उत्तराखंड: 22 सितंबर. 2025, सोमवार को देहरादून । कलेक्ट्रेट सभागार में देहरादून जनपद के डीएम सविन बंसल की अध्यक्षता में जनता दर्शन, जन सुनवाई कार्यक्रम आयोजित किया गया। दूरदराज क्षेत्रों से पहुंचे 144 लोगों ने अपनी समस्या और शिकायतें देहरादून जिलाधिकारी के समक्ष रखी। जिनमें से अधिकांश शिकायतों का जिलाधिकारी ने मौके पर ही समाधान किया। जिलाधिकारी ने अवैध अतिक्रमण, कब्जा, भूमि का सीमांकन वाली शिकायतों पर संबंधित एसडीएम व तहसीलदारों को निर्धारित समायान्तर्गत कार्रवाई के निर्देश दिए।
जनसुनवाई में लोगों ने आपदा, पेयजल, शिक्षा, घरेल विवाद, एमडीडीए, नगर निगम, पुलिस, आर्थिक सहायता, मुआवजा आदि से जुड़ी शिकायतें प्रमुखता से रखी। जिलाधिकारी ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि जन समस्याओं को गंभीरता लिया जाए। विभाग से संबंधित शिकायतों का प्राथमिकता पर निस्तारण सुनिश्चित करें।
देहरादून , मेहूवाला निवासी 80 वर्षीय बुजुर्ग बीमार महिला ने अपनी ही बहू द्वारा मारपीट किए जाने और घर पर कब्जा करने की शिकायत पर डीएम ने भरण पोषण अधिनियम के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत करने के निर्देश दिए। जनता दर्शन में विधवा विशाखा ने डीएम ने फरियाद लगाई कि उनके पति की जून 2025 में मृत्यु हो गई है पति ने वर्ष 2024 में 22 लाख का होमलोन लिया था पति के जीवित रहते बैंक ऋण की किश्त भी जमा की गई थी। उन्होंने बताया कि पति की मृत्यु उपरान्त बैंक की ऋण की किस्त जमा नही हो पा रही है, इंश्योरेंश कम्पनी क्लेम नही दे रही है जिस पर जिलाधिकारी ने प्रभारी अधिकारी कलेक्ट्रेट को कार्यवाही करने के निर्देश दिए, जिला प्रशासन द्वारा जल्द ही सम्बधित फर्म पर बड़ी कार्यवाही की जा सकती है।
देहरादून स्थित डालनवाला निवासी अनुराधा देवी ने बताया कि उनके स्व0 पति ने बैंक से 8.50 लाख का ऋण लिया था, बैंक ऋण का बीमा भी किया गया था। पति की मृत्यु के बाद उसकी आजीविका का कोई साधन नही है। ऋण का बीमा होने के बाद भी बैंक लगातार उन्हें परेशान कर रहा है। जिस पर डीएम ने ओसी क्लेक्ट्रेट से आज ही रिपोर्ट तलब की है। रेश्मा बिष्ट ने पति द्वारा घर से निकालने के बाद भरण पोषण न दिए जाने पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को पीड़िता तक विधिक सहायता पहुंचाने को कहा।
पथरिया पीर निवासी विधवा नीतू ने डीएम से फरियाद जगाई कि उनके द्वारा स्वरोजगार ऋण हेतु आवेदन किया गया था किन्तु उनका आवेदन पर कार्यवाही नही हो पाई . तथा सरिता बोरा नेशविला रोड 15 हजार नकद, जलापूर्ति बन्द किय जाने की शिकायत पर जिलाधिकारी ने शिखर फाल्स क्षेत्र के करनपुर गांव में अतिवृष्टि से बह गए पुस्तों का पुनर्निमाण, विकासखंड चकराता के अंतर्गत कोण्डोई गांव में खेत एवं गूल का नुकसान, ग्राम पंचायत खैरी में आपदा से क्षतिग्रस्त घर की सुरक्षा दीवार पुस्ता निर्माण, ग्राम हल्द्वाड़ी में लोनिवि की सड़क से मलबा बह कर घर और खेतों को हुए नुकसान, ग्राम सभा छौंटाड़ में अतिवृष्टि से कृषि भूमि, गूल व पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त होने की शिकायत पर जिलाधिकारी ने एडीएम को जांच कर एसडीआरएफ मानकों के अनुसार प्रभावित लोगों को सहायता राशि वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
राजपुर के ग्राम पुरकुल में भू माफियाओं द्वारा पर्यटन विभाग की भूमि पर अवैध कब्जे और ग्राम सिगली में सार्वजनिक रास्ते एवं ग्राम सभा की भूमि पर अतिक्रमण की शिकायत पर एसडीएम सदर को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। भोगपुर और आर्य नगर में अपनी भूमि का सीमांकन कराने के लिए धनराशि जमा करने के बाद भी सीमांकन न होने की शिकायत पर डीएम ने एसडीएम को देरी का कारण सहित रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
वही डीएल रोड निवासी ममता ने गुलाबी राशन कार्ड बनाने की गुहार लगाई। जिला पंचायत सदस्य ने पानी के बढ़ते बिलों की रोकथाम, प्रतीत नगर में सड़क किनारे वृक्षों की लापिंग कराने, हरिपुरकलांम में सीवर लाइन की सफाई से जुड़ी समस्याओं पर डीएम ने संबंधित विभागों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
जन सुनवाई में फरियादियों ने पारिवारिक भूमि विवाद, रजिस्ट्री, निजी भूमि से कब्जा हटवाने आदि समस्याएं जिलाधिकारी के समक्ष रखी। जनता दरबार में अपर जिलाधिकारी (एफआर) केके मिश्रा, एसडीएम स्मृता परमार, एसडीएम अपूर्वा सिंह, परियोजना निदेशक विक्रम सिंह, डीडीओ संजय कुमार, डीईओ प्रेमलाल भारती, तहसीलदार विवेक राजौरी, डीएसओ केके अग्रवाल, डीएसडब्ल्यूओ दीपांकर घिल्डियाल सहित अन्य विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।