
उत्तराखंड: 15 Nov.2025, शनिवार को देहरादून / राजधानी स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश में सोमवार से विश्व एंटीमाइक्रोबियल जागरुकता सप्ताह (वाॅव) का आयोजन शुरू होगा। जन जागरूकता की दृष्टि से इस कार्यक्रम को विस्तार देने हेतु संस्थान ने पूरे महीने तक चलने वाली व्यापक शैक्षिक, जागरूकता और क्षमता-वर्धन गतिविधियों की योजना बनाई है। जिनका उद्देश्य स्वास्थ्यकर्मियों को सशक्त बनाना और आम जनमानस व समुदाय को एंटीमाइक्रोबियल स्टुअर्डशिप के महत्व के प्रति संवेदनशील बनाना है।
एम्स ऋषिकेश मंगलवार 18 से 24 नवंबर तक विश्व एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस (ए.एम.आर) जागरूकता सप्ताह मनाने जा रहा है। इस बार आयोजन की वैश्विक थीम ’अभी कार्य करें, हमारा वर्तमान सुरक्षित रखें और भविष्य को संरक्षित करें’ रखी गयी है। कार्यक्रमों की शुरूआत में फैकल्टी सदस्यों, रेजिडेंट्स डाॅक्टरों और नर्सिंग अधिकारियों के लिए एंटीमाइक्रोबियल स्टुअर्डशिप प्रथाओं को सुदृढ़ करने हेतु एक विस्तृत ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स (टी.ओ.टी) कार्यशाला आयोजित की जाएगी।
कार्यक्रम के आयोजन सचिव डॉ. प्रसन के. पांडा ने बताया कि संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह के मार्गदर्शन में आयोजित यह कार्यक्रम अपने आप में एक अनूठा और व्यापक आयोजन है, जिसमें संस्थान के सभी विभाग सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य सभी स्वास्थ्यकर्मियों को संवेदनशील बनाना और संस्थान में वैश्विक मानकों के अनुरूप एंटीमाइक्रोबियल उपयोग नीति विकसित करना है। इस दौरान विभिन्न सामुदायिक स्थानों पर रोल-प्ले, नाटक और संवादात्मक कार्यक्रमों का प्रस्तुतीकरण, संस्थान में स्वास्थ्यकर्मियों के लिए आइस-ब्रेकिंग और संवेदनशीलता सत्रों का आयोजन, वर्कशाॅप, व एंटीमाइक्रोबियल के उपयोग, निगरानी रणनीतियों और बहु-विषयक स्टुअर्डशिप के प्रशिक्षण कार्यक्रम शामिल हैं।



