चुनावबिहारराजनीति

कौन जीतेगा बिहार, देखें एग्जिट पोल्स

उत्तराखंड: 12 Nov.2025,बुधवार को देहरादून । प्राप्त जानकारी के अनुसार  बिहार चुनाव में मतदान संपन्न होने के बाद तमाम एजेंसियों के सर्वे (एग्जिट पोल) में एनडीए की भारी बहुमत से सरकार बनती नज़र आ रही है। ये सर्वे किस आधार पर होते हैं, कौन-कौन फील्ड में जाता है और किससे पूछते हैं, इसके बारे में पिछले कुछ चुनावों के नतीजे ही स्पष्ट बताते रहे हैं।

 बिहार की 243 सीटों की विधानसभा में बहुमत का मैजिक नंबर 122 है. हालांकि यह अभी एग्जिट पोल्स के नतीजे ही हैं. एक तरह का अनुमान है, जो कई मौकों पर उल्टा भी हुआ है. 14 नवंबर को जब वोटिंग मशीनें खुलेंगी, तो असली पिक्चर सामने आएगी. 

 बिहार में दूसरे और अंतिम चरण की वोटिंग समाप्त होने के बाद Exit Poll सामने आने लगा है. इलेक्शन रिसर्च की अलग-अलग एजेंसियां एग्जिट पोल में यह बता रही है कि राज्य में किसकी सरकार बनेगी. अभी तक सामने आई ज्यादातर सर्वे एजेंसियों ने एनडीए को स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार में आने की बात कही है. ज्यादातर सर्वे एजेंसियों के एग्जिट पोल में NDA को बहुमत बताया गया है. जिसके आधार पर यह कहा जा रहा है कि बिहार में फिर से नीतीशे कुमार है. तेजस्वी ने पूरी ताकत से चुनाव लड़ा, लेकिन एग्जिट पोल में वो पिछड़ते नजर आ रहे हैं. दूसरी ओर सोशल मीडिया पर धूम मचाने वाली प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज एग्जिट पोल में 0-5 सीटें लाती नजर आ रही है.

इसी क्रम में बहरहाल बिहार के चुनाव को जमीनी स्तर पर कवर कर रहे वहां के स्थानीय पत्रकारों से बातचीत के आधार पर जो अनुमान आ रहा है। वह इस प्रकार है। मुलाहिजा फर्माइए…

इंडिया गठबंधन 135 (+5, -5)

एनडीए गठबंधन 100 (+10, -10)

अन्य 8 (+5, -5)

इसमें अलग अलग दलों कुछ इस प्रकार से सीटें मिलने का अनुमान है….राजद सबसे बड़ी पार्टी रूप में एक बार फिर सामने आएगी और सीटें होंगी 80 (+5, -5)
कांग्रेस करीब 25-30 सीटें,
लेफ्ट करीब 18-20 सीटें,
वीआईपी करीब 5-6 सीटें और आईजीपी एक सीट पा सकती हैं।

जबकि एनडीए खेमे की बात करें तो भाजपा करीब 45 (+5, -5) सीटें, जदयू करीब 55 (+5, -5) सीटें, एलजेपी 5 (+1, -1), हम 4 (+1,-1) और आरएलएम 3 (+1,-1) सीटें पा सकती हैं।

ये स्थानीय पत्रकारों और उन लोगों से बातचीत के आधार पर है जो बिहार चुनाव को ज़मीनी स्तर पर हर तरह से देख समझ रहे थे। बाकी बाल दिवस (14 नवंबर) तक इंतजार करिए। तब तक खुश होने का मौलिक अधिकार सभी को है…

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button