगे के समय झूठे वायदे करने घर घर आते क्या उन्हें बदबू व गंदगी नही दिखाई देती। इस बार जो भी पार्षद इस वार्ड 14-15 से जीत कर आएगा उसके सामने यह बात जरूर रखी जाए। अगर नही कोई इस समस्या का हल हुआ तो विधिक राय का प्रयोगा होगा। यह क्षेत्र की जनता की चेतावनी भी है।
वही हमारे सूत्रो को लोगो बताया कि इस क्षेत्र के डेयरी संचालक गोबर की ट्रॉलियां और बोगियां यहां कॉलोनी में सड़कों के किनारे उडे़ल रहे हैं। यह गोबर ना केवल प्लॉटों में रहता है, बल्कि सड़कों तक फैला रहता है। गोबर में मच्छर पैदा हो रहे हैं। साथ ही स्थानीय लोग भी गोबर की दुर्गंध से परेशान हैं। लेकिन डेयरी संचालक मनमानी करते आ रहे हैं।