उत्तराखंडत्योहार/दिवसदेहरादून

मार्गशीर्ष माह को कहा जाता है श्रीकृष्ण का महीना, करे भगवान श्रीकृष्ण की पूजा

उत्तराखण्ड : 04 दिसम्बर 2024 ,देहरादून। डॉक्टर आचार्य सुशांत राज ने बताया कि मार्गशीर्ष महीना सभी महीनों में सबसे ज्यादा शुभ और सौभाग्यशाली माना जाता है। मार्गशीर्ष माह को भगवान श्रीकृष्ण का ही स्वरूप माना जाता है। इसलिए इस महीने श्रीकृष्ण की विशेष पूजा-अर्चना करने का विधान है। इससे व्यक्ति को शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस महीने किए गए दान-पुण्य को भी सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। इतना ही नहीं इस महीने को यानी की श्रीकृष्ण ने कहा है कि मैं स्वंय मार्गशीर्ष हूं। ऐसे में इस महीने में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा के दौरान उन्हें कुछ ऐसे पुष्प अर्पित करने चाहिए, जिनसे शुभ फल की प्राप्ति हो सकती है। डॉक्टर आचार्य सुशांत राज ने बताया कि मार्गशीर्ष महीने में भगवान श्रीकृष्ण को फूल अर्पित करने चाहिए।

मार्गशीर्ष महीने में भगवान श्रीकृष्ण को गेंदे के फूल अर्पित करने चाहिए। कान्हा को गेंदे के फूल अर्पित करने से जातक के सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है और जीवन की समस्याओं का अंत होता है। क्योंकि श्रीकृष्ण को पीला रंग अत्यंत प्रिय है और गेंदा भी पीले रंग का होता है। गेंदे का फूल शुभता, सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक होता है।

इसके साथ ही भगवान श्रीकृ्ष्ण की पूजा में उनको पलाश के फूल जरूर चढ़ाने चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति को सिद्धि प्राप्त होती है। इससे जातक को उत्तम फलों की प्राप्ति होती है और जीवन में चल रही परेशानियों का भी अंत होता है। श्रीकृष्ण को पलाश के फूल चढ़ाने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

जो भी व्यक्ति भगवान श्रीकृष्ण को कमल का फूल अर्पित करता है, उसके जीवन में सुख-समृद्धि और संपन्नता आती है। साथ ही व्यक्ति को सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होती है। श्रीकृष्ण को कमल का फूल चढ़ाने से ग्रहदोषों से छुटकारा मिलता है। इसलिए कान्हा को कमल के फूल अर्पित करने चाहिए।

भगवान श्रीकृष्ण को गुलाब के फूल अतिप्रिय है। इसलिए उनकी पूजा में गुलाब के फूल जरूर चढ़ाने चाहिए। माना जाता है कि श्रीकृष्ण को गुलाब के फूल अर्पित करने से वैवाहिक जीवन खुशहाल होता है और यदि किसी के विवाह में किसी तरह की कोई बाधा आ रही है, तो उससे भी छुटकारा मिलता है। इसलिए भगवान श्रीकृष्ण को गुलाब का फूल अर्पित करने के बाद उस फूल को अपने पास रखना चाहिए।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button