संभल में सिक्योरिटी हाई, सपा नेताओं को नहीं मिली जाने की इजाजत, वापस लौटने पर हुए मजबूर
उत्तर प्रदेश/उत्तराखण्ड : 30 नवम्बर 2024 ,। शाही जामा मस्जिद सर्वे को लेकर 24 नवंबर को पथराव की घटना के बाद यूपी के संभल में सुरक्षा तैनात की गई है। समाजवादी पार्टी (सपा) का एक प्रतिनिधिमंडल आज संभल आ सकता है। हालांकि, उन्हें जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है। पुलिस ने माता प्रसाद पांडे को लखनऊ स्थित उनके आवास के बाहर ही रोक लिया है। उन्होंने कहा कि डीएम संभल ने भी मुझे फोन करके बताया था कि बाहरी लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध 10 दिसंबर तक बढ़ा दिया गया है। इसलिए मैं अब पार्टी कार्यालय जाऊंगा और अपनी अगली कार्रवाई पर निर्णय लेने से पहले इस मुद्दे पर चर्चा करूंगा।
दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर पर पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद समाजवादी पार्टी के सांसद हरेंद्र सिंह मलिक ने कहा कि उन्होंने हमें रोका है और कह रहे हैं कि अधिकारी हमसे बात करेंगे। प्रोटोकॉल के अनुसार, संसद सदस्य को भारत सरकार के कैबिनेट सचिव से ऊपर माना जाना चाहिए। दुर्भाग्य से, हमें एसीपी के साथ बातचीत करने से रोक दिया गया है। हम एसीपी के आने का इंतजार कर रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के सांसद मोहिब्बुल्लाह नदवी ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि पुलिस ने हमें रोका है। जब सर्वेक्षण (शाही जामा मस्जिद पर) किया जा रहा था तो यूपी पुलिस को धैर्य रखना चाहिए था। अब जब हम शांति की अपील करने के लिए (संभल) जा रहे हैं और लोगों का हालचाल पूछते हैं तो वो हमें रोक रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर रहमान बर्क ने कहा कि दुर्भाग्य से, पुलिस ने हमें रोक दिया। मैं इसकी निंदा करता हूं।’ जनता की आवाज कौन उठाएगा? अगर पुलिस, प्रशासन लोगों के खिलाफ खड़ा है तो विपक्ष की जिम्मेदारी है कि वह उनकी मदद करे। उन्होंने कहा कि हम घटना (संभल) की रिपोर्ट सपा मुखिया अखिलेश यादव को देना चाहते हैं। लेकिन, सरकार पुलिस की करतूतों को छिपाने के लिए यह सब कर रही है। बर्क ने आगे कहा कि उन्होंने (यूपी पुलिस) हमें जबरन रोका और जाने नहीं दे रहे हैं। जनता को काफी
असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि हम इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे कि वे किस तरह से संविधान का अपमान कर रहे हैं…अब हम दिल्ली वापस जा रहे हैं और हम इस मुद्दे को संसद में जोरदार तरीके से उठाएंगे। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि जहां भी जुल्म और अन्याय हो रहा हो, उसके खिलाफ सभी को खड़ा होना चाहिए। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल 2 दिसंबर को संभल आएगा और पुलिस और प्रदेश सरकार द्वारा जानबूझकर की गई घटना से कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व को अवगत कराएगा।