
उत्तराखंड: 26 अप्रैल 2025 शनिवार को देहरादून में स्थित दून अस्पताल में बनी वर्षो पुरानी अवैध मजार प्रशासनिक जांच के उपरांत 25 अप्रैल, शुक्रवार देर रात बुल्डोजर से ध्वस्त कर दिया गया..बताया जा रहा हैं कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पोर्टल में शिकायत हुई थी । साथ ही बताया जा रहा हैं कि ये मजार सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा कर बनाई गई थी। खास बात ये कि ध्वस्त किए गए अवैध मजार के मलबे से कोई अवशेष नहीं मिले.. देर रात भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई और प्रशासनिक कार्रवाई में बुलडोजर द्वारा इस अवैध मजार को ध्वस्त कर दून अस्पताल की जमीन इस अतिक्रमण को हटाया गया। .इन विषयों के बारे में बारीकी से जांच की गई.साथ ही अस्पताल प्रशासन से इस बारे में आख्या मांगी गई..इसके बाद यहां के खादिम को नोटिस जारी किया गया था।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सीएम हेल्प लाइन पोर्टल पर ऋषिकेश निवासी पंकज गुप्ता की ओर से ये शिकायत दर्ज किए जाने के बाद डीएम देहरादून द्वारा इस विषय पर जांच पड़ताल के आदेश हुए थे। जिसके बाद नगर प्रशासन द्वारा उक्त अवैध संरचना के भूमि संबंधी दस्तावेजों की जांच करने के निर्देश दिए गए। इसके बाद सम्बंधित विभाग- राजस्व, नगर निगम,पी डब्ल्यू डी , दून अस्पताल प्रशासन और अन्य विभागों ने इस बारे में जांच पड़ताल की गई।इस जांच के उपरांत ये मजार पूरी तरह से सरकारी भूमि पर कब्जा कर अवैध रूप से बनाई गई पाई गई।.इस मजार को लेकर देहरादूनवासियों में तरह तरह की चर्चाएं भी होती रही है। कोई इसे फकीर तो कोई इसे किसी अन्य तरह की मजार बताता है। यहां बैठे खादिम अस्पताल के मरीजों के बीच जाकर यहां जाकर इबादत करवाने का अंधविश्वास का काम करते थे, जिससे अस्पताल प्रशासन भी परेशान रहता था।
बताया जा रहा हैं कि इस मजार को लेकर देहरादून वासियों में तरह तरह की चर्चाएं भी होती रही है.कोई इसे फकीर,तो कोई इसे किसी अन्य तरह की मजार बताता है।आरोप यह भी थे कि यहाँ बैठे खादिम अस्पताल के मरीजों के बीच जाकर अपने तरीके से झाड़-फूंक से भी ठीक होने की बात करते थे.। जिससे अस्पताल प्रशासन भी परेशान रहता था। बताया जाता है कि अवैध रूप से बने इस धार्मिक संरचना से कई लोग अपना कारोबार चला रहे थे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पूर्व में भी दून अस्पताल प्रशासन ने भी उपचार के दौरान आ रहे व्यवधान पर शासन को पत्र लिख कर इसे यहां से हटाने की मांग की थी। जिसके बाद जिला प्रशासन की टीम ने शुक्रवार देर रात अस्पताल मार्ग को सील कर भारी पुलिस फोर्स तैनात कर अपनी कार्रवाई को अंजाम दिया। देर रात नगर निगम, लोक निर्माण विभाग, दून अस्पताल प्रशासन और जिला प्रशासन पुलिस की संयुक्त टीम ने मिलकर उक्त अवैध मजार की ध्वस्तीकरण का काम पूरा किया गया।