उत्तराखण्ड: 22-JUNE.. 2023, गुरूवार को देवभूमि, उत्तराखण्ड विश्व प्रसिद्ध बाबा केदारनाथ धाम मंदिर के गर्भ गृह की दीवारों पर सोने की प्लेट को लेकर उठे विवाद को देखते हुए उत्तराखण्ड सरकार के पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने सचिव धर्मस्व को उच्च स्तरीय जांच के आदेश देने के साथ ही इस मामले को अनावश्यक तूल देकर चारधाम के तीर्थों को विवाद में न डालने की बात कही है।
वही इस दौरान बाबा केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह की दीवारों पर सोने की प्लेट को लेकर उठे विवाद को देखते हुए पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने धर्मस्व सचिव हरीश चंद्र सेमवाल को मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश देने के साथ-साथ कहा है कि केदारनाथ धाम की धार्मिक आस्था, पवित्रता और महत्ता के साथ खिलवाड़ करने वाले को किसी भी सूरत में बक्सा नहीं जाएगा और शीघ्र ही सच्चाई सबके सामने आएगी, जो कुछ भी भी जांच में आएगा उसके आधार पर ही आगे कार्रवाई की जाएगी।
सूत्रो की माने तो गर्भ गृह की दीवारों में कुछ महीनों पहले महाराष्ट्र के एक डोनर ने कॉपर प्लेट और सोना लगवाया था. चर्चा चली कि इसकी कीमत अरबों में हैं। इस बीच केदारनाथ के कुछ पंडों ने दावा किया कि सोना काला पड़ने लगा है। सारे विवाद के बीच ये ताजा तस्वीरें हैं, जिनमें कुछ लोग नए सिरे से पॉलिश लगा रहे हैं।
अजयेंद्र अजय, अध्यक्ष, बद्री केदार मंदिर समिति का दावा है कि मंदिर में करीब 15 करोड़ का 23 किलो से थोड़ा ज्यादा सोना और 29 लाख की 1000 किलो के आसपास कॉपर प्लेट लगी हैं। वही इस दौरान जानकार कहते हैं कि दो धातुओं की मिक्सिंग में जब तांबे की मात्रा ज्यादा हो तब कुछ समय बाद कालापन दिखना स्वाभाविक है। ये बात अलग है कि सियासत के कलाकारों को सोने-तांबे में राजनीति की चमक दिखाई दे रही है।
वही इसी के साथ पर्यटन मंत्री महाराज ने कहा कि प्रथम दृष्टिया आरोपों को सही नहीं कहा जा सकता। क्योंकि जिस श्रद्धालु ने केदारनाथ मंदिर में सोना और तांबा दान किया है, उसी ने वहाँ पूरा काम भी कराया है। इसलिए किसी प्रकार के गबन या भ्रष्टाचार की कोई गुंजाइश नहीं है। चूंकि अफवाहें फैलाई जा रही हैं और कुछ लोग सुव्यवस्थित व निर्बाध गति से चल रही चारधाम यात्रा को बदनाम कर बाधित करना चाहते हैं जबकि विपक्ष भी इस मामले को अनावश्यक तूल देने का प्रयास कर राजनीतिक रोटियां सेंक रहा है। इसलिए मैंने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं ताकि सच सामने लाया जाए और दोषियों को सजा दी जा सके।