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जिला अस्पताल में तिमारदार व नर्सिग स्टाफ डेंगू के खतरे में ,PMS ने कहा ये CMO की जिम्मेदारी!

देहरादून/उत्तराखण्ड: 02 SEP. – 2023: खबर…. राजधानी से इस दिनों जनपद देहरादून के सभी अस्पतालो में डेंगू के खौफ से हाहाकार मचा हुआ है।  देहरादून के  सभी सरकारी व प्राईवेट अस्पताल एवं क्लीनीको भर्ती मरीजो की भरमार हो रही है।   वही देहरादून जिले के इस कोरोनेशन अस्पताल में मलेरिया और डेंगू वायरल बुखार को लेकर पूरे स्वास्थ्य विभाग में अनदेखी और लापरवाही का दौर सा चल रहा है। जबकि आज कल स्वास्थ्य विभाग डेंगू और मलेरिया पीड़ितों के इलाज को लेकर हर तरह का ढिंढोरा पीटता नजर आ रहा है। वही इसी का एक उदाहारण जिसमें स्वास्थ्य विभाग के नियमो की पोल खुलती दिख रही है। वही इस वार्ड मच्छर मारने वाली मशीन भी कही नही दिख रही है। लेकिन कागजो में जरूर दर्ज होगी।

वही इस डेंगू के मरीजो की हाहाकार के बीच हमारे सिनियर संवादादता  देहरादून के जिला (पं0 दीनदयाल उपाध्याय) कोरोनेशन अस्पताल के डेंगू वार्ड में व्यवस्थओं का जायजा करने पहुंचे तो यह डेंगू के मरीजो को देख हैरान हो गए। वही इस डेंगू वार्ड में भर्ती मरीजो के पंलगो पर लगी मच्छर दानियां हटी हुई थी!  ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की गाईडलाइन का पालन अस्पताल के स्टाफ नही कराते दिख रहे है।

जबकि डेंगू सेबचाव के लिए अस्पताल में भर्ती मरीजो को हर पलंग के साथ मच्छरदानी दी गई है जिसको मरीज पंलग से अच्छी तरह से सेट करके उसे चारो ओर से दबा लें। जिसमें किसी तरह कोई अन्य मच्छर व मक्खी डेंगू मरीज को काट कर अन्य लोगो जैसे मरीज के पास बैठे तीमारदार व अस्पताल के नर्सिग अधिकारी व स्वास्थ्यकर्मीयों को काट न ले जिससे उन्हें भी डेंगू होने के निश्चित चांस होने का डर हैं ऐसी लापरवाही भर्ती मरीज केवार्ड में कताई नही होनी चाहिए इन सब सावधानियों के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एडवजरी भी जारी की जिससे सख्ती से लागू व पालन किया जाएं। वही किसी जगह पर मच्छर पनप सकते हैं और इसी से डेंगू भी फैल सकता है।

इस के दौरान हमारे संवादादता ने जब कोरोनेशन अस्पताल के डेंगू वार्ड में देखा की डेंगू  मरीजो के पंलगो पर चारो ओर लगी मच्छर दानियां पूरी तरह से बंद होने की जगह हटा कर रखी और मरीज व तिमारदार वार्ड में आराम फरवाते दिखे। वही साथ ही तिमारदार अपने मरीजो के पंलग पर कुछ बैठे है तो कुछ खाना खा रहे है। इन्हें यह कोई टोक टुकाई नही की जा रही है।

वही डेंगू से बचाव की सावधानी इस कोरोनशन अस्पताल के डेंगू वार्ड में नही दिख रही है। वही इस मौके पर जब हमारे सिनियार रिपोर्टर ने जिला अस्पताल की पीएमएस प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ0 शिखा जंगपांगी के कक्ष में जाकर मिले वह उस समय कई डॉक्टर भी मौजूद थे, तभी हमारे रिपोर्टर ने डेंगू की सावधानियों के सबंधं में जानकारी मांगी तो पीएमएस व साथ नोडल अधिकारी डॉ0 परवीन पवांर ने कहा कि डेंगू की जानकारी हम नही दे सकते इसके लिए देहरादून सीएमओ को नोडल अधिकारी के रूप में ही जवाब सवाल व अन्य डेंगू संबंधित जानकारी देगे।

वही साथ ही जब हमने कहा कि डेंगू वार्ड में घोर लापवाही बरती जा रही है तो पीएमएस ने दो टुक में आना पल्ला झाड़ते हुए कहा आप सीधे सीएमओ देहरादून से पता करे। यही नही उन्हें ने एक प्रशन पर कहा कोरोनशन मे कोई बैड नही खाली है और 60 बैड सारे फूल हैं लेकिन हमारे कैमरे में कैद कई बैड खाली पड़े दिखे तो यह ऐसा लगता है कि स्वास्थ्य विभाग को यह जिला अस्पताल के अधिकारी व्यवस्थाओं ने नाम बेवकूफ बना रहे हैं ।

जब किसी उच्च स्वास्थ्य अधिकारी जिसमें डीजी हेल्थ व स्वास्थ्य सचिव को दौरान इस जिला अस्पताल में किया जाता है उन्हें अपने इस जिला अस्पताल के व्यवस्थओं को झूटा ढोल पीटते है। जबकि यहा धरातल में कुछ ओर ही हैं। अगर इस अस्पताल की सच्चाई जाननी है तो यह बिना सूचना के अधिकारी गण स्वमं आ कर छापा मरे सही व गलत आपने आप दिखाई दे देगा। वही डेंगू के नियमो पालन किस सख्ती से किया जा रहा और डेंगू वार्ड में कितनी गलती व लापवाही बरती जा रही यह देखने वाली बात है।

इस दौरान सीएमओ देहरादून से जब हमारे संवादादता ने फोन पर बात की तो उनका कहना है कि जहां पर कहीं कोई कमी कभी सामने आती है। वहां तुरंत सुधार किया जाने के आदेश है। यदि किसी पीड़ित मरीज को कोई परेशानी है तो तुरंत इसकी शिकायत संबंधित अधिकारी से करना चाहिए, इसका समाधान निकलेगा। साथ ही सीएमओ ने कहा की जिला अस्पताल की पीएमएस को ऐसा नही कहना चाहिए की उनको कुछ बातने की प्रतिंध है।

वही इस  जिला अस्पताल पीएमएस की जिम्मेवारी भी बनती है अगर कोई शिकायत मिलती है तो उसका समाधान भी वही कर सकती हैं । ऐसे समय पर पीएमएस व नोडल अधिकारी को नियमो का पालन करने व करवाने के आदेश भी दिए जा चुके है। वही किस तरह से इस समस्या से निजात पाई जाए।  इसके लिए विचार विमर्श कर अहम दिशा निर्देश भी दिए गए हैं।  उन्होंने बताए गए जिला प्रशासन की ओर से डेंगू की रोकथाम के लिए सब की जिम्मेदारी, सबकी भागीदारी, अभियान चलाया जा रहा है।  लेकिन यह कोई सुनने वाला नजर नही आ रहा है।
बता दे कि बीते शुक्रवार को यानी 1 सिंतबर 2023 में तीन जिलों में 22 मरीजों में डेंगू की पुष्टि ेंहुई है। प्रदेश के छह जिलों में अब तक डेंगू के अब तक डेंगू के 746 मरीज मिल चुके हैं। जिसमें सबसे अधिक अकेले देहरादून में 468 डेंगू की पुष्टि हुई है।

बता दे कि तीन जिलों में डेंगू मरीजों की पुष्टि होने पर उनकी तदायद लगातार बढ़ रही हैं। तो वही डेंगू से मरीज अस्पताला में ठीक होकर घर जा रहे है। प्रदेश के 6 जिलों में अब तक डेंगू के अब तक डेंगू के 746 मरीज मिल चुके हैं। जिसमें सबसे अधिक अकेले देहरादून में 468 डेंगू की पुष्टि हुई है। वही, देहरादून स्थित सूबे के सबसे बड़े राजकीय दून मेडिकल कालेज अस्पताल एवं जिला े कोरोनेशन पं0दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल देहरादून में डेंगू के मरीजो से भरा पड़ा है। वही, डेंगू व मौसमी   बीमारी से पीड़ित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।ऐसे में सामान्य बुखार होने पर भी आम लोगों में डेंगू की दहशत है। चिंताजनक यह कि दून में डेंगू से कुछ लोगों की मौत भी हो चुकी है। वही इस दौरान डेंगू व टाईफायड का या हल्के बुखार की दहशत देकर कई निजी अस्पताल व लैब फायदा उठाते हुए डेंगू का खौफ दिखा अपनी जेब भर रहे हैं।

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