
न्यूज डेस्क /उत्तराखंड: 24 Nov.2025, सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार बंगाल में घुसपैठियों में भगदड़ क्यों? वजह सिर्फ SIR नहीं !,असली भूचाल तो कुछ और है ! बंगाल में पिछले कुछ हफ्तों से एक अजीब-सी हलचल है! सीमा के जिस तरफ से लोग आसानी से घुस आते थे, अब वहीं से उल्टी दौड़ लगी हुई है ..! घुसपैठियों में हाहाकार मचा है और वे अपने देश की ओर भाग रहे हैं ..क्यों? क्या सिर्फ SIR अभियान इसका कारण है ..?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आधा जवाब हाँ ! पूरा जवाब Immigration and Foreigners Act 2025 है, जिसने असल में खेल पलट दिया है ..! कानून जो सीधे नस में वार करता है! मार्च 2025 में पास हुआ और 1 सितंबर 2025 से लागू यह नया कानून, पुराने चार कानूनों की जगह लेकर एक ही बात साफ करता है! भारत अब ‘धर्मशाला’ नहीं है! इसके प्रावधान सीधे और सख्त हैं!, बिना वैध पासपोर्ट या वीजा भारत में घुसने पर 5 साल की जेल और 5 लाख रुपए का जुर्माना!
अगर फर्जी डॉक्यूमेंट साथ है, तो 10 लाख का चालान, ऊपर से तुरन्त डिपोर्टेशन! इतना कठोर कानून पहले कभी जमीन पर लागू नहीं हुआ था। SIR vs नया कानून: फर्क समझिए! SIR अभियान का डर एक तरफ है! जो सिर्फ वोटर लिस्ट से बाहर करता है! लेकिन Immigration and Foreigners Act 2025 में फंस गए, तो फिर कोई राजनीतिक छतरी साथ नहीं खड़ी होती!
यहाँ तक कि पश्चिम बंगाल की ममता बानो भी बचा नहीं पाएंगी! यही लाइन आज घुसपैठियों में दहशत का सबसे बड़ा कारण बनी हुई है!बंगाल में बदलता माहौल, कानून लागू होते ही दलाल नेटवर्क, फर्जी ID बनाने वाले गैंग और अवैध बसावट में शामिल लोग अचानक भूमिगत हो गए हैं! जिन्हें कभी कोई रोकता नहीं था, वे आज खुद रास्ता ढूंढकर सीमा पार वापस जा रहे हैं ..! यह केवल प्रशासनिक बदलाव नही मानसिक बदलाव है! ये संदेश स्पष्ट है कि भारत अब कानून के नाम पर समझौता नहीं करेगा! इसलिए मचा घुसपैठियों में हाहाकार।



