देहरादून/उत्तराखण्ड: 16 Dec.–2023: खबर…. राजधानी से शनिवार को आज देहरादून में एक कार्यक्रम के आयोजन ने उपरोक्त कथन को कार्यान्वित किया और अमली जामा पहना दिया। “बॉलीवुड एक्टिंग स्कूल ऑफ़ आर्ट्स द्वारा आज आयोजित” टैलेंट हंट ” कंपटीशन के उपरांत “सिने जगत” के गलियारों में और “संपूर्ण उत्तराखंड” में उपरोक्त कथित बातें ही गूंज रही है।
आज वही इस दौरान “बॉलीवुड एक्टिंग स्कूल ऑफ आर्ट्स” द्वारा आयोजित ” GRAND FINALE ” और “टैलेंट हंट” ब्लॉक बास्टर और सुपर हिट रहा। अभूतपूर्व पैमाने पर अब तक आयोजित तीन प्रतियोगिताओं में लगभग 300 + प्रतिभागियों के ऑडिशन हुए और उनमें से कई प्रतिभागियों को चयनित करने के उपरांत विभिन्न सीरियल, शॉर्ट फिल्म, बॉलीवुड फिल्मों इत्यादि में काम करने के नाना प्रकार के मौके दिए गए। आज सभी प्रतिभागियों के सिने जगत और फैशन क्षेत्र में ऑडिशन हुए, जैसे गायन, नृत्य, लोक विद्या, प्रहसन, प्रत्यक्ष अभिनय, कैट वॉक, परिस्थितिजन्य अभिनय इत्यादि।वही “GRAND FINALE” में अप्रत्याशित तौर पर बहुत बड़ी भीड़ उमड़ी जो उन्माद और उन्मत्त से उग्र हो गई थी।
वही इस दौरान मुख्य जजों में अन्य के अलावा राहुल रॉय (‘आशिकी’ फिल्म प्रसिद्धि प्राप्त)और मानसी शर्मा (मिस एशिया)भी शामिल थीं। राजनीतिक क्षेत्र से कई नेता, संस्कृति के विद्वान, सिने जगत के विश्लेषक, भारी तादाद में मीडिया और विशेष तौर से हमारे देवभूमि के “आमजन” ने भारी मात्रा में शिरकत की।
साथ ही आयोजक गुरचरण लाल सदाना ने व्यक्तिगत बातचीत के दौरान समस्त उत्तराखंडी माता-पिता से अपील की है कि वो अपने बच्चों को “सिने जगत” की दिशा पर अग्रसर होने के लिए प्रोत्साहित करें और उनका मनोबल बढ़ाएं, विशेषकर वो माता-पिता जिनकी सिर्फ बेटियाँ हैं।
उन्होंने आगे कहा कि “सीने जगत” के माध्यम से उत्तराखंड के निवासियों को व्यवसाय दिया जा रहा है। और लगातार भविष्य में और व्यवसाय भी उपलब्ध कराए जाएंगे जिससे उत्तराखंड में केवल “बेरोजगारी” दूर होगी लेकिन आगामी समय में “पलायन ” मे भी भारी गिरावट आएगी”।
“बॉलीवुड एक्टर्स स्कूल ऑफ आर्ट्स” का दावा है कि वह भारत में एकमात्र “सिने ट्रेनिंग” अकादमी है जो आपको फिल्में, धारावाहिक, वेब सीरीज, वीडियो स्ट्रीम, फिल्में, फिल्में आदि में सामान्यीकृत और सबसे न्यूनतम शुल्क में प्रशिक्षण सेवाएं प्रदान करती है जिसमें 3 महीने 6 महीने तथा 1 साल के कोर्स शामिल है और शारीरिक रूप से अक्षम जन तथा जमीनी गरीबी रेखा के नीचे के लोगों के लिए विशेष छूट भी दी जाती है।