क्या अरविंद केजरीवाल को हैं कैंसर का खतरा? दिल्ली के मुख्यमंत्री की जमानत विस्तार याचिका पर आतिशी का बड़ा बयान
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उत्पाद शुल्क नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में स्वास्थ्य आधार पर अपनी अंतरिम जमानत को सात दिन और बढ़ाने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। अपनी नई याचिका में उन्होंने स्वास्थ्य के आधार पर अंतरिम जमानत की अवधि बढ़ाने की मांग करते हुए कहा कि मार्च में गिरफ्तारी के बाद से उनका वजन सात किलोग्राम कम हो गया है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी (आप) की मंत्री आतिशी ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री का अचानक वजन कम होना और साथ ही कीटोन का उच्च स्तर डॉक्टरों के लिए चिंता का विषय है।
अपने बयान में आतिशी ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी अंतरिम जमानत के लिए 7 दिन का विस्तार मांगा है। उन्होंने दावा किया कि जब वे ED की न्यायिक हिरासत में थे, तब उनका वजन 7 किलो कम हो गया था। वजन का अचानक कम होना डॉक्टरों के लिए चिंता का विषय है। शुरुआती Tests से संकेत मिला है कि उनके कीटोन का स्तर बहुत अधिक है। अचानक वजन कम होना और कीटोन का उच्च स्तर कुछ गंभीर बीमारियों का संकेत हो सकता है, जिसमें किडनी को नुकसान, कैंसर शामिल है। इसलिए डॉक्टरों ने सुझाव दिया है कि उन्हें अपने पूरे शरीर का PET Scan और इस तरह के अन्य गंभीर परीक्षणों सहित कई तरह की जांच करवाने की आवश्यकता है।
दिल्ली के मंत्री और आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जब से उन्हें (अरविंद केजरीवाल) हिरासत में लिया गया है, उनका वजन लगातार कम हो गया है। तिहाड़ में उनका वजन कम हो रहा था और अब भी जब वह घर पर हैं तो उनका वजन नहीं बढ़ रहा है जो आम तौर पर चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि बीजेपी पर उन्हें इंसुलिन देने से इनकार करने का आरोप है। उन्होंने गलत कहा है कि शुगर स्पेशलिस्ट उनकी निगरानी कर रहे हैं, लेकिन जब कोर्ट के आदेश पर एम्स के डॉक्टर ने चेकअप किया तो उन्होंने कहा कि इंसुलिन की जरूरत है… मुझे लगता है कि ऐसा हो सकता है कि उन्हें ( दिल्ली सीएम) मारने की साजिश रची गई हो। उन्होंने उनके अंगों को नुकसान पहुंचाने के लिए इंसुलिन से इनकार कर दिया है।