उत्तराखण्ड : 16 अप्रैल 2024 ,ऋषिकेश। एम्स ऋषिकेश की ट्रॉमा टीम की ओर से उत्तराखंड में अधिकाधिक फर्स्ट रिस्पांडर तैयार करने की मुहिम सततरूप से जारी है। इसी क्रम में संस्थान के ट्रामा सर्जन डॉक्टर मधुर उनियाल के नेतृत्व में नर्सिंग प्रोफेशनल टीम द्वारा स्टेट डिजास्टर रेस्पांस फोर्स( एसडीआरएफ) के जवानों को प्रशिक्षण दिया गया।
देहरादून स्थित जौलीग्रांट स्थित एसडीआरएफ हेड क्वार्टर में आयोजित प्रशिक्षण कार्यशाला में ट्रॉमा विशेषज्ञों द्वारा प्रतिभागियों को जानकारी दी गई कि सही समय पर सही निर्णय लेकर जीवन और मृत्यु के बीच में हम कैसे अंतर रख सकते हैं।
उन्होंने बताया गया कि यदि सही समय पर किसी भी आपातकालीन घटना के तहत प्रभावित व्यक्ति को सही फर्स्ट एड देकर अस्पताल पहुंचाने का प्रयास किया जाए तो हम घायल व्यक्ति के जीवन की रक्षा कर सकते हैं।
इस अवसर पर बतौर ट्रॉमा विशेषज्ञ डॉ. मधुर उनियाल के साथ नर्सिंग प्रोफेशनल टीम ने प्रशिक्षणार्थियों को इनिशियल असेसमेंट के साथ- साथ एयरवे मैनेजमेंट, ब्लीडिंग कंट्रोल, ट्रायज, सीपीआर देना,चॉकिंग का प्रशिक्षण दिया। साथ ही प्रतिभागियों को दुर्घटना से प्रभावित व्यक्ति को कृत्रिम उपकरणों की मदद लेकर अस्पताल तक सुरक्षित किस तरह से पहुंचाया जा सकता है।
इस दौरान उन्हें हैंडस्सोन भी कराया गया। कार्यशाला में एम्स ऋषिकेश के ट्रॉमा सेंटर की ओर से नर्सिंग प्रोफेशनल टीम में बतौर ट्रेनर असिस्टेंट नर्सिंग सुप्रिटेंडेंट महेश गजानन, सीनियर नर्सिंग ऑफिसर दीपिका कांडपाल, शशिकांत, प्रियंका, अखिलेश उनियाल आदि शामिल हुए।
इस अवसर पर एसडीआरएफ के कमांडेंट मणिकांत मिश्रा, निरीक्षक प्रमोद रावत, निरीक्षक कविंद्र सजवाण आदि मौजूद थे।