उत्तराखण्डः 02 फरवरी . 2025, रविवार को देहरादून स्थित उत्तराखण्ड में 28 जनवरी से चले रहे 38वें राष्ट्रीय खेलो की मेजबानी में सरकारी सिस्टम हुआ फेल! मिडिया मे भी बड़ा जन आक्रोश!! उत्तराखण्ड मे आयोजित होने वाले 36वे राष्ट्रीय खेलो की मेजबानी मे सरकारी सिस्टम फेल होता जा रहा है। जिसको लेकर इस बार उत्तराखण्ड मे आने वाले अन्य राज्यों के खिलाड़ियों को भी काफ़ी परेशानी का सामना करना पड़ा है। प्राइवेट होटल मे खिलाड़ियों के ठहरने से लेकर, खिलाड़ियों को मिलने वाले भोजन को लेकर भी कई शिकायत मिलने के बाद अब मिडिया कर्मी भी इस आयोजन को लेकर कई शिकायत कर रहे है।
वही इस खेल कुम्भ मे आयोजको की ओर से जिस पी आर कम्पनी को मिडिया की जिम्मेदारी सौपी है। वह भी मिडिया कर्मियों से अभद्रता कर रही है। और मीडिया के साथ तीखी झड़पे व मारपीटई के भी कई वीडियो सोशल मिडिया पर वायरल हो रहे है। वही इस प्रकारण को लेकर मिडिया कर्मियों की ओर से देहरादून स्थित महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में खेल सचिवालय में उत्तराखण्ड के खेल सचिव अमित सिन्हा से पत्रकारो ने मुलाक़ात कर इस आयोजन मे होने वाली गड़बड़ियों की शिकायत दर्ज करवाई गईं है। वही खेल सचिव सिन्हा का कहना है कि पत्रकारो के साथ इस तरह व्यवहार अशोभनीय है। इसकी जांच करायी जाएगी और हिमांद्री मीडिया सेंटर में पी.आर रमनदीप सिंह सरदार हेड पर जरूर कार्यवाही की जाएगी।
उत्तराखण्ड मे आयोजित होने वाले राष्ट्रीय खेलो मे राज्य के बाहर की कई ऐसी एजेंसियो को काम सौंप दिए है जिनको उत्तराखण्ड का कुछ अनुभव ही नहीं है। जिसको लेकर उत्तराखण्ड के लोग अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे है। इतने बड़े आयोजन मे राज्य के लोगो से दूरी बना कर काम करने की शैली ने पूरे सरकारी सिस्टम की पोल खोल कर रख दी है और इन सबके पीछे कौन है यह भी जाँच का विषय बन गया है।
बता दे कि दो दिन पूर्व स्पोर्टस कालेज स्थित हिमाद्री मीडिया संेटर में P.R.वॉलिंटियर मीडिया पास DIPR Dehradun Facebook अपलोड के माध्यम से बना रहे हैं जिस पर दोबारा जब मीडियाकर्मी भी गए तो उन्होंने अपनी जानकारी दोबारा अपडेट कराई तो उनके कुछ के पास मिल गए। और कुछ के पास को लेकर पी आर वॉलिंटियर ने गुस्से के साथ मना कर दिया और कहा दोबारा बार-बार यहां अंदर मत आना नहीं तो धक्के देकर बाहर निकाल दिए जाएंगे।
साथ ही खड़े P.R.वॉलिंटियर के हेड रमनदीप सरदार ने सीधा कर्मियों पर भड़क गए और गाली गलौज और धक्का मुक्की की साथ ही जब मीडियाकर्मी ने इसकी वीडियो बनानी चाहिए तो उसका कैमरा भी हाथ मार के गिरा दिया। इस पर विवाद देख काफी लोग एकत्र हो गए । इस दौरान पत्रकारों ने शालीनता के साथ वहां पर सीधा खेल सचिवालय में जाकर संबंधित अधिकारी आदर्श पंत नाम अधिकारी के संज्ञान में दिया। साथ ही उन्हें वीडियो फुटेज भी दिखाए।
वही जिसमें इस बार उत्तराखंड में 38वें राष्ट्रीय खेल की मेजबानी उत्तराखंड को मिली है इस राष्ट्रीय खेलों के आयोजन में उत्तराखंड सरकार द्वारा करोड़ रुपया प्रदेश की जनता का ही लगा है। और इस जनता के धन को किस तरह बहारी राज्य से बुलवायी प्राइवेट कंपनियां को काम देखकर मोटी रकम को उड़ाया जा रहा है। यह भी एक अपने आप में सवाल है। क्या हमारे उत्तराखंड के नौजवान ो में कोई कमी है की ऐसे आयोजन में रोजगार के रूप में कार्य क्यों नहीं कर सकते बाहर से बुलाए गए वालंटियर की क्या आवश्यकता थी । हमारे उत्तराखंड के युवक/ युक्तियां बहुत काबिल हैं। देखने वाली बात या साबित हो गई है कि बाहर से बुलाए गए यह वालंटियर किस तरह हमारे सीधे.साधे उत्तराखंडायों के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं। इसका परिणाम वीडियो के रूप में भी वायरल हो रहा है।
जानकारी के मुताबिक जिसमें स्टेट वेट लिफ्टिंग एसोसिएशन का आरोप है कि खेल विभाग से सामान्य की कमी के चलते खिलाड़ियों को प्रशिक्षण व पर्याप्त सुविधा नहीं मिल सकती है। 28 जनवरी से खेल शुरू हो चुके हैं लेकिन अभी तक खिलाड़ी किट नहीं मिली है। खुद संगठन के पद अधिकारी कोच इस विषम परिस्थितियों के बीच देहरादून में ठहरे हैं।
साथ ही संगठन के महासचिव राजीव चौधरी ने कहा है कि होटल में ₹4000 किराए पर कमरा देकर खिलाड़ियों की तैयारी में जुटे हैं । उनके लिए उत्तराखण्ड शासन की ओर से ठहरने का कोई इंतजाम नहीं किया गया है। साथ ही कोच को किट भी नहीं मिल रहे हैं। उन्होंने कहा की मुश्किलों के बावजूद हमारी तैयारी में कमी नहीं है। बता दे की राष्ट्रीय खेलों में करीब 15000 लोग आए हैं ।उन्हें ठहरने और खेल प्रतियोगिताओं के इंतजामों के लिए खेल विभाग हर स्तर पर समन्वय बनाने की कोशिश कर रहा है । लेकिन की यह खेल विभाग कोशिश व इंतजाम कई जगह फेल दिख रही है।