
देहरादून/उत्तराखण्ड: 11 JAN.–2024: खबर…. राजधानी से बृहस्पतिवार को चमोली गढ़वाल में मिली ताजा जानकारी के अनुसार जिला पंचायत अध्यक्ष चमोली की रजनी भंडारी को तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया गया है। शासन ने बुधवार को इस बारे में आदेश भी जारी कर दिए। श्रीनंदादेवी राजजात के लिए वर्ष 2012-13 में पर्यटन विभाग से प्राप्त धनराशि से स्वीकृत कार्यों के लिए न्यूनतम के बजाय अधिकतम बोलीदाताओं की निविदा स्वीकृत करने के आरोप की मंडलायुक्त की जांच में पुष्टि के बाद यह कदम उठाया गया है। वही इस दौरान पंचायती राज मंत्री सतपाल महाराज ने इसकी पुष्टि की।
वही इसी के साथ दुसरी ओर सूत्रो के मुताबिक उत्तराखण्ड काग्रेस विधायक एवं पूर्व मंत्री व नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्या ने आने बयान में कहा कि जिन 2012-13 के आरोपों के तहत जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रजनी भंडारी को पद से हटाया गया था उस पर पूर्व में दो बार चमोली जिलाधिकारी द्वारा की गई। जांच में कोई भी वित्तीय अनियमितता नहीं पाई गई। बदले की भावना, हाईकोर्ट में पराजित हो गई । लेकिन अब पुनः सरकार ने चमोली जिला पंचायत निर्वाचित अध्यक्ष श्रीमती रजनी भंडारी को राजनीतिक द्वेष भावना से ग्रसित होकर अनियमिताओं का आरोप लगाकर अध्यक्ष पद से हटा दिया है।
साथ ही मा. मुख्यमंत्री को अपनी सरकार के इस निर्णय पर फिर से विचार करना चाहिए। बदले की भावना, सरकार और राज्य के लिए उचित नहीं है।एक बार फिर न्यायालय की शरण में जाकर इस अनुचित कार्यवाही के ख़िलाफ़ न्याय की गुहार करेंगे। कांग्रेस पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता लोकतंत्र को नष्ट करने की भाजपा की इस द्वेषपूर्ण कार्यवाही में मज़बूती से उनके साथ रहेगा।
वही इसी के साथ रजनी भंडारी का कहना है कि भाजपा ने लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए जनमत का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि उन पर वित्तीय अनियमितता के आरोप जांच में सिद्ध नहीं हुए हैं। बावजूद इसके उन्हें प्रदेश सरकार ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के दबाव में हटाया है। उन्होंने कहा कि भट्ट, विधानसभा की बदरीनाथ सीट के चुनाव में उनके पति से हार गए थे।