उत्तराखंड

दून लाइब्रेरी में जुटेंगे देश के प्रतिष्ठित साहित्यकार

उत्तराखण्ड : 17 जून 2024 , देहरादून। दून लाइब्रेरी एंड रिसर्च सेंटर के तत्वाधान में आयोजित अंबेडकर वार्ता श्रृंखला के अंतर्गत डॉ राजेश पाल के कविता संग्रह आजादी में आजादी की समीक्षात्मक परिचर्चा में देश के प्रतिष्ठित साहित्यकार जुटेंगे। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता जयपुर निवासी देश के चर्चित कथाकार रत्न कुमार सांभरिया करेंगे। राजस्थान साहित्य अकादमी के मीरा पुरस्कार से सम्मानित रत्न कुमार सांभरिया पिछले दिनों सांप उपन्यास के लिए हिंदी साहित्य में चर्चित रहे हैं। परिचर्चा में मुख्य वक्ता दलित साहित्य के आधार स्तम्भ डा एन. सिंह रहेंगे, जो सहारनपुर में निवास करते है तथा पूर्व में उ. प्र.उच्च शिक्षा सेवा आयोग के सदस्य रहे है, वे हिंदी विभागाध्यक्ष भी रहे है तथा प्राचार्य पद से सेवानिवृत्त है।
इस कविता संग्रह पर परिचर्चा में विशिष्ठ वक्ता के रूप में वरिष्ठ कवि एवं संपादक राजेश सकलानी अपनी बात रखेंगे। दिल्ली विश्वविद्यालय के राजधानी कॉलेज में हिंदी विभाग के प्रोफेसर तथा जाने माने कवि डा महेंद्र सिंह बेनीवाल इस कार्यक्रम में विशिष्ठ वक्ता रहेंगे।
कार्यक्रम का संचालन सामाजिक चिंतक समदर्शी बर्थवाल करेंगे। इसी दौरान राजेश पाल की प्रतिनिधि कविताओं के संकलन (संपादक: नरेंद्र वाल्मीकि, प्रकाशक स्वतंत्र प्रकाशन) का लोकार्पण भी होगा।
आजादी में आजादी की कविताएं किस आजादी की बात करती है, ये कविताएं अपने प्रतिरोध एवं चेतना को समाज में किस स्तर तक पहुंचा पाती है, सामाजिक चिंतक और दुनिया को पैनी दृष्टि से देखने वाले इन विद्वान अतिथि वक्ताओं की राजेश पाल की कविताओं पर परिचर्चा के माध्यम से आजादी के विमर्श पर अंबेडकरी आलोचनात्मक दृष्टिकोण से विश्लेषण होगा। डा राजेश पाल का यह पांचवा कविता संग्रह है। इनकी कविताओं का पंजाबी में अनुवाद हो चुका है। डा राजेश पाल डी ए वी पी जी कॉलेज, देहरादून में गणित के प्रोफेसर है।

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