उत्तराखण्ड : 25 जनवरी 2025 ,देहरादून। स्वयं संस्था द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन वेदारंभ मांटेसरी स्कूल ओंकार रोड देहरादून में किया गया। इस अवसर पर संस्था की उपाध्यक्षा श्रीमती मंजू सक्सेना ने संस्था की गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए अवगत कराया कि पिछले बीस सालों से स्वयं संस्था निरंतर महत्वपूर्ण दिवसों के प्रति जन सामान्य एवं छात्र -छात्राओं को जागरूक कर रही है। उन्होंने मतदाता दिवस के अवसर पर मतदान का महत्व एवं अनिवार्यता बताते हुए कहा कि हमारे देश के युवा और मतदाता प्रजातंत्र की रीढ़ हैं तथा मजबूत लोकतंत्र में युवा मतदाताओं की सबसे महत्वपूर्ण एवं निर्णायक भूमिका होती है। अट्ठारह साल की आयु प्राप्त करते ही जागरूक नागरिक मतदाता सूची में नाम लिखवाकर मतदाता पहचान पत्र अवश्य बना लें व समाज में निर्भीक, स्वतंत्र एवं निष्पक्ष शांतिपूर्ण मतदान का संदेश भी दें। मतदान करना हमारा एक नैतिक कर्तव्य है। इस वर्ष 25 जनवरी 2025 को मनाए जाने वाले 15वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस की थीम है “वोट जैसा कुछ नहीं, वोट जरूर डालेंगे हम”।
इस थीम का उद्देश्य मतदाताओं को उनके मतदान के अधिकार और कर्तव्य के प्रति जागरूक करना है ताकि वे लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लें और अपने वोट का महत्व समझें। कार्यक्रम की संचालक श्रीमती सोनाली चौधरी ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारत में राष्ट्रीय मतदाता दिवस प्रत्येक वर्ष पच्चीस जनवरी को मनाया जाता है। विश्व में भारत जैसे सबसे बड़े लोकतंत्र में मतदान को लेकर कम होते रुझान को देखते हुए राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाने लगा । इसका उद्देश्य देश भर के सभी मतदान केंद्र वाले क्षेत्रों में प्रत्येक वर्ष उन सभी पात्र मतदाताओं की पहचान की जाएगी, जिनकी उम्र एक जनवरी को अट्ठारह वर्ष हो चुकी होगी। यह दिवस भारत के प्रत्येक नागरिक के लिए अहम् है। इस दिन भारत के प्रत्येक नागरिक को चुनाव में भागीदारी की शपथ लेनी चाहिए, क्योंकि भारत के प्रत्येक व्यक्ति का वोट ही देश के भविष्य की नींव रखता है तथा हर एक व्यक्ति का वोट राष्ट्र के निर्माण में भागीदार बनता है। भारत में जितने भी चुनाव होते हैं, उनको निष्पक्षता से संपन्न कराने की जिम्मेदारी भारत निर्वाचन आयोग की होती है।
भारत सरकार ने वर्ष 2011 से हर चुनाव में लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिए निर्वाचन आयोग के स्थापना दिवस को ही राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत की थी। तब से हर साल पच्चीस जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है। इस दिन देश में सरकारों और अनेक सामजिक संस्थाओं द्वारा लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिससे कि देश की राजनीतिक प्रक्रियाओं में लोगों की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित की जा सके। यह कार्यक्रम भी उसकी एक कड़ी है। यह दिन भारत के समस्त नागरिकों को अपने राष्ट्र के प्रति कर्तव्य की याद दिलाता है तथा लोगों को बतलाता है कि हर व्यक्ति के लिए मतदान प्रक्रिया में भागीदारी जरूरी है क्योंकि आम आदमी का एक वोट सरकारें बदल देता है। देश के प्रत्येक नागरिक को लोकतंत्र में विश्वास रखते हुए यह शपथ लेनी चाहिए कि वे देश की स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराने की लोकतांत्रिक परंपरा को बरकरार रखेंगे और प्रत्येक चुनाव में धर्म, नस्ल, जाति, समुदाय, भाषा आधार पर प्रभावित हुए बिना निर्भीक होकर मतदान करेंगे।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस का उद्देश्य लोगों की मतदान में अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने के साथ- साथ मतदाताओं को एक अच्छा साफ-सुथरी छवि का प्रतिनिधि चुनने का अवसर प्रदान करता है। इस अवसर पर छात्र छात्राओं के द्वारा मतदान के महत्व को बताने से संबंधित पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें कु० आशा के पोस्टर ‘वोट है जरूरी ‘ को सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया। इस अवसर पर श्रीमती कौशल्या देवी, श्रीमती शांति, श्रीमती कुसुम रानी नैथानी, श्रीमती स्नेह, श्रीमती वसुधा, उमेश चंद्र नैथानी, नितिन, दिनेश जोशी, श्रीमती मीना, श्रीमती इंदु, श्रीमती संध्या, छात्र छात्राएं एवं अन्य संभ्रांत जन उपस्थित थे।