उत्तराखंड

आरक्षण संविधान को कांग्रेस से खतरा : मकवाना !

उत्तराखंड: 17 मई 2024 ,देहरादून। भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं राष्ट्रीय वाल्मीकि क्रांतिकारी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भागवत प्रसाद मकवाना ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 में रोजाना आरक्षण और संविधान खतरे पर चर्चा हो रही है। आरक्षण और संविधान को खतरा कांग्रेस और विपक्षी दलों से है क्योंकि पूर्व में मनमोहन सरकार के कांग्रेस यूपीए गठबंधन सरकार में 2007 में रंगनाथ मिश्र कमीशन की रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस सरकार अनुसूचित जाति आरक्षण में तुष्टिकरण की नीति के तहत धर्मांतरित मुस्लिम और ईसाइयों को सम्मिलित करके अनुसूचित जाति जनजाति आरक्षण को बांटने का प्रयास कर चुकी है। जिसको संघ परिवार भाजपा एवं जागरूक अनुसूचित जाति संगठनों ने लागू नहीं होने दिया। आंध्र, कर्नाटक, तेलंगाना में ओबीसी आरक्षण में मुस्लिम जातियों को सम्मिलित करके यह कारनामा कांग्रेस पहले ही कर चुकी है। कांग्रेस 2009, 2014 और 2019 के अपने घोषणा पत्र में भी मुस्लिम समुदाय को आरक्षण की वकालत कर चुकी है। संविधान निर्माता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर धर्म आधारित आरक्षण के पक्षधर नहीं थे। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी स्पष्ट करें कि वह अनुसूचित जाति जनजाति और ओबीसी आरक्षण में तुष्टिकरण नीति के तहत मुस्लिम समाज को आरक्षण नहीं देंगे, किंतु वह ऐसा वायदा नहीं कर पाएंगे। क्योंकि कांग्रेस शुरू से ही संविधान निर्माता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर एवं दलित विरोधी चरित्र समय-समय पर स्पष्ट कर चुके हैं।
देश के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह कई बार अपना स्पष्ट वक्तव्य आरक्षण एवं संविधान के प्रति प्रकट कर चुके हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि अनुसूचित जाति जनजाति और पिछड़ी जातियों का आरक्षण जारी रहेगा, अगर किसी राजनीतिक दल ने इसको खत्म करने का प्रयास किया तो भारतीय जनता पार्टी इसका पुरजोर विरोध करेगी। भारत के संविधान के प्रति मोदी जी की प्रतिबद्धता इससे स्पष्ट होती है कि वह गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए संविधान के प्रति को हाथी पर सजा कर रखा तथा स्वयं पैदल चलकर संविधान सम्मान यात्रा निकाली। मोदी जी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 125वीं जयंती सरकारी स्तर पर आयोजित की तथा 26 नवंबर 2015 को संविधान दिवस पहली बार मनाया तथा दो दिन का संसद का सत्र चलाकर संविधान निर्माता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर एवं संविधान के विषय में विस्तृत चर्चा कराई गई। मोदी जी और भाजपा ने ही संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर से जुड़े स्थलों को पंच तीर्थ के रूप में विकसित किया। यह कार्य कांग्रेस भी अपने शासनकाल में कर सकती थी। राहुल गांधी स्पष्ट करें कि कांग्रेस ने संविधान निर्माता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर से जुड़े किसी भी स्थल को विकसित करने का कार्य क्यों नहीं किया?
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 125वीं जयंती के अवसर पर डाक टिकट एवं सिक्का जारी किया, भीम ऐप जारी किया। मोदी सरकार ने 2018 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी एसटी एक्ट पर जो निर्णय दिया उसको संविधान संशोधन करके बदलते हुए अनुसूचित जाति जनजाति के लोगों पर होने वाले अत्याचार को रोकने की दिशा में मजबूत कदम उठाते हुए एससी एसटी एक्ट को और अधिक मजबूत किया। मुआवजा राशि 5 लाख से बढ़ाकर 8,25000 की, मोदी सरकार ने अनुसूचित जाति जनजाति के छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति की धनराशि 1100 करोड़ से बढ़कर 5900 करोड़ की, मोदी सरकार ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय का बजट जो 2014 में लगभग 30000 करोड़ था उसको बढ़ाकर मोदी सरकार ने एक लाख करोड़ से अधिक किया। पिछले 10 वर्षों में 60000 से अधिक हाथ से मैला उठाने वाले सफाई कर्मियों को एक मुश्त रुपए 40 हजार रुपए प्रत्येक सफाई कर्मियों को अनुदान के रूप में दिए तथा उनको प्रशिक्षण कराया जा रहा है तथा स्वरोजगार के लिए रुपए 50 लाख तक के ऋण राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी वित्त विकास निगम के माध्यम से दिए जा रहे हैं।
राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी वित्त विकास निगम का गठन भी अटल बिहारी वाजपेई ने प्रधानमंत्री रहते हुए 1997 में किया था। धारा 370 एवं 35 ए हटाकर मोदी जी और अमित शाह ने जम्मू कश्मीर के सफाई कर्मियों को देश की मुख्य धारा में जोड़ने एवं उनका मूलभूत अधिकार देने का कार्य किया । कांग्रेस हमेशा तुष्टीकरण की नीति के तहत जम्मू कश्मीर में धारा 370 और 35 ए की पक्षधर रही है उसने जम्मू कश्मीर के सफाई कर्मियों और अनुसूचित जाति जनजाति के अधिकारों के प्रति कभी चिंता व्यक्त नहीं की। मोदी सरकार ने अनुसूचित समाज से संबंधित सभी कानून जम्मू कश्मीर में लागू करके वाल्मीकि समाज एवं अनुसूचित समाज को न्याय एवं अधिकार दिए जाने का ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण कार्य किया यह भी स्मरण रहे कि संविधान निर्माता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर धारा 370 के विरुद्ध थे। कांग्रेस स्पष्ट करें कि क्या वह भारत में दो विधान दो निशान दो प्रधान दोबारा लागू करना चाहेगी जिसको जम्मू कश्मीर से उखाड़ने का काम देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी कर चुके हैं। वाल्मीकि रामायण को काल्पनिक ग्रंथ एवं श्री राम के अस्तित्व को नकारने का काम कांग्रेस पूर्व में ही कर चुकी है मोदी जी ने अयोध्या में महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण करके तथा भगवान श्री राम के भव्य और दिव्य मंदिर का निर्माण करने का सराहनीय कार्य किया है। विपक्ष को भी निमंत्रण भेजा किंतु कांग्रेस सहित विपक्ष ने निमंत्रण अस्वीकार कर दिया। इस ऐतिहासिक पुनीत कार्य में सम्मिलित न होकर अपनी तुष्टिकरण की नीति को स्पष्ट कर चुके हैं वह ना भगवान वाल्मीकि को मानते हैं और ना ही श्री राम को। मोदी सरकार ने संविधान निर्माता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी के पंच तीर्थ के निर्माण के साथ-साथ अमृतसर में भाजपा और अकाली दल की सरकार मैं 300 करोड़ की लागत से वाल्मीकि तीर्थ का निर्माण करके तथा सागर में 100 करोड़ की लागत से संत शिरोमणि रविदास जी के मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है यह सब कार्य हमारे महापुरुषों के प्रति मोदी जी एवं भाजपा की उनके प्रति सम्मान की भावना को स्पष्ट करता है यह कार्य कांग्रेस 60 साल के शासनकाल में नहीं कर पाई। देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने स्टार्टअप को बढ़ावा देते हुए अनुसूचित जातियों के उद्यमी संगठन डिक्की को प्रोत्साहन देते हुए उनकी मांगों को स्वीकार किया तथा आज डिक्की के माध्यम से अनुसूचित समाज के अनेकों युवा उद्यमी बनकर अनुसूचित समाज का गौरव बढ़ा रहे हैं तथा देश के विकास में अपना योगदान दे रहे हैं। मोदी सरकार की अधिकांश योजनाओं का सीधे लाभ अनुसूचित समाज पिछड़ा वर्ग एवं गरीबों एवं महिलाओं को प्राप्त हो रहा है जिसके कारण विपक्ष विशेष कर राहुल गांधी परेशान है कि एक गरीब मां का बेटा नरेंद्र मोदी कैसे देश का नाम पूरी दुनिया में गौरवान्वित कर रहा है, आज देश का अधिकांश अनुसूचित समाज जनजाति समाज पिछड़ा समाज सभी वर्ग मोदी जी के सब का साथ सबका विकास सबका प्रयास सबका विश्वास के नारे के साथ खड़े हैं। मोदी जी ने पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद देश के राष्ट्रपति पद पर अनुसूचित समाज के सुयोग्य नेता आदरणीय श्री रामनाथ कोविंद जी को सुशोभित कराया। इसके पश्चात दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर मोदी जी ने अनुसूचित जनजाति समाज की सुयोग्य महिला नेत्री आदरणीय श्रीमती द्रोपदी मुर्मू जी को राष्ट्रपति पद पर सुशोभित किया इससे पूर्व अटल सरकार में राष्ट्रभक्त महान वैज्ञानिक डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जी को राष्ट्रपति पद पर सुशोभित कराकर भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने अपनी राष्ट्रवाद की भावना को स्पष्ट किया। भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व के अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक परम आदरणीय श्री मोहन भागवत जी भी कई बार स्पष्ट कर चुके हैं कि जब तक सामाजिक भेदभाव रहेगा आरक्षण जारी रहेगा किंतु कांग्रेस और विपक्ष के लोग भाजपा और संघ परिवार की अनुसूचित समाज जनजाति समाज एवं पिछड़ा वर्ग में छवि बिगाड़ने और इन वर्गों कोगुमराह करने का काम करते रहे हैं किंतु अनुसूचित जाति जनजाति और पिछड़ा वर्ग भली भांति जानते हैं वह जागरूक हो चुके हैं कि भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में ही भारत, लोकतंत्र, आरक्षण और संविधान सुरक्षित हैं तथा भारत विकास की ओर निरंतर अग्रसर है प्रत्येक क्षेत्र में भारत विकास के नए आयाम स्थापित करने का काम कर रहा है राहुल गांधी और कांग्रेस तथा विपक्ष के छलावे में अनुसूचित जाति जनजाति और पिछड़ा वर्ग आने वाले नहीं हैं क्योंकि कांग्रेस की और विपक्ष की तुष्टिकरण की नीति देश के विकास में बाधक है मोदी जी की सरकार सभी वर्गों का विकास चाहती है वह किसी के प्रति भी भेदभाव नहीं रखती संविधान के प्रति पूरी आस्था और सम्मान मोदी सरकार रखती है कांग्रेस और विपक्ष मुद्दा विहीन हो चुकी है। देश का अनुचित समाज जनजाति समाज पिछड़ा वर्ग एवं सभी वर्ग मिलकर 2024 में तीसरी बार मोदी सरकार को 400 से अधिक सीटों पर विजय दिलाने का मन बना चुके हैं।

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