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राज्यपाल के तीन वर्ष का कार्यकाल पूर्ण, कैसा रहा अनुभव जाने!

उत्तराखण्ड : 14 सितम्बर 2024 ,देहरादून।  15 सितंबर, 2024 को राजभवन देहरादून में उत्तराखण्ड के राज्यपाल के पद पर  लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने 3 वर्ष पूर्ण कर लिए हैं। वही  पदभार ग्रहण करते ही उन्होंने उत्तराखण्ड के विकास के लिए रिवर्स पलायन, महिला सशक्तीकरण एवं बालिका शिक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं तकनीकी, जैविक एवं प्राकृतिक कृषि और वेलनेस पाँच मिशन निर्धारित किए। इन लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए वे लगातार प्रयासरत हैं।

उच्च शिक्षा में सुधार हेतु प्रभावी कदम… कुलपति चयन राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के इंटरेक्शन में पारदर्शिता लाने के लिए इंटरेक्शन की वीडियो रिकॉर्डिंग की शुरुआत की है। उन्होंने विश्वविद्यालयों की जवाबदेही और स्वायत्तता सुनिश्चित करने के लिए नियुक्तियों तथा कार्य परिषदों की बैठकों में पूर्ण पारदर्शिता तथा शुचिता के दृष्टिगत बैठकों तथा तत्संबंधी कार्यवाहियों की नियमित रूप से वीडियो रिकॉर्डिंग करने के निर्देश जारी किये हैं।

वन यूनिवर्सिटी वन रिसर्च राज्यपाल द्वारा सभी विश्वविद्यालयों और 5 निजी विश्वविद्यालयों को राज्य के सामाजिक और आर्थिक विकास हेतु एक वर्ष तक अपने गहन शोध के माध्यम से लघु शोध प्रबन्ध प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए है। विश्वविद्यालयों द्वारा अपनी विशेषज्ञता के अनुसार अपने शोध के विषय का चयन किया गया है जिसकी रिपोर्ट जनवरी 2025 तक प्रस्तुत की जानी है।

उत्तराखण्ड कॉलेज एफिलिएशन पोर्टल…राज्यपाल के कुशल निर्देशन में राजकीय विश्वविद्यालयों से सम्बद्ध महाविद्यालयों एवं संस्थानों की संबद्धता प्रक्रिया को सुगम एवं प्रभावी बनाये जाने के दृष्टिगत उत्तराखण्ड कॉलेज एफिलिएशन पोर्टल तैयार किया गया है। इसके अंतर्गत सम्बद्धता देने वाले 05 विश्वविद्यालयों की संबद्धता प्रक्रिया ऑनलाइन चल रही है इससे संबद्धता प्रक्रिया पारदर्शी होने के साथ-साथ समयबद्ध ढंग से चल रही है।

यूनिवर्सिटी कनेक्ट और यूनिसंगम मोबाइल एप… राज्यपाल की प्रेरणा से राजकीय विश्वविद्यालयों के लिए ‘‘यूनिवर्सिटी कनेक्ट उत्तराखण्ड’’ और निजी विश्वविद्यालयों के लिए ‘‘यूनिसंगम’’ मोबाइल एप का प्रारंभ किया है जिसके द्वारा सभी विश्वविद्यालयों के पास अपनी उपलब्धियों, बेस्ट प्रैक्टिसेज, कार्यक्रमों, विषय-विशेषज्ञों, सूचनाओं, स्टार्टअप, शोध और विकास को आपस में और राजभवन के साथ ऑनलाइन संवाद के जरिये साझा किए जाने की सुविधा उपलब्ध है।
निजी विश्वविद्यालयों की बैठक… राज्यपाल की पहल पर निजी विश्वविद्यालयों की बैठकें अब निरंतर की जा रही है। उन्होंने निजी विश्वविद्यालयों को एक प्लेटफार्म में लाने प्रयास किए गए हैं जिससे वे प्रदेश के विकास में अपना योगदान दे सकें।

राज्यपाल के निर्देशन में की गई तकनीकी पहल.. राजभवन का एआई ऑटोमेशन सिस्टम…. राजभवन देहरादून में एआई आधारित स्मार्ट ऑटोमेशन सिस्टम के अंतर्गत ऑनलाईन मैनेजमेंट सिस्टम, ई-पास, लाइब्रेरी मैनेजमेंट सिस्टम, डिजिटल डैशबोर्ड कार्य कर रहा है। राज ई-ऑफिस के अंतर्गत सभी पत्राचार और फाइलों को डिजिटली निपटाया जा रहा है। साथ ही विश्वविद्यालयों के कुलपति के अवकाश आवेदन ऑनलाइन प्राप्त होते है जिन्हें स्वीकार करते हैं।
राजभवन का वर्चुअल टूर.. राजभवन देहरादून का दीदार करने के लिए राजभवन का वर्चुअल टूर तैयार किया गया है। जिसके माध्यम से लोगों को राजभवन परिसर स्थित बोनसाई गार्डन, नक्षत्र वाटिका, राजप्रज्ञेश्वर महादेव मंदिर, राजभवन आरोग्यधाम, राजलक्ष्मी गौशाला और पुस्तकालय के डिजिटल भ्रमण का अनुभव मिल रहा है।

राजभवन देहरादून और नैनीताल में इन्वेंटरी मैनेजमेंट सिस्टम… राजभवन में तकनीकी विश्वविद्यालय यूटीयू की सहायता से राजभवन हेतु इन्वेंटरी मैनेजमेंट सिस्टम तैयार किया गया है। जिसमें राजभवन देहरादून और नैनीताल स्थित सभी इन्वेंटरी पर बार कोड लगाया गया है। इन्वेंटरी में बार कोड लगाए जाने से चीजों के प्रति पारदर्शिता व जवाबदेही को बढ़ावा मिल रहा है।

मैत्री चैटबॉट…राजभवन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक के प्रयोग से निर्मित राजभवन मैत्री चैटबॉट की शुरुआत की है। गौरतलब है कि राज्यपाल ने अपने पांच प्रमुख मिशन में एआई को महत्वपूर्ण स्थान दिया है। इसी क्रम में मैत्री चैटबॉट एआई तकनीक से युक्त एक अभिनव प्रयास है जिसमें राज्यपाल के विभिन्न कार्यक्रमों एवं गतिविधियों की जानकारी उपलब्ध है।

चारधाम यात्रा डैशबोर्ड...राज्यपाल के निर्देशन में उत्तराखण्ड चारधाम यात्रा के रियल टाइम मॉनिटरिंग हेतु आईटीडीए द्वारा ‘‘चारधाम यात्रा डैशबोर्ड’’ तैयार किया गया है। इस डैशबोर्ड में विभिन्न विभागों को आपसी समन्वय स्थापित कर राज्य में यात्रा का सफल संचालन यथा तीर्थयात्रियों रियल टाइम मॉनिटरिंग की जा रही है।
राजभवन में शिकायत निवारण अधिकारी की तैनाती और समस्याओं का समाधान…राज्यपाल द्वारा सैनिकों और उनके आश्रितों की समस्याओं के निवारण के लिए राजभवन में शिकायत निवारण अधिकारी की तैनाती की है। जो पूर्व सैनिकों से संबंधित शिकायतों का निस्तारण करता है। समय-समय पर राजभवन में लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए जनता मिलन का आयोजन किया जाता है जिसमें राज्यपाल स्वयं लोगों की समस्याएं सुनते हैं।
केंद्रीय संस्थानों के साथ निरंतर बैठकों का आयोजन...प्रदेश में स्थित केन्द्र सरकार के सभी संस्थानों के प्रमुखों से निरंतर बैठकें की जाती हैं और उनके साथ बेहतर समन्वय स्थापित कर राज्य की प्रगति में उनसे सहयोग लिया जा रहा है। राज्य में 80 से अधिक केन्द्रीय संस्थान हैं, राज्यपाल सभी संस्थानों के प्रमुखों के साथ बैठक कर चुके हैं।

वाइब्रेंट विलेज और अग्रिम चौकियों का दौरा…राज्यपाल ने तीन वर्षों में प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों कई अग्रिम चौकियों का दौरा किया है और वहां तैनात जवानों से ..राजभवन परिसर में रेन वाटर हार्वेस्टिंग के अलावा अन्य प्रयासों से ग्रीन राजभवन बनाये जाने की कवायद जारी है। वर्षा जल संरक्षण प्रणाली के कार्यों के अंतर्गत 200 किलोलीटर पानी का संरक्षण और बचत की जा रही है। इसके माध्यम से पूरे परिसर में हरियाली को बढ़ावा मिला है और पूरे प्रदेश में जल संरक्षण के प्रति आमजन को प्रेरित किए जाने का संदेश गया है।

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