देहरादून डेस्क/उत्तराखण्ड: 20 Jan.–2024: ब्राउन शुगर व साधारण चीनी के मुकाबले गुड़ को सेहतमंद माना जाता है! जो सेहत को कई समस्याओं से दूर रखने में मदद करते हैं। बहुत से लोग खाना खाने के बाद गुड़ जरूर खाते हैं। गुड़ खाने से आइए आपको उन फायदों के बारे में बताते हैं, गुड़ का सेवन शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। ये शरीर को कई तरह के पोषक तत्वों के भरपूर रखता है। यही वजह है कि लोगों को खाना खाने के बाद गुड़ का सेवन करने की सलाह भी दी जाती है। हालांकि, इसका ज्यादा सेवन करने से भी बचना चाहिए। ऐसे में आइए आपको उन फायदों के बारे में बताते हैं, जो खाना खाने के बाद गुड़ खाने से आपके शरीर को मिल सकते हैं।
गुड़ एक प्रकार का मीठा खाद्य पदार्थ होता है, जिसे गन्ने के रस से बनाया जाता है। इसके लिए गन्ने के रस को किसी बड़े बर्तन में रखकर आग में गर्म किया जाता है, जो कुछ समय बाद गुड़ का रूप ले लेता है। यूं तो चीनी को भी गन्ने के रस से ही बनाया जाता है, लेकिन चीनी गन्ने के रस का रिफाइंड रूप है, जबकि गुड़ अनरिफाइंड प्रकार है। इसी कारण से गुड़ में अधिक पोषक तत्व पाए जाते हैं, इसलिए ब्राउन शुगर व साधारण चीनी के मुकाबले गुड़ को सेहतमंद माना जाता है ।
गुड़ में प्राकृतिक मिठास होने के साथ प्रोटीन, विटामिन बी12, बी6, फोलेट, कैल्शियम, आयरन, फॉस्फोरस और सेलेनियम आदि पोषक तत्व भी पाए जाते हैं जो सेहत को कई समस्याओं से दूर रखने में मदद करते हैं। इसके अलावा गुड़ में वसा मौजूद न होने की वजह से ये वेट लॉस में भी मदद करता है।
पाचन क्रिया को सही रखता है।
गुड़ रक्तशोधक है और मेटाबॉल्जिम ठीक करता है।
रोज एक गिलास पानी या दूध के साथ गुड़ का सेवन पेट को ठंडक देता है।
गुड़ खाने से गैस की दिक्कत नहीं होती। जिन लोगों को गैस की परेशानी है, वो रोज़ लंच या डिनर के बाद थोड़ा गुड़ ज़रुर खाएं।
गुड़ आयरन का मुख्य स्रोत है । यह एनीमिया के मरीज़ों के लिए बहुत फायदेमंद है। खासतौर पर महिलाओं के लिए।
त्वचा के लिए गुड़ ब्लड से टॉक्सिन दूर करता है, जिससे त्वचा दमकती है और मुहांसे जैसी समस्या नहीं होती।
गुड़ की तासीर गर्म है, इसलिए इसका सेवन जुकाम और कफ से आराम दिलाता है। जुकाम के दौरान अगर आप कच्चा गुड़ नहीं खाना चाहते हैं तो चाय या लड्डू में भी इसका प्रयोग कर सकते हैं।
एनर्जी के लिए । बुहत ज़्यादा थकान और कमजोरी महसूस करने पर गुड़ का सेवन करने से एनर्जी लेवल तुरन्त बढ़ता है।
गुड़ जल्दी पचता है। इससे शुगर लेवल भी नहीं बढ़ता।
दिनभर काम करने के बाद जब भी आपको थकान हो, तुरंत गुड़ खाएं।
गुड़ शरीर के टेंपरेचर को नियंत्रित रखता है।
इसमें एंटी एलर्जिक तत्व हैं, इसलिए दमा के मरीज़ों को इसका सेवन लाभकारी होता है।
जोड़ों के दर्द में आराम। रोज़ गुड़ के एक टुकड़े के साथ अदरक का सेवन करें, जोड़ों के दर्द की दिक्कत नहीं होगी।
गुड़ के साथ पके चावल खाने से बैठा हुआ गला व आवाज खुल जाती है।
गुड़ और काले तिल के लड्डू खाने से सर्दी में अस्थमा की परेशानी नहीं होती है।
जुकाम जम गया हो तो गुड़ पिघलाकर उसकी पपड़ी बनाकर खिलाएं।
गुड़ और घी मिलाकर खाने से कान का दर्द ठीक हो जाता है।
भोजन के बाद गुड़ खा लेने से पेट में गैस नहीं बनती।
पांच ग्राम सौंठ, दस ग्राम गुड़ के साथ लेने से पीलिया रोग में लाभ होता है।
गुड़ का हलवा खाने से स्मरण शक्ति बढती है।
पांच ग्राम गुड़ को इतने ही सरसों के तेल में मिलाकर खाने से श्वास रोग से छुटकारा मिलता है।