देहरादून/उत्तराखण्ड: 12 Feb.–2024: सोमवार को हरिद्वार स्थित ऋषिकुल मैदान में नारी शक्ति महोत्सव कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विशाल जनसभा को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने हरिद्वार जनपद के लिए 1168 करोड़ रूपये की लागत के 158 विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। वही इस मौके पर सीएम मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि वनभूलपुरा अतिक्रमण वाले स्थल पर पुलिस और अन्य संस्थान खोले जायेंगे।
साथ ही मुख्यमंत्री ने हरिद्वार के शहरी क्षेत्र की सम्पूर्ण सीवरेज व्यवस्था के सुदृढीकरण के लिए जर्मन बैंक की मदद से 523 करोड़ की स्वीकृत परियोजना, ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था, पर्यटक स्थलों के विकास, पार्किंग व्यवस्था सहित अन्य कार्यों का आज शिलान्यास किया। इन योजनाओं से हरिपुरकलां, भूपतवाला, भीमगोडा, हरकी पैड़ी, मायापुर, कनखल, ऋषिकुल, ज्वालापुर, आवास विकास कॉलोनी, गोविन्दपुरी, जगजीतपुर सहित अन्य क्षेत्रों को सीवरेज सहित पेयजल, पार्किंग आदि की समस्या से निजात मिल सकेगी।
वही इस दौरान सीएम मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि किसी समाज या राज्य की रीढ़, उसकी सशक्त महिलाएं ही हैं, अगर किसी राज्य की नारी शक्ति प्रगति कर रही है तो उस राज्य का विकास सुनिश्चित है। उत्तराखण्ड राज्य के निर्माण में राज्य की महिलाओं का विशेष योगदान रहा।
उत्तराखंड में देश का सबसे कठोर नकल विरोधी कानून लागू किया गया है और अब समान नागरिक संहिता विधेयक विधानसभा से पास हो गया है। हमें 21वीं सदी के इस तीसरे दशक को महिला सशक्तिकरण को समर्पित दशक बनाना है।
उन्होनें कहा कि हरिद्वार जिला प्रशासन द्वारा प्रधानमंत्री के “अमृतकाल की आंगनबाड़ी“ के सपने को मूर्तरूप देने का प्रशंसनीय कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि सहकारिता के अन्तर्गत राज्य सरकार ने हरिद्वार में “मीठी गंगा“ नामक एक और महत्वाकांक्षी परियोजना की शुरुआत भी की है, जिसमें स्थानीय महिलाओं द्वारा शहद उत्पादन एवं बिक्री का कार्य किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम महिलाओं को होम मेकर के साथ -साथ नेशन मेकर के रूप में देख रहे हैं, क्योंकि तभी हम सही अर्थों में राष्ट्र का विकास कर पाएंगे।
साथ ही उन्होनें कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सांस्कृतिक पुनरोत्थान के लिये निरंतर कार्य हो रहे हैं। अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य व दिव्य मंदिर का उद्घाटन, काशी विश्नाथ कॉरिडोर, महाकाल लोक कॉरिडोर सहित बाबा केदार के पुनर्निर्माण कार्य और बद्रीनाथ धाम के मास्टर प्लान के कार्य इस बात का सबूत है, उन्होंने जो कहा वह किया।
साथ ही उन्होनें मुख्यमंत्री ने कहा कि अब हम हरिद्वार और ऋषिकेश कॉरिडोर का निर्माण कराए जाने का प्रस्ताव तैयार कर रहे हैं, क्योंकि हम अयोध्या, काशी विश्वनाथ और महाकाल लोक कॉरिडोर की तरह ही हरकी पैड़ी कॉरिडोर को विश्व के मानचित्र पर एक अलग पहचान दिलाना चाहते हैं।