देहरादूनउत्तराखंडवायरल

‘अब पद नहीं, पात्रता चलती है‘ का संदेश सोशल मीडिया पर चर्चित विषय

 उत्तराखंड: 02 नवंबर 2025,रविवार को देहरादून / राजधानी स्थित उत्तराखंड में राज्य गठन के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में पूरे उत्तराखंड में रजत जयंती उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस अवसर पर सोशल मीडिया पर #DhamiKaGoodGovernance हैशटैग ज़बरदस्त ट्रेंड कर रहा है। हज़ारों लोगों, इन्फ्लुएंसर्स और युवाओं ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पारदर्शी नीतियों, भ्रष्टाचार पर सख़्त कार्रवाई और वित्तीय अनुशासन की सराहना करते हुए राज्य की उपलब्धियों को साझा किया।

भ्रष्टाचार पर शून्य सहिष्णुता की नीति और “अब पद नहीं, पात्रता चलती है” का संदेश सोशल मीडिया पर सबसे अधिक चर्चित विषय रहा। मुख्यमंत्री धामी द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ की गई निर्णायक कार्रवाइयों पर लोगों ने कहा कि “उत्तराखंड में अब पद नहीं, पात्रता चलती है” और “IAS तक पर कार्रवाई से जनता का विश्वास लौटा है।” सरकार की ‘1064 भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन’ को जनता ने “जनभागीदारी से जनसुनवाई” की मिसाल बताया। लोगों का कहना है कि अब शिकायतें फाइलों में नहीं, बल्कि एक्शन में बदलती हैं — यही असली सुशासन है।

वित्तीय ईमानदारी को लेकर भी सोशल मीडिया पर बड़ी चर्चा रही। यूज़र्स ने लिखा कि बीते चार वर्षों में बिना किसी नए ऋण के भी राज्य ने विकास की रफ्तार बनाए रखी। लोगों का कहना था कि “जब नीयत साफ़ हो, तो विकास के लिए कर्ज़ नहीं, योजना चाहिए।” इसे लोगों ने “आर्थिक ईमानदारी का मॉडल” बताते हुए कहा कि यह साफ़ नीयत और सटीक नीति का परिणाम है। खनन क्षेत्र में पारदर्शिता लाकर राजस्व ₹300 करोड़ से बढ़ाकर ₹1200 करोड़ तक पहुँचाने की खबर को लोगों ने “धामी मॉडल ऑफ़ ट्रांसपेरेंसी” बताया।

वित्तीय पारदर्शिता में उत्तराखंड की राष्ट्रीय पहचान भी चर्चा में रही। प्रदेशवासियों ने गर्व के साथ साझा किया कि उत्तराखंड आज SDG Index में देश का नंबर 1 राज्य बन गया है और वित्तीय प्रबंधन में देशभर में दूसरा स्थान हासिल किया है। Ease of Doing Business से लेकर निवेश नीतियों तक, विकास का नया अध्याय भी सोशल मीडिया पर सुर्खियों में रहा। राज्य में निवेश नीतियों, GSDP वृद्धि और प्रति व्यक्ति आय में ऐतिहासिक बढ़ोतरी पर लोगों ने धामी सरकार की सराहना की।

यह भी चर्चा में रहा कि पिछले चार वर्षों में केंद्र सरकार से जितनी परियोजनाएँ स्वीकृत हुईं, उतनी पहले कभी नहीं हुई थीं। लखवाड़, सौंग और जमरानी जैसी लंबे समय से अटकी परियोजनाओं को गति देने के लिए जनता ने सरकार को धन्यवाद दिया और कहा, “डबल इंजन सरकार ने विकास को धरातल तक पहुँचाया है।” रजत जयंती उत्सव के इस अवसर पर जनता की एक ही आवाज़ गूंज रही है — “यह है नया उत्तराखंड, यह है Dhami Ka Good Governance।” उत्तराखंड का यह रजत उत्सव केवल 25 वर्षों की यात्रा नहीं, बल्कि उस परिवर्तन की कहानी है, जहाँ भ्रष्टाचार पर सख़्ती, नीतियों में पारदर्शिता और वित्तीय अनुशासन ने एक छोटे राज्य को राष्ट्रीय उदाहरण बना दिया है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button