उत्तराखंडदेहरादून

आजादी के सेनानियों ने देहरादून उत्तराखण्ड में भी तोड़ा था नमक कानून

उत्तराखंड: 20 अप्रैल 2025 रविवार को देहरादून / राजधानी स्थित आज महात्मा गाँधी नमक सत्याग्रह आंदोलन स्मारक स्थल , खाराखेत मझौन झाझरा रेंज में शहीद मेजर दुर्गा मल्ल मेमोरियल ट्रस्ट (रजि०) द्वारा खाराखेत मेला -2025 का आयोजन किया गया ।

इस कार्यक्रम मे सर्वप्रथम मुख्य अतिथि धर्मगुरू रेम्पोचेला पेम्बा जी ( बौद्ध धर्म शिक्षक, दार्जिलिंग),गोर्खाली सुधार सभा के अध्यक्ष श्री पदम सिंह थापाजी , सूश्री अल्पना थापा( स्पेशल ADGC, POCSO Court देहरादून ,श्रीमती बुद्धारानी लिम्बु( समाजसेवी,सिक्किम),श्री कृष्णा प्रधानजी ( वरिष्ठ पत्रकार, दार्जिलिंग ),श्री अभिषेक शाही ( प्रदेश संयोजक गोर्खा प्रकोष्ठ उत्तराखण्ड), ट्रस्ट की अध्‍यक्षा श्रीमती कमला थापाजी,संरक्षक श्रीमती शुभवंती उपाध्याय, महामंत्री श्रीमती नूतन शर्मा बिष्टजी, श्री प्रेम क्षेत्री (अधिवक्ता , सीनियर पेनेल काऊंसेल , भारत सरकार), ने स्मारक स्थल में महात्मा गाँधीजी, खाराखेत नमक सत्याग्रह श्री खड़क बहादुर सिंह बिष्ट जी एवं उनके साथियों को पुष्पमाला चढ़ाते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की | श्रीमती कमला थापाजी ने सभी अतिथियों को खादा पहनाकर स्वागत – अभिनंदन किया।
इतिहास
मीडिया प्रभारी प्रभा शाह ने खाराखेत के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए अवगत कराया कि;—-
देहरादून से 18 किलोमीटर दूर स्थित खाराखेत गाँव में, 1930 में महात्मा गाँधीजी के आवाह्न पर”भारत की आजादी के मतवालों” श्री खड़क बहादुर सिंह बिष्ट ( युवा सत्याग्रही , नेहरूग्राम देहरादून निवासी) एवं उनके साथियों ने यहाँ नून नदी में नमक बनाकर ब्रिटिश हुकुमत को चुनौती दी थी। खाराखेत गाँव आज भी लोगों के दिलों में देशभक्तिका जज्बा पैदा करता है | यह वही गाँव है जहाँ नून नदी का पानी नमकीन है | खाराखेत भले ही आज सरकारकी उपेक्षा झेल रहा हो पर ये जनमानस के लिए प्रेरणास्रोत है | वर्ष 1930 में गाँधीजी के नेतृत्वमें आजादी के दीवानें देशभर में नमक कानून तोड़ने को एकजुट हुए तो देहरादून क्यों अछूता रहता।

ऐतिहासिक दिन 20 अप्रैल 1930 दोपहर में अखिल भारतीय नमक सत्याग्रह समिति देहरादून के बैनर तले श्री खड़क बहादुर सिंह बिष्टजी की अगुवाई में भारत माता की आजादी के दीवानों ने नून नदी खाराखेत में एकत्र हुए और नमक बनाकर ब्रिटिश हुकुमत का कानून तोडा़ और चेताया कि अब उनकी मनमानी नहीं चलेगी | फिर दोबारा 07 मई 1930 को उन्होंने नून नदी में दोबारा नमक बनाया और फिर देहरादून शहर के टाऊन हाॕल में बेचते हुए अपनी गिरफ्तारी दी।

इस प्रकार देहरादून उत्तराखण्ड भी गाँधीजी के नमक आंदोलन का हिस्सा बना था।
सन् 1983 में श्री ब्रह्मदत्तजी, वित्त एवं नियोजन मंत्री उत्तरप्रदेश ने इस स्मारक की स्थापना की थी , पर रख-रखाव के अभाव में आज यह स्मारक जीर्ण क्षीण अवस्था में है , स्मारक तक पहुँचने का रास्ता भी टूटा फूटा है ।

विगत 20 अप्रैल 2023 को शहीद दुर्गा मेजर दुर्गा मल्ल ट्रस्ट के तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री सहदेव पुंडीर जी विधायक सहसपुर विधानसभा उत्तराखण्ड ने इस स्मारक के जीर्णोद्धार एवं इस ऐतिहासिक स्थलको नई पहचान दिलाने हेतु हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया | उन्होंने ट्रस्ट की अध्‍यक्षा श्रीमती कमला थापाजी और उनकी संस्था को इस स्मारक स्थल के जीर्णोद्धार हेतु पहल के प्रयास की सराहना भी की और आर्थिक सहयोग की घोषणा भी की थी |

आज संगीतप्रेमी संस्था के कलाकारों ने देशभक्ति गीतों की एवं बाल कलाकारो ने सुंदर नृत्यों की प्रस्तुतियाँ दीं | कार्यक्रम का संचालन प्रभा शाह ने किया । इस अवसर पर शिक्षा प्रकोष्ठ के श्री विनोद मल्ल जी के अनुमोदन पर उच्च शिक्षा के क्षेत्रमें प्रोत्साहन हेतु सूश्री मधु गौड़ ,सुपुत्री श्री मुकेश गौड़ निवासी कंडारी उत्तकाशी को अनवरत तीसरे वर्ष भी 12000/- रूपये छात्रवृत्ति भी प्रदान की गई।
इस अवसर पर श्रीमती सोनिया आनन्द जी ,श्रीमती मीनू तमांग ( दार्जिलिंग), ईंजि० मेग बहादुर थापा, कर्नल डी० एस० खड़काजी , श्रीआनंद कुमार थापा, श्रीमती मीनू आले , श्री देविन शाही,श्रीमती कविता क्षेत्री ,, श्रीमती पुष्पा क्षेत्री, श्रीमती पूनम गुरुंग , श्रीमती विनिता क्षेत्री ,सूश्री लोकमाया राई ,श्री नवीन क्षेत्री ,श्री राजेंद्र गुरूंग, श्री दीपक राई श्री मधुसूदन शर्माजी ,श्रीमती सीता शर्मा जी एवं स्थानीय क्षेत्रवासी एवं वरिष्ठ महानुभावजनों ने भी अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

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