उत्तराखण्ड : 11 मई 2024 ,देहरादून। एसएसपी देहरादून को मिली गोपनीय सूचना पर दून पुलिस ने बड़ी कार्यवाही करते हुये फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया हैं।
एसओजी तथा पटेलनगर पुलिस की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर संचालित कर रहे 02 अभियुक्तों 01 महिला, 01 पुरुष को मौके से गिरफ्तार किया है। अपराध मे संलिप्त कॉल सेंटर में काम कर रहे 15 लोगो 08 युवतियां, 07 युवक को 41 सीआरपीसी का नोटिस दिया गया। मौके से पुलिस टीम को 14 लैपटॉप मय हेड फोन, 07 मोबाइल फोन, ब्रॉडबैन्ड कनैक्शन के उपकरण तथा 7 स्क्रिप्ट बरामद हुई। अभियुक्तों द्वारा कॉल सेंटर के माध्यम से स्वयं को माइक्रोसॉफ्ट का प्रतिनिधि दर्शाकर कंप्यूटर सिस्टम में स्वयं के द्वारा भेजे गए बग, वायरस को ठीक करने के बहाने विदेशों में लोगो से ठगी की जाती थी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह का कहना हैं की पटेल नगर क्षेत्र में अवैध रूप से इंटरनेशनल कॉल सेंटर संचालित होने की गोपनीय जानकारी प्राप्त हुई थी। जिस पर कार्यवाही करते हुए कॉल सेंटर संचालक 02 लोगों को गिरफ्तार किया गया है व अपराध मे संलिप्त 15 युवक, युवतियों को पूछताछ कर अपराध को पुष्टि होने पर 41 सीआरपीसी का नोटिस देकर कार्यवाही की गई है, पूछताछ में प्रकरण से जुड़ी और भी कड़िया सामने आई है, जिसके संबंध में कार्रवाई की जा रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून को गोपनीय माध्यम से पटेल नगर क्षेत्र में महंत इंद्रेश अस्पताल के पास स्थित रिद्धिम टॉवर में अवैध इंटरनेशनल कॉल सेंटर के संचालित होने तथा उक्त कॉल सेंटर के माध्यम से विदेशी लोगों को कॉल कर उनसे ठगी किए जाने की सूचना प्राप्त हुई थी। जिस पर एसएसपी देहरादून द्वारा पुलिस क्षेत्राधिकारी सदर के नेतृत्व में एसओजी देहरादून तथा पटेलनगर पुलिस की संयुक्त टीम का गठन कर प्रभावी कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया। गठित टीम द्वारा क्षेत्राधिकारी सदर के नेतृत्व मे उक्त अवैध कॉल सेन्टर पर दबिश दी गई तो मौके पर रिद्धिम टावर के प्रथम तल पर बने एक बडे हॉल मे कुछ युवक, युवतियां लैपटॉप व कम्पयूटर सिस्टम के सामने बैठकर हैडफोन लगाकर कॉल पर बात कर रहे है, जो स्वंय को माइक्रोसॉफ्ट ऑनलाइन सपोर्ट कम्पनी का प्रतिनिधि बताकर लोगो से उनके कम्पयूटर सिस्टम से वायरस / बग हटाकर उनके बैंक खातो की जानकारी प्राप्त कर रहे थे। जिनसे मौके पर पूछताछ करने पर उनके द्वारा बताया गया कि वे सभी विवेक तथा निकिता नाम के व्यक्तियों के लिए काम करते है। उक्त कॉल सेंटर के माध्यम से वे अपना नाम बदलकर स्वयं को कंपनी का प्रतिनिधि बताकर विदेशी कॉल आने पर लोगो से बात करते है तथा विदेशी कस्टमर से कंप्यूटर सिस्टम मे वायरस होने व हैक होने से संबंधित समस्या के बारे में जानकारी मिलने पर उक्त समस्या को ठीक करने के एवज मे उनके सिस्टम मे अल्ट्रा व्यूवर का प्रयोग कर सिस्टम की एक्सेस प्राप्त कर लेते है तथा पूर्व में उन्ही के द्वारा भेजे गए वायरस को ठीक करने की बात कहकर उनसे गिफ्ट कार्ड तथा क्रिप्टो करेंसी में पेमेंट प्राप्त कर उनके साथ धोखाधडी करते है। जिसके बदले उन्हें हर माह अच्छी खासी सैलरी मिल जाती है तथा जिनके लिए वे काम करते है, उन्हें भी अच्छा खासा मुनाफा मिल जाता है। पुलिस टीम द्वारा मौके से कॉल सेंटर संचालक विवेक पुत्र अनिल कुमार निवासी चरेल सैक्टर 44 नोएडा (पीजी अर्पित) उत्तर प्रदेश मूल निवासी गम.नं.-1045 ग्राम अगरोहा हिसार हरियाणा व निकिता पुत्री किरन निवासी विलीज सोनादा पोस्ट ऑफिस kyuseong, जिला दार्जलिंग, पश्चिम बंगाल को गिरफ्तार किया गया। कॉल सेंटर में कार्य कर रहे 15 लोगों 07 युवकों व 08 युवतियों को 41 सीआरपीसी का नोटिस दिया गया। मौके से पुलिस टीम को कॉल सेंटर में लोगो से संपर्क कर धोखाधड़ी में प्रयोग किये जा रहे 14 लैपटॉप मय चार्जर मय हेड फोन, 07 मोबाइल फोन, ब्रॉडबैन्ड कनैक्शन से सम्बन्धित उपकरण, मय 7 स्क्रिप्ट बरामद किये गये। अभियुक्तों के विरुद्ध कोतवाली पटेलनगर पर मुकदमा अपराध सख्या – 321/24 धारा – 75/ 66C/ 66 डी आईटी एक्ट तथा 120बी/420 भादवि का अभियोग पंजीकृत किया गया।