उत्तराखंडदेहरादूनविविध

जागरूकता शिविर का आयोजन

उत्तराखण्ड : 20 देहरादून 2024 ,देहरादून। उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण नैनीताल के आदेश अनुसार एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देहरादून के निर्देशन में प्राविधिक कार्यकर्ता उमेश्वर सिंह रावत द्वारा आज एनसीसी कैंप पुरानी बूचरी गढी कैंट देहरादून में नालसा की योजना के अनुसार मानसिक रूप से बीमार और विकलांग व्यक्तियों के लिए विधिक सेवाओं से संबंधित जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें उपस्थित एनसीसी कैडेट्स को बताया गया कि मानसिक अशक्त व्यक्ति एवं मानसिक बीमार व्यक्ति सामान्यतः अपने मानसिक दशा की चुनौती के कारण सूचनाओ का लाभकारी ढंग से उपयोग नहीं कर पाते। अत उन्हें न्याय प्राप्त करने के लिए सशक्त बनाए जाने की आवश्यकता होती है।

समाज में सभी व्यक्ति मौलिक स्वतंत्रता का पूर्ण और समान आनंद ले सके इसकी जानकारी दी। इसके अलावा कैडेट्स को राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण से मिलने वाली निशुल्क सेवाओं के बारे में भी जानकारी दी गई। तथा कौन-कौन लोग निशुल्क विधिक सहायता प्राप्त के हकदार हैं इसके बारे में भी जानकारी दी गई। साथ ही नालसा की निशुल्क हेल्पलाइन नंबर 15100 के बारे में भी बताया गया। एंटीनाकोटिक्स विभाग से आए निरीक्षक रविंद्र यादव जी द्वारा उपस्थित कैडटस को नशा करने वाले व्यक्ति के लक्षण तथा नशे से होने वाले नुकसान के बारे में भी बताया। उन्होंने बताया कि नशा करने वाले व्यक्ति अक्सर गुमसुम स्थिति में रहते हैं तथा उन्हें एकांत में रहने में अच्छा लगता है। श्री यादव ने बताया कि यदि कहीं पर आपको नशे की सामग्री की तस्करी करता हुआ कोई मिलता है तो हमारे टोल फ्री नंबर पर आप उसकी शिकायत कर सकते हैं।

शिविर में उपस्थित साइबर सेल की उप निरीक्षक निर्मल भट्ट द्वारा उपस्थित कैडेट्स को वर्तमान में हो रहे हैं साइबर अपराध के बारे में विस्तृत जानकारी दी उन्होंने कैडिटस का आह्वान किया कि अगर आपके खाते में कहीं से पैसा आना होता है तो तो उसके लिए आपको किसी लिंक पर जाने की आवश्यकता नहीं होती नहीं कोई ओटीपी शेयर किया जाता है। अगर आपसे कोई लिंक और ओटीपी शेयर करने की बात करता है तो आप उसे अनदेखा कर दे। जब भी कोई फ्रॉड कॉल आती है तो उसकी शिकायत साइबर के टोल फ्री नंबर पर करें। इस अवसर पर एनसीसी अधिकारी मेजर शशि मेहता पूनम जोशी एवं विभिन्न कॉलेजों से आई एनसीसी प्रभारियो के साथ-साथ 200 कैडिटस उपस्थित थे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button