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दून अस्पताल का सफेद हाथी कैसे, कहां गायब हुआ?

उत्तराखंड: 01 Sep. 2025, सोमवार को देहरादून । प्राप्त जानकारी के मुताबिक  देहरादून / राजधानी स्थित   राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अक्सर सुर्खियों पर बना रहने की आदत में शुमार हो गया है।वही इसी से संबंधित एक और  सूचना के अधिकार के द्वारा खुलासा हुआ है। (RTI) आरटीआई कार्यकर्ता सोमपाल सिंह (वरिष्ठ पत्रकार) द्वारा DATE: 18-11-2024 को  राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल , देहरादून से 15 बिंदुओं पर सूचना मांगी गई थी जिसमें से एक सूचना का खुलासा आप तक पहुंचा रहे हैं बाकी सूचनाओ से भी अवगत कराएंगे । सूचना मांगी गई  में एक बिंदु की सूचना जिसमें  फिजियोथैरेपी मशीन जिसका नाम DAVID मशीन का खुलासा द्वितीय अपील में 20 अगस्त 2025,  को हुआ है।

जिस पर दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल  द्वारा कोई सूचना प्रदान नहीं की, ना हीं प्रथम अपील में भी सुनवाई नहीं की गई थी। उसके बाद आवेदनकर्ता सोमपाल सिंह (वरिष्ठ पत्रकार) द्वारा द्वितीय अपील की सुनवाई के दौरान प्राप्त सूचना में एक खुलासा हुआ।

जिसमें आपको बता दे की मांगी गई सूचना में वर्ष 2013 में स्वास्थ्य विभाग उत्तराखंड द्वारा दो फिजियोथैरेपी मशीन जिसका नाम DAVID मशीन है, जिसमें एक मशीन हरिद्वार जनपद के चिकित्सालय एवं दूसरी दून अस्पताल के लिए लगभग 1 करोड़ में एक खरीदी गई थी। वही जिसमें यह DAVID मशीन  शारीरिक एक्सरसाइज एवं स्पाइन जैसे रोगियों के लिए उपयोग में लाई जाती है, यह मशीन DAVID दून अस्पताल के फिजियोथैरेपी विभाग में स्थापित की गई थी।

जानकारी के अनुसार DAVID इसका उपयोग दर्द, ऊतक की चोट और मांसपेशियों की ऐंठन सहित आपके द्वारा होने वाले विभिन्न मस्कुलोस्केलेटल मुद्दों का पता लगाने और उनका इलाज करने के लिए किया जाता है। इस थेरेपी में विभिन्न प्रकार की चोटों के इलाज के लिए मानव सुनवाई की सीमा से ऊपर अल्ट्रासाउंड तरंगों का अनुप्रयोग शामिल है. डेविड स्पाइन कॉन्सेप्ट जो मुख्य रूप से पीठ और गर्दन की समस्याओं के लिए लक्षित हैं। ये नियंत्रित लोडिंग और लक्षित गति का उपयोग करते हैं ताकि पीठ के निचले हिस्सों, गर्दन और अन्य मांसपेशियों को मज़बूत किया जा सके।  डेविड मशीनों में  स्वचालित वजन चयन प्रणाली (AWS) भी होती है, जो रोगी की सेटिंग्स को स्वचालित रूप से समायोजित करती है।

यह DAVID मशीन से रोगियों को दर्द से राहत हेतु स्पाइन एवं कमर दर्द घुटने दर्द कंधे दर्द आदि रोगियों को लाभ दे रही थी। इस मशीन की खासियत यह थी कि जो भी कोई व्यक्ति स्पाइन एवं कमर दर्द घुटने दर्द कंधे दर्द रोगी या अन्य शारीरिक दर्द से संबंधित रोगी इसका इस्तेमाल करेगा उसके लिए पहले एक प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा वहां इस मशीन को चालू करने के लिए एक स्मार्ट कार्ड मरीज के नाम का ही बनता है। और उसे इस मशीन में इस्तेमाल किया जाता था। तब जाकर रोगी अपना स्पाइन या अन्य शारीरिक दर्द को एक्सरसाइज से राहत मिलती थी।

इस  DAVID मशीन वर्ष 2019 में कोविड के दौरान बंद कर दी गई थी। इसके बाद  से आज तक यह मशीन दून अस्पताल से कहीं गायब हो गई है। अब 5 वर्षों तक इस मशीन के लापता होने से स्पाइन एवं शारीरिक दर्द के मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और बाहर निजी सेंट्रो में जा रहे हैं। जिसका पता लगाने के लिए सूचना का अधिकार 2005  के माध्यम से 18-11-2024 को सूचना मांगी गई थी कि यह  मशीन DAVID इस वक्त कहां और किस हालत में है, जिस पर दून अस्पताल के संबंध लोक सूचना अधिकारी ने अपने जवाब में स्पष्ट उत्तर नहीं दिया।

आपको बता दे कि इस मशीन की लागत करीब लगभग एक करोड़ के आसपास आंकी गई है , अब यह मशीन कहां है? एक करोड़ की मशीन स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्थापित की गई । कहां पर छुपा रखी है, यह किसी को अभी नहीं पता चला। ऐसा लगता है कि दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल ने स्वास्थ्य विभाग के  करोडो के माल की चपत लगा दी है। वही इस मशीन को कही पर  ठिकाने लगाई है,  इसका भी ठीक से पता नहीं चल पा रहा है।

इस दौरान सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत जब सोमपाल सिंह ने अपनी द्वितीय अपील, 20 अगस्त 2025,  को  उत्तराखंड सूचना आयोग में सुनवाई की गई। जिसमें सूचना आयुक्त द्वारा इस मशीन को उपलब्ध कराने के लिए जो राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के लोक सूचना अधिकारी अस्पताल का जवाब मांगा तो उनका उत्तर भी स्पष्ट नहीं दिया सूचना आयोग ने एक नोटिस भी जारी किया गया है। अब 15 दिन में दून अस्पताल को इस मशीन DAVID की पूर्ण जानकारी एवं सूचना प्रदान करनी होगी।

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