देहरादून/उत्तराखण्ड: 14 Nov.–2023: खबर…. राजधानी से मंगलवार को देहरादून स्थित नन्हीं दुनिया में 14 नवंबर, बाल दिवस के अवसर पर रचनात्मक कार्यशाला .का आयोजन किया गया। वही इस मौके पर बाल दिवस पर नन्हीं दुनिया की स्वयंसेवी चेरी शर्मा द्वारा एक रचनात्मक कार्यशाला करके सीखना, का आयोजन किया गया। साथ ही रचनात्मकता हमेशा नन्हीं दुनिया का सबसे महत्वपूर्ण पहलू रही है। वही, नन्ही दुनिया गत 77 वर्षों बाल सेवा में समर्पित है ।
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि भारत पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती के उपलक्ष्य में बाल दिवस मनाता है। यह वर्ष 1957 की बात है जब भारत के पहले प्रधान मंत्री पंण् जवाहरलाल नेहरू ने नन्हीं दुनिया आंदोलन में अपना समर्थन और विश्वास बढ़ाने के लिए नन्हीं दुनिया को एक हजार रुपये का चेक प्रदान किया था।
इस मौके पर रंग शाला के सभी बच्चों और शिक्षकों ने बहुत खुशी के साथ कार्यशाला में भाग लिया । बच्चों को रंग.बिरंगे गुब्बारे दिए गए। जिनसे उन्होंने विभिन्न प्रकार के जानवरों, फूलदान और मुखौटों को बनाकर अपनी व्यक्तिगत प्रतिभा दिखाई। वही, बच्चों द्वारा बनाए गए मुखौटे विस्मयकारी थे क्योंकि उन्होंने शिल्प बनाने के लिए अपनी कल्पना का उपयोग किया था। साथ ही बच्चो ने इस कार्यशाला में बड़ी दिलजस्पी दिखाई और रचनात्मकता का परिचित कराया। इस दौरान बच्चों के बीच मिठाइयाँ बाँटी गईं ।