उत्तराखंडदेहरादूनमौसम/आपदाशासन-प्रशासन
कंट्रोल रूम से चारों घटना स्थलों पर रेस्क्यू कार्याे का पल-पल अपडेट लेते रहे।

उत्तराखण्ड: 30 जून 2025 सोमवार को देहरादून में बरसात के सीजन में बाढ़, जल भराव, भूस्खलन एवं संभावित आपदाओं से निपटने के लिए देहरादून जिला प्रशासन ने चार अलग-अलग स्थानों पर एक साथ मॉक अभ्यास कर अपनी तैयारियों को परखा। यह अभ्यास त्रिवेणी घाट ऋषिकेश, केशवपुर बस्ती डोईवाला, शक्ति नहर विकासनगर और सपेरा बस्ती अधोईवाला देहरादून में किया गया।
वहीं जिसमें जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र में सुबह 9ः00 बजे ऋषिकेश, डोईवाला, विकासनगर और अधोईवाल में भारी बरसात के कारण बाढ़, जलभराव और कुछ लोगों के डूबने की सूचना मिलने पर देहरादून जनपद के जिलाधिकारी सविन बंसल ने तत्काल जिला एवं तहसील स्तर पर इंसीडेंट रिस्पोंस सिस्टम को सक्रिय करते हुए सभी नोडल अधिकारियों को तत्परता से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी के निर्देश पर एडीएम केके मिश्रा ने एनआईसी में स्थापित कंट्रोल रूम पहुंचकर आईआरएस की कमान सभाली।
इस दौरान एडीएम कंट्रोल रूम से चारों घटना स्थलों पर रेस्क्यू कार्याे का पल-पल अपडेट लेते रहे। उत्तराखंड राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विनय रूहेला, आपदा सचिव विनोद कुमार सुमन एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी रेस्क्यू ऑपरेशन को लाइव ऑब्जर्व कर रहे थे।
साथ ही ऋषिकेश त्रिवेणी घाट में नदी का जल स्तर बढ़ने से एक व्यक्ति के बहने की सूचना प्रसारित की गई। ऋषिकेश तहसील प्रशासन की आईआरएस टीम के रेस्क्यू दल ने तत्काल मौके पर पहुंच कर बचाव कार्य शुरू किया। नदी में डूबते व्यक्ति को एनडीआरएफ व जल पुलिस द्वारा रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया गया। रेस्क्यू टीम ने नदी किनारे से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाते हुए नदी के बहाव से दूर रहने की सूचना भी प्रसारित की गई।
तीसरी घटना में विकासनगर के शक्ति नहर में 03 लोगों के बहने की सूचना पर तहसील प्रशासन की आईआरएस टीम ने सक्रियता से रेस्क्यू टीमें मौके के लिए रवाना किया। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और जल पुलिस की मदद से 03 घायलों को नहर से रेस्क्यू कर चिकित्सा उपचार हेतु 108 से अस्पताल पहुंचाया। घटना स्थलों पर सर्च एवं रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा किया गया।
देहरादून जनपद के अपर जिलाधिकारी कंट्रोल रूम से चारों घटना स्थलों पर राहत एवं बचाव कार्याे की पल-पल निगरानी कर रहे थे। जिलाधिकारी के निर्देश पर सभी घटना स्थलों पर क्षति आकलन करते हुए इसकी रिपोर्ट कंट्रोल रूम को दी गई। मॉक अभ्यास में शामिल रेस्क्यू टीमों को इंसीडेंट कमांडर द्वारा ब्रीफ किया गया और मॉक अभ्यास को समाप्त किया गया।
इस मौके पर अपर जिलाधिकारी ने कहा कि मॉक अभ्यास सफल रहा। उन्होंने कहा अभ्यास मनुष्य को परिपूर्ण बनाता है। आपदा के समय राहत एवं बचाव कार्याे का प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन के लिए पूर्वाभ्यास आवश्यक है। मॉक अभ्यास के दौरान कंट्रोल रूम में पुलिस अधीक्षक जया बलूनी, एसडीएम अपूर्वा, सीएमओ डॉ एमके शर्मा सहित आईआरएस से जुड़े सभी विभागों के नोडल अधिकारी मौजूद थे।