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स्मार्ट सिटी का कार्य ऐसा की अंधे को भी Corruption नजर आए..!

देहरादून/उत्तराखण्ड: 28-JUNE.. 2023:  देहरादून स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के नाम पर देहरादून शहर का बुरा हाल हो रखा है।  बता दे कि वही इसी के साथ स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट देहरादून की जनता के लिए सहुलियत से ज्यादा मुसीबत बना गया है।    वही इस दौरान कार्यदायी संस्था को 30 जून 2023, तक डेडलाइन दी गयी है कि अगर 30 जून तक काम पूरा नही हुआ तो रोजाना डेढ़ लाख रुपए की पेनल्टी लगाई जाएगी।  बता दे कि देहरादून स्थित मॉनसून दस्तक ने दे दी है। साथ ही इधर देहरादून में स्मार्ट सिटी का कार्य चल रहा है ऐसे में यदि कार्य मॉनसून से पहले समाप्त नही हुआ तो बारिश के दौरान देहरादून में हालात और खस्ता हो जाएंगे।

बता दे कि देहरादून की आम जनता पिछले 6 सालो से स्मार्ट सिटी बनाने के चलते परेशान हो चुकी है। शहर में जगह जगह सड़को की खुदाई ब्रिज बनाने को लेकर की गई तोड़फोड़ इत्यादि के चलते जनता का आवागमन भी आये दिन बाधित रहता है।वही इस राजधानी देहरादून को स्मार्ट सिटी बनाने की कवायद कछुए की चाल से शुरू हुई और अब तक पूरी नही हुई। वही करीब 8.1 किमी, स्मार्ट रोड पर तकरीबन 100 करोड़ रुपये से अधिक खर्च होगा।

लेकिन सरकार को आम जनमानस की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है। वही इस दौरान शहर की नालियां चौ क होने के कारण गंदा पानी सड़कों पर एवं दुकानो व घरो के अंदर आ रहा है। साथ ही सड़कों और गड्ढों में कोई अंतर नजर नहीं आ रहा है। वही नगर निगम की भी कार्यो की पोल खुल रही हैं। इस स्मार्ट सिटी के निमार्ण कार्यो के कारण नाले व नालीयां बजरी और मलबे से पटे पड़े हैं।

वही इस बारिश के चलते शहर में ही कहीं जल भराव तो कहीं सड़कों पर कीचड़ में गाडिय़ां धंस रही है, तो कहीं पैदल चलना दुश्वार हो गया है। इससे आमजन को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बरसात सिर पर है। ऐसे में ये अधूरे कार्य लोगों के सिरदर्द का और बढ़ाएंगे।  देहरादून में इन 10 वार्डों में हो रहे कार्य: न्यू रोड, एमकेपी रोड, घंटाघर, बकरालवाला, करनपुर, शिवाजी मार्ग, खुड़बुड़ा मोहल्ला,झंडा मोहल्ला, धामावाला,  तिलक रोड, कालिका मंदिर मार्ग, । वही जिसमें शहर के सभी सड़कों पर नाली निर्माण एवं अन्य निर्माण कार्यों के कारण सड़कों पर पढ़िए रेत और बजरी वा टाइलें आदि पडे़ रहने से आए दिन दुर्घटना घट रही है।

लेकिन स्मार्ट सिटी प्रयोजना के काम में किसी की परवाह किए बगैर घोर लापरवाही के साथ गुणवत्ता पर भी जूं नहीं रेंग रही है। इसी का जीता जागता उदाहरण आप देख सकते हैं देहरादून दून अस्पताल रोड स्थित न्यू कैंट रोड एवं एमकेपी पीजी कॉलेज रोड पर आजकल नालियों के निमार्ण का कार्य चल रहा है। वही जिसमें यह नाले का निर्माण हो रहा है, आप देख सकते है कि नाले के बीच में कई तरह की पाइप जिसमें सीवर, पानी के पाइप एवं अन्य पाइप क्रॉस हो रहे हैं।

और वही नाले में निर्माण के दौरान जब यह पूरा हो जाएगा कार्य तो नालो के अंदर कूड़ा फंसा रहेगा । वही इस पर कोई भी अधिकारी ना ही नगर निगम संबंधी विभाग, न ही पीडब्ल्यूडी विभाग और ना ही स्मार्ट सिटी से संबंधित अधिकारी से लेकर डीएम तक कोई किएमकेपी पीजी कॉलेज रोड पर हो रहे नाली के निर्माण को लेकर घोर लापरवाही देखने को मिली।

वही जिसमें स्थानीय निवासी महेंद्रजीत सिंह कुकरेजा, डीपी सिंह एवं प्रशांत सिंह ने बताया कि यह स्मार्ट सिटी की ओर से नाले का निर्माण किया जा रहा है जिसमें घोर लापरवाही को देखते हुए नाले की बीच में से जा रही पानी के मोटी पीवीसी पाइपलाइन लीकेज होने पर उसे सेलो टेप से चिपकाकर नालो पर स्लैप डालकर छुपाया जा रहा था। जिस पर स्थानीय निवासी महेंद्र जीत सिंह कुकरेजा की नजर पड़ी और उन्होंने अपने मोबाइल से मौके पर फोटो खींची और साथ ही ठेकेदार को पाईप लाइन को ठीक करने को कहा उसने अनसुना कर दिया।

वही इस टेप चिपकाकर पानी की लाइन शिकायत पर नजर अंदाज कर कार्यो को इतिश्री कर आगे का काम किया जा रहा था। वहीं इस पानी की पेयजल लाइन में गंदा पानी आने का खतरा तो है, ही साथ ही इस बरसात के मौसम में जलभराव के साथ गंदा पानी भी पीने को घरो के नालो में सप्लाई होना कोई बड़ी बात नहीं है। वही, स्थानीय लोगों का कहना है कि इस घोर लापरवाही पर कोई भी जिम्मेदार अधिकारी मौके पर मौजूद नहीं रहता और ठेकेदार अपनी मनमर्जी से कार्य कर रहा है।

वही जिसमें पानी के पाईप 6 या 8 इंच करीब पीवीसी पाईप में हो रही लीकेज को टेप से चिपका कर करोड़ के स्मार्ट सिटी में खर्च ऐसे ही डकार रहे है। वही इस संबंध में महेंद्र कुकरेजा ने कहा है कि ठेकेदार को लीकेज पाइप को हटाकर नया पाइप लगना चाहिए था। लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। वही जब इस संबंध में मीडिया कर्मियों को वहां पर बुलाया गया तब जाकर बगले झांकने लगा ठेकेदार और अपनी गलती को महसूस किया।

बता दे कि  देहरादून में स्मार्ट सिटी  के निमार्ण कार्यो हेतु   सुस्त रफ्तार और खराब गुणवत्ता पर जहां मुख्यमंत्री ने अफसरों को फटकार लगाई।   वही इसी के साथ देहरादून से भाजपा के तीन विधायकों विनोद चमोली, खजानदास और उमेश शर्मा काऊ  एवं देहरादून   मेयर सुनील उनियाल गामा ने नाराजगी जताते हुए भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए परियोजना की वित्तीय जांच की मांग की है।

सूत्रो की माने तो वही पूरे शहर में जहां जहां नालो का निमार्ण कार्या चल रहा है वही इतनी अनियमिताएं देखने को मिलेगी आप गिनती नही कर सकते। ऐसा लगता है कि स्मार्ट सिटी का कार्या आंख बंद कर ठेकेदार व अधिकारी बिलो का पास कर रहे। जिससे इसमें कोई बड़ा खेल होने के बू आ रही हैं। इसती शिकायते व दुख दर्द मिल रहा है इस परियोजना से जिसका कोई हिसाब नही।

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