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(SFA) का लक्ष्य स्कूल खेल प्रतियोगिता में बड़ा बदलाव लाना !चीफ जोशी

देहरादून/उत्तराखण्ड: 28-JULY .. 2023: शुक्रवार को देहरादून में प्रेस वार्ता आयोजित की गई जिसमें , चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, स्पोर्ट्स फॉर ऑल  Sports For All (SFA) राजस जोशी ने प्रेस कांफ्रेस में मीडिया को बताया कि  भारत का अग्रणी टेक-एनेबल्ड मल्टी-स्पोर्ट्स प्रतियोगिता मंच, स्पोर्ट्स फॉर ऑल (एसएफए) स्कूली छात्रों के बीच खेल खेलने की खुशी को बढ़ाकर, भारत के खेल पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए संकल्पित है। भारत के स्थानीय खेलों में बड़ा बदलाव लाने के उद्देश्य के साथ,(SFA)  कैलेंडर वर्ष 2023 में देहरादून में Sports For All (SFA)   चैंपियनशिप के तीसरे संस्करण के साथ लौटेगा।

साथ ही उन्होने बताया कि पिछले 8 वर्षों से, एसएफए ने देश में सार्वजनिक और निजी खेल पहल को सक्षम करने और (SFA)  चैंपियनशिप के माध्यम से एक मजबूत खेल पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करने पर जोर दिया है। अपने तरह का अनूठा अनुभव प्रदान करने वाले स्कूल स्पोर्ट्स लीग, एसएफए चैंपियनशिप में मुंबई, पुणे, हैदराबाद और उत्तराखंड में 8 वर्षों में लगभग 2 लाख छात्र भाग ले चुके हैं। एसएफए चैंपियनशिप का उद्देश्य तकनीकी और डेटा एनालिटिक्स की क्षमताओं के माध्यम से इसे स्कूल – स्तर पर खेल प्रतिभाओं की तलाश करने और भविष्य के चैम्पियन गढ़ने हेतु एक सुदृढ़ आधार का निर्माण करना है।

(SFA) राजस जोशी ने प्रेस कांफ्रेस में कहा 2022 में Sports For All (SFA)  चैंपियनशिप के पिछले दो संस्करणों के दौरान, उत्तराखंड में 600 से अधिक स्कूलों के 17,000 छात्रों ने शानदार भागीदारी की है। उन्होनें ने कहा  देहरादून शहर में आयोजित चैम्पियनशिप में हल्द्वानी, हरिद्वार, ऋषिकेश और नैनीताल के युवा एथलीटों ने भाग लिया। चैंपियनशिपों में, फुटबॉल के खेल में सबसे अधिक छात्रों ने हिस्सा लिया जो फुटबॉल के प्रति राज्य समग्र रुचि को उजागर करता है। इसके अलावा, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, कबड्डी और बास्केटबॉल उस विशेष क्रम में खेल के लोकप्रिय विकल्प के रूप में उभरे। देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज ने 64 पदक जीतकर (SFA)  चैंपियनशिप का दूसरा संस्करण जीता।

वही इस मौके पर , चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, स्पोर्ट्स फॉर ऑल (SFA) राजस जोशी ने पत्रकारो को बताया कि, (SFA) ,  देश के भविष्य के चैंपियन को सशक्त बनाने के लिए संकल्पित है! उत्तराखंड में तीसरे संस्करण को लाया जाना युवा एथलीटों के लिए एक महत्वाकांक्षी मंच के निर्माण और प्रौद्योगिकी के उपयोग के जरिए खेलों को सुलभ बनाने हेतु हमारे अनवरत प्रयास का प्रमाण है।

भारत में स्कूली खेलों के प्रति सोच में बदलाव लाते हुए, एसएफए एथलीटों को (SFA) चैंपियनशिप में प्रतिस्पर्धा करने और खेलों में महाशक्ति बनने के देश के सपने को सच करने में योगदान करने हेतु उत्साहित कर रहा है। आज, Sports For All (SFA)  चैंपियनशिप देश की सबसे बड़ी मल्टी-स्पोर्ट्स स्कूल स्तरीय प्रतियोगिता है। 2015 में इसकी स्थापना के बाद से, 12 एसएफए चैंपियनशिप में 4,000 स्कूलों के 2 लाख से अधिक एथलीट अविश्वसनीय रूप से भाग ले चुके हैं। सिर्फ 2023 में, हम 4 महीने की अवधि के भीतर 10 शहरों में अपनी उपस्थिति बढ़ायेंगे।

राजस जोशी ने पत्रकारो को बताया कि, (SFA) , चैंपियनशिप सर्वश्रेष्ठ खेल प्रतिभा की पहचान करने और युवा एथलीटों को विभिन्न खेलों को खेलने के लिए एक मंच प्रदान कर रहा है। इस सोच को जमीनी वास्तविकता में बदलने के लिए, (SFA)  चैंपियनशिप के जरिए प्रत्येक शहर में ‘गोल्डन बॉय और गोल्डन गर्ल’ की पहचान की जाती है, जिसके जरिए उन एथलीटों को सम्मान दिया जाता है जिन्होंने विभिन्न खेलों में एक से अधिक पदक (आमतौर पर स्वर्ण) जीते हों। वर्ष 2022 में, स्वप्निल ध्यानानी (3 स्वर्ण पदक) और आदित्री भारद्वाज (2 स्वर्ण, 2 रजत, 2 कांस्य) ने टेबल टेनिस (एकल और युगल) में यह खिताब जीता।

वही इस अवसर पर स्पोर्ट्स फॉर ऑल (SFA)  के चीफ स्ट्रेटजी ऑफिसर, रूबेन पांडियन ने प्रेस कांफ्रेस में कहा “इन वर्षों में, एसएफए ने जमीनी स्तर पर खेल संस्कृति को मजबूत करने और 5 से 18 वर्ष के आयु वर्ग में प्रतिभा को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय लीग्स जैसे स्तर पर जीवन की शुरुआत में खेल खेल पाने की क्षमता से ऐसे प्रत्येक इच्छुक एथलीट को काफी प्रोत्साहन और बल मिलता है जो खेल से जुड़ी बड़ी से बड़ी प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेने की इच्छा रखते हैं।

एसएफए का टेक आईपी गेम मैनेजमेंट सिस्टम (जीएमएस), बड़े पैमाने पर चैंपियनशिप का प्रबंधन करने के लिए इन – हाउस बनाया गया है और यह खेल में भविष्य के लिए प्रतिभा और प्रशिक्षण की खोज के बीच की खाई को पाटने का सेतु है। आज एसएफए टेक आईपी देश में सभी खेल समाधानों के लिए सहज रूप से तैयार आईपी है।”

वही इसी के साथ रूबेन पांडियन ने कहा  36 वें राष्ट्रीय खेल, गुजरात,2022 और खेलो इंडिया यूथ गेम्स, हरियाणा, 2021 को एसएफए की टेक आईपी गेम्स मैनेजमेंट सिस्टम (GMS ) द्वारा संचालित किया गया था। इसके अतिरिक्त, 2023 में, एसएफए ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स के लिए 5 साल के स्पॉन्सरशिप पर हस्ताक्षर किए।

वही इस एसएफए चैंपियनशिप का उद्देश्य तकनीकी और डेटा एनालिटिक्स की क्षमताओं के माध्यम से इसे स्कूल – स्तर पर खेल प्रतिभाओं की तलाश करने और भविष्य के चैम्पियन गढ़ने हेतु एक सुदृढ़ आधार का निर्माण करना है। इस फिजिटल प्लेटफॉर्म को खेल का पर्याय बनाने के केंद्रित प्रयास के साथ, ऐसा टैलेंट पूल बनाने की सोच है जो किसी दिन ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा कर सके।

वही दुसरी ओर बता दे कि  राष्ट्रीय खेल को लेकर देहरादून खेल निदेशालय में  27 जुलाई 2023 को  38वें राष्ट्रीय खेलों में राज्य के खिलाड़ियों के उच्च प्रदर्शन के लिए विशेष प्रशिक्षण एवं प्रतिस्पर्धात्मक वातावरण उपलब्ध कराने के दृष्टिगत मा० मुख्यमंत्री जी उत्तराखण्ड सरकार एवं मा० खेल मंत्री जी उत्तराखण्ड सरकार के द्वारा प्राप्त निर्देशो के अनुक्रम में विशेष प्रमुख सचिव, खेल अभिनव कुमार, अध्यक्षता की में राज्य ओलम्पिक संघ एवं उनसे जुडे राज्य खेल संघों के पदाधिकारियों के साथ खेल निदेशालय उत्तराखण्ड, रायपुर देहरादून में बैठक आहूत की गई।

वही  38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के पूर्व राज्य के खिलाड़ियो को विशेष प्रशिक्षण दिये जाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है निदेशक खेल श्री जितेन्द्र कुमार सोनकर द्वारा सभी उपस्थित पदाधिकारियों से अनुरोध किया गया कि वे अधिक से अधिक मैडल प्राप्ति हेतु खिलाड़ियों को चिन्हित कर उन्हें विशेष प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाय।

इस मौके पर विशेष प्रमुख सचिव खेल द्वारा बैठक में निर्देश दिये गये कि राष्ट्रीय खेलों से पूर्व विभिन्न खेलों के उन्नयन एवं राष्ट्रीय खेलों में उच्च पदक के संभावना के दृष्टिगत यह उचित होगे कि अभी से कार्यवाही सुनिश्चित की जाय। इस हेतु विभाग का जो भी सहयोग यथा विशेष प्रशिक्षण शिविर, अर्न्तराष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षक, प्रशिक्षण खेल सामग्री, उपकरण आवश्यक होगा विभाग द्वारा उपलब्ध कराया जायेगा

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