15 जून मनाने लाखों श्रद्धालु उमड़े बाबा के दर्शन हेतु, यहां मालपुए का प्रसाद का बड़ा महत्व!
नैनीतल(कुमांऊ) उत्तराखण्ड: 16 JUNE.. 2023, खबर… राजधानी से बुद्धवार को देवभूमि उत्तराखण्ड (कुमांऊ ) में भवाली स्थित नीब आज 14 जून को कैंची धाम मेले के एक दिन पहले ही नैनीतल जनपद के सभी रूट डायवर्ट कर दिए है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड पुलिस ने भवाली-अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग आवाजाही के लिए समय तय कर दिया है। यहां भक्तों के मंदिर से जाने के लिए अलग-अलग गेट बनाए जा रहे हैं। बाबा के भक्तों की अथाह भीड़ का आलम यह रहता है कि तमाम जगहों से यातायात डायवर्ट करना पड़ता है। उत्तराखंड के कुमांऊ नैनीताल स्थित भवाली में कैंची धाम में बड़ी-.बड़ी हस्तियां आज भी बाबा नीम करोली का आशीर्वाद लेने उनके आश्रम पहुंचती है।
बता दे कि देवभूमि उत्तराखंड के (कुमांऊ ) नैनीताल जनपद स्थित भवाली में विश्व प्रसिद्ध यहां बाबा (नीम) नीब करौरी के भक्त पूरी दुनिया में हैं! वही बाबा नीब करोली महाराज जी के कैंची धाम आश्रम में हर साल 15 जून को बाबा के आश्रम की स्थापना दिवस पर भव्य मेले का आयोजन किया जाता हैं वही इस बार भी 15 जून गुरूवार को लगने वाले इस मेले में लाखों श्रद्धालु देश विदेश से यहां पहंुच चुके है। यहां मान्यता है कि कैंची धाम एक ऐसी जगह है जहां कोई भी मुराद लेकर जाए तो वह खाली हाथ नहीं लौटता. कैंची धाम वाले बाबा के उपदेश आज भी दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं. वही इस अवसर पर विशाल भंडारे का भी आयोजन किया जाता है।
वही इस भंडारे में प्रसाद वितरण हेतु मालपुआ बनाने के लिए यूपी के मथुरा के सोंख गांव से 45 कारीगर जुट गए है। वही इस स्थापना दिवस के अवसर पर विशाल भंडारे का भी आयोजन होगा। इस मौके पर मंदिर ट्रस्ट की ओर से भक्तों को प्रसाद देने के लिए 35 क्विंटल कागज की थैली दिल्ली से मंगवाई है। बाबा नीब करौरी महाराज के मंदिर में 15 जून को स्थापना दिवस को लेकर 12 जून 2023 सोमवार से मालपुओं का प्रसाद बनना शुरू हो गया है। (नीम) नीब करोली बाबा को मालपुए का भोग लगाया जाता है। इसके बाद यही प्रसाद बाबा के भक्तों को बांटा जाता है। इस अवसर पर 14- जून 2023 को मंदिर में अखंड रामायण का पाठ किया जाएगा और 15 जून की सुबह पूजा-अर्चना के बाद बाबा नीब करौरी महाराज को भोग लगाने के साथ श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया जाएगा।
वहीं मंदिर में बाबा के भक्तों की ओर से हनुमान चालीसा का पाठ लगातार जारी है। इस धाम में बाबा नीब करौरी को भगवान हनुमान का अवतार माना जाता है। वहीं मंदिर के प्रबंधक बिनोद जोशी ने बताया कि 14 जून 2023 को एक दिन पहले ही जनपद नैनीतल में सभी रूट बंद कर दिए है। साथ यातायाता के लिए पुलिस व प्रशासन द्वारा गाईड लाईन के अनुसार रूट डायवर्ट भी किया है। वही इस कैंची मेले के दौरान रूट डायवर्ट रहेगा। कैंची मार्ग पर वाहनों की आवाजाही के लिए समय तय कर दिया गया है। इसके लिए मंदिर कमेटी ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। भक्तों के मंदिर से जाने के लिए अलग-अलग गेट बनाए जा रहे हैं।
बाबा के भक्तों की अथाह भीड़ का आलम यह रहता है कि तमाम जगहों से यातायात डायवर्ट करना पड़ता है। पिछले कुछ सालों से यहां हर दिन भक्तों की संख्या बढ़ रही है, प्रशासन यहां पार्किंग की बड़ी व्यवस्था करने जा रहा है और अस्थायी पुलिस चौकी भी यहां बनाई जा रही है। बाबा के प्रति आस्था रखने वाले देश-विदेश के श्रद्धालु कैंची धाम पहुंचने लगे हैं। आमजन से लेकर देश-विदेश के राजनेता, खिलाड़ी, सेलेब्रिटी और जानी-मानी हस्तियां नीम करोली बाबा के भक्त हैं। कैंची धाम को लेकर ऐसी मान्यता है कि, बाबा के इस चमत्कारिक धाम में जो भी आता है वह खाली हाथ नहीं लौटता है।
बाबा के आश्रम की स्थापना दिवस पर भव्य मेले को लेकर पुलिस की ओर से कैंची और भवाली में जगह-जगह पार्किंग की व्यवस्था की गई है। इस बार मंदिर में दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है लिहाजा तैयारियां और भव्य स्वरूप में की जा रही हैं। वही इस अवसर पर भक्तों को बाबा के कैंची धाम में स्थापना दिवस 15 जून का बेसब्री से इंतजार रहता है। वही इस दौरान कैंची धाम मंदिर कमेटी के प्रबंधक विनोद जोशी का कहना है कि 15 जून 2023 के स्थापना दिवस की तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
इस साल 15 जून 2023 को नीम करोली बाबा नीब करौरी के कैंची धाम आश्रम का 59वां स्थापना दिवस मनाया जाएगा। देवभूमि उत्तराखंड नैनीताल (कुमांऊ) स्थित में स्थित भवाली कैंची धाम आश्रम की स्थापना 15 जून 1964 को हुई थी। इसको देखते हुए 15 जून को भव्य मेले का आयोजन किया जा रहा है। इसे देश-दुनिया के श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक माना जाता है।
यहां बाबा के चमत्कार अद्भुत है। कैंची धाम से कई चमत्कारिक कहानियां भी जुड़ी है। वही बाबा नीम करौली 1961 में पहली बार यहां आए और उन्होंने अपने पुराने मित्र पूर्णानंद जी के साथ मिलकर यहां आश्रम बनाने का विचार किया था। प्रसिद्ध संतों में से एक है। बाबा नीब करौरी के चमत्कार अद्भुत है। यहां देश-विदेश से हजारों भक्त यहां हनुमान जी का आशीर्वाद लेने आते हैं। नीम कोरली बाबा के कई ऐसे चमत्कार है जिन्हें सुनकर आज भी भक्त हैरान रह जाते है। बाबा के भक्तों ने इस स्थान पर हनुमान का भव्य मन्दिर बनवाया।