राजधानी सहित 7 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी , शासन अलर्ट
उत्तराखण्ड : 31 जुलाई 2004 ,देहरादून। उत्तराखंड में आसमानी आफत से अभी निजात मिलने के आसार दिखाई नहीं दे रहे हैं। मौसम विभाग द्वारा राज्य की राजधानी सहित 7 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किए जाने के बाद शासन अलर्ट है तथा 12वीं तक स्कूलों को बंद कर दिया गया है। राज्य में अगले दो दिन आज और कल भारी से भी भारी बारिश होने की संभावना के मद्देनजर सभी जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि अगर कहीं से भी आपदा की जानकारी मिलती है उसे पर कम से कम समय में रिस्पांस किया जाए जिससे प्रभावितों को जल्द मदद मिल सके और कम से कम नुकसान हो।
मानसून आने के बाद से राज्य में लगातार बारिश का सिलसिला जारी है। राज्य में भूस्खलन के कारण सड़कों के बाधित होने से लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बीती रात पहाड़ पर भारी बारिश के कारण यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 94 झरझरगाड और डबलकोट में हुए भारी भूस्खलन के कारण बंद हो गया है। सड़क से मलवा हटाने का काम लगातार जारी है लेकिन बारिश के कारण काम में दिक्कतें आ रही है। चमोली से प्राप्त समाचार के अनुसार बद्रीनाथ में एक बार फिर अलकनंदा नदी का जलस्तर बढ़ता जा रहा है जिसने आसपास के कई भवनों को अपनी जद में ले लिया है।
नैनीताल से प्राप्त समाचार के अनुसार मुख्यालय के निकट बसे खूपी गांव के अस्तित्व को भारी खतरा पैदा हो गया है। भूस्खलन की जद में आए इस गांव तमाम घरों और मकानों में दरारें आ गई है जो लगातार बढ़ती जा रही है। यहां तक कि इस गांव को जाने वाली सड़क पर भी मोटी दरारें आ गई है। भवनों के पिलर और दीवारें झुकने लगी हैं लोग अपने पैतृक गांव तथा घरों को छोड़कर जाने पर विवश हैं। आज एसडीएम नैनीताल और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने प्रभावित गांव का दौरा किया तथा उन सभी घरों को खाली करने के निर्देश दिए जो कभी भी गिर सकते हैं। गांव के नीचे बहने वाले नाले के प्रवाह व कटान से इस गांव के अस्तित्व को खतरा बना हुआ है।
उधर मौसम विभाग द्वारा देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, हरिद्वार, चंपावत और उधम सिंह नगर जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी कर कहा गया है कि इन सभी जिलों में 1 अगस्त तक भारी से भी भारी बारिश हो सकती है। वहीं अन्य जिलों में भी भारी बारिश की संभावना है। जिसके मद्देनजर स्कूलों की छुटृी घोषित कर दी गई है और शासन—प्रशासन को अलर्ट किया गया है। लोगों से इस दौरान नदी, नालों, खालो से दूर रहने को कहा गया है वहीं बिना काम के घर से बाहर न जाने की अपील की गई है।