देहरादून/उत्तराखण्ड: 09 JULY .. 2023, सूत्रो के हवाले से मिली ताजा जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश प्रयागराज में आगामी 2025 मे होने वाले भव्य महाकुंभ की घोषणा कर दी गई है। इस दौरान सर्व सम्मति से अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के साथ मेला प्रशासन ने वही इस 08 JULY .. 2023,शनिवार को महाकुंभ-2025 के शाही स्नान की तिथियों का ऐलान/घोषणा कर दिया। इस दौरान आगामी 13 जनवरी 2025 से शुरू हो कर 26 फरवरी 2025 तक चलेगा। पौष पूर्णिमा पर प्रथम शाही स्नान के साथ ही 45 दिवसीय दिव्य एवं भव्य महाकुंभ का श्रीगणेश होगा। वही इस दौरान कमिश्नरी के गांधी सभागार में सुबह 11.00am बजे शुरू हुई अखाड़ा परिषद के साथ प्रशासन की पहली बैठक में सभी 13 अखाड़ों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
वही इस अवसर पर साधु-संतों के साथ ज्ञान की गहरी जड़ों के रूप में संगम तट पर स्थित अक्षयवट, पातालपुरी, सरस्वती कूप के साथ भरद्वाज आश्रम और द्वादश माधव मंदिर कॉरिडोर के विकास की परियोजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई।अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि ने राम गमन मार्ग का सूचक के रूप में भी परिलक्षित करने, महर्षि भारद्वाज द्वारा किए गए कार्यों का और प्रचार-प्रसार करने, शंकराचार्य द्वार बनाने, वेणी माधव की परिक्रमा की व्यवस्था के साथ मोहल्लों का नामकरण जगदगुरुओं के नाम पर करने का प्रस्ताव दिया। इस पर अफसरों ने अमल करने का भरोसा दिया।
जाने महाकुम्भ 2025: मुख्य स्नान पर्वों की तिथियां:–
प्रथम शाही स्नान- पौष पूर्णिमा 13 जनवरी..
द्वितीय शाही स्नान- मकर संक्रांति 14 जनवरी…
तृतीय शाही स्नान- मौनी अमावस्या 29 जनवरी
चतुर्थ शाही स्नान-वसंत पंचमी 03 फरवरी..
पंचम शाही स्नान-माघी पूर्णिमा 12 फरवरी..
षष्ठम शाही स्नान- महाशिवरात्रि 26 फरवरी..
वही इस बैठक में पहले से ही अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस बार के प्रयागराज महाकुंभ 2025 में 40 करोड से भी अधिक श्रद्धालुओं की आने की संभावना है। भाई इस बैठक में अखाड़ा परिषद के साथ प्रशासन के साथ सभी 13 अखाड़ों के प्रतिनिधि शामिल हुए। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसकी औपचारिकता घोषणा करेंगे साथ ही कुंभ मेला अधिकारी विजय किरण आनंद ने बताया कि अब ढाई हजार करोड़ से ज्यादा की योजनाओं की मंजूरी शासन से मिल गई है। इसी के साथ बताया गया है कि लैंडस्कैपिंग साइंस के साथ ही तीर्थों के प्रवेश द्वार ओ का भी निर्माण कराया जा रहा है इसी के तहत मुख्य मंदिरों का भी विकास प्रस्तावित है।
वही इस दौरान अन्य संतों ने तीर्थ यात्रियों के लिए जरूरी सुविधाएं सुनिश्चित कराने का अनुरोध किया। मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने संतों से महाकुंभ की सफलता के लिए आशीर्वाद और सहयोग मांगा।महानिर्वाणी अखाड़ा के यमुनापुरी ने पेशवाई मार्गों से लटकते हुए विद्युत तारों को हटाने का सुझाव दिया।