नई दिल्ली/उत्तराखंड: 23 सितम्बर 2024 ,प्राप्त जानकारी के अनुसार पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (एमओईएस) ने स्वच्छ सागर, सुरक्षित सागर 3.0 अभियान का सफलतापूर्वक समापन किया। इसमें देश के तटों पर 80 से अधिक स्थानों पर समुद्र तट की सफाई अभियान चलाया गया। जिसमें प्लास्टिक, धातु, कपड़ा, रबर और कागज तथा लकड़ी के मलबे सहित 60 टन से अधिक कचरे को हटाया गया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की कल्पना के अनुरूप स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत स्वच्छ सागर, सुरक्षित सागर 3.0 अभियान स्वच्छता ही सेवा पहल के साथ जुड़ा हुआ है। इस कार्यक्रम में व्यापक स्वैच्छिक सार्वजनिक भागीदारी देखी गई, जिससे बड़े पैमाने पर उत्साह और जागरूकता पैदा हुई।
एमओईएस के स्वच्छ सागर, सुरक्षित सागर 3.0 की मुख्य विशेषताओं में देश के तटीय क्षेत्रों में विभिन्न स्थानों पर लोगों, कई छात्रों, गैर सरकारी संगठनों और सामुदायिक समूहों की भागीदारी शामिल थी। एमओईएस के सचिव डॉ. एम. रविचंद्रन ने एमओईएस और उसके संस्थानों के वरिष्ठ अधिकारियों तथा कर्मचारियों के साथ स्वच्छ सागर, सुरक्षित सागर 3.0 अभियान का नेतृत्व किया। भारत में नॉर्वे की राजदूत महामहिम सुश्री मे-एलिन स्टेनर चेन्नई के तिरुवनमियुर बीच पर स्वच्छ सागर, सुरक्षित सागर 3.0 समुद्र तट सफाई अभियान में शामिल हुईं।
डॉ. रविचंद्रन ने कहा, “स्वच्छ सागर, सुरक्षित सागर की बढ़ती लोकप्रियता और सफलता, साल दर साल समुद्री प्रदूषण को कम करने के लिए चल रहे और भविष्य के प्रयासों को गति प्रदान करती है। यह तटीय क्षेत्रों में टिकाऊ प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए जन भागीदारी और जागरूकता, विशेष रूप से स्थानीय समुदायों की शक्ति का प्रमाण है।” 2022 में शुरू किया गया स्वच्छ सागर, सुरक्षित सागर अभियान 2022 और 2023 में सफल संस्करणों के साथ एमओईएस की एक प्रमुख पहल है। इसका उद्देश्य समुद्री प्रदूषण के बारे में जागरूकता बढ़ाना, तटीय क्षेत्रों का संरक्षण करना और महासागरों की रक्षा और समुद्री इकोसिस्टम को संरक्षित करने के लिए स्वच्छता और टिकाऊ प्रथाओं को बढ़ावा देना है।
यह अंतर्राष्ट्रीय तटीय सफाई दिवस के पालन का भी प्रतीक है। यह आयोजन तटीय जैव विविधता पर समुद्री मलबे के प्रभाव को कम करने की दिशा में एक कदम है। यह कार्यक्रम समुदाय को पर्यावरण के अनुकूल आदतें अपनाने और सभी आयु समूहों के लोगो को शामिल करके समुद्री संरक्षण समर्थक बनने के लिए प्रेरित करता है। एमओईएस के सचिव डॉ. एम. रविचंद्रन ने स्वच्छ सागर, सुरक्षित सागर 3.0 का नेतृत्व किया। उनके साथ भारत में नॉर्वे की राजदूत सुश्री मे-एलिन स्टेनर, एमओईएस के वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी, छात्रों, गैर सरकारी संगठनों सहित स्वयंसेवक और लोग चेन्नई के तिरुवनमियूर समुद्र तट पर इसमें शामिल हुये।