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शारदीय नवरात्रि से “मेले मैय्या दा” 24 शक्तिपीठों की अखंड ज्योतियो के महा दरबार!

अनमोल वेलफेयर क्लब द्वारा 24 शक्तिपीठों की अखंड ज्योतियो के मेले मैय्या दे दरबार.

 पंजाब /उत्तराखण्डः 03 अक्टूबर 2024, ब्रहस्पतिवार को  शारदीय नवरात्रि 3 अक्‍टूबर 2024 से शुरू हो रही है। नवरात्रि के पहले दिन मोगा शहर पंजाब में इस वर्ष 2024 में अनमोल वेलफेयर क्लब की ओर से 03  अक्टूबर से ‘मेले मैय्या दे’ संगम माता राना के दरबार में भव्य आयोजन किया जा रहा है।   इस दौरान मोगा  स्थित अनमोल वेलफेयर क्लब की ओर से करवाए जा रहे मेले मैय्या के समागम की तैयारियां लगभग पूर्ण हो चुकी है। वही जिसमें  24 धामों ,शक्तिपीठों से देवी मां की पावन ज्योति आ रही है। वही इस दौरान अनमोल क्लब का एक जत्था   मां वैष्णो के दरबार से पावन ज्योतित लेने हेतु मोगा के भारत माता मंदिर से मॉ की पावन ज्योति को लेकर पहुंच गये है। इस मौके पर पूरा शहर मां की भक्तिमय रहेगा। 

 इस अवसर पर   शारदीय नवरात्रि में    देवी दुर्गा के पहले स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है।  मां शैलपुत्री की आराधना से सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं अखंड ज्योति अवश्य जलाएं और ये ज्योति पूरे नौ दिनों तक जलती रहे। वही इस नवरात्रि के पावन अवसर पर मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है।  हमारे मुख्य संवाददाता के अनुसार पुरानी दाना मंडी , मोगा शहर पंजाब में इस वर्ष 2024 में  भी हर वर्ष की भांति माता रानी का भव्य पंडाल में आज पुरानी दाना मंडी से पावन ज्योतियों की विशाल शोभा यात्रा निकाली,  यहां नवरात्र के मौके पर    3 Oct.से “मेले मईया दे”  लग रहा ।  वही  24 सिद्धपीठ मंदिरों से  24 ज्योतियां मां भगवती की मोगा सिटी में 01 अक्टु0 तक पहुंच गई। 2 अक्तूबर को पावन ज्योतियों के विराजमान होने पर मां भगवती का संकीर्तन किया जाएगा।

वही  देश के अलग -अलग राज्यो से माता रानी के सिद्धपीठो मंदिरो के दरबार से पावन अंखण्ड ज्योति लेने हेतु रवाना जत्था पहुंच रहा है। वही ‘bharatbulletins.com’ न्यूज से हमारे मुख्य संवाददाता के अनुसार  इसी के साथ  वही दुसरा जत्था पहली बार उत्तराखण्ड के जनपद टिहरी चंबा , धनोल्टी विधासभा क्षेत्र में प्रसिद्ध शक्तिपीठों में माता सुरकुण्डा देवी के दरबार एवं श्रीनगर गढ़वाल के मॉ धारीदेवी प्रचीन प्रसिद्ध मंदिर से पावन ज्योति लेने जत्थेदार एडवोकेटै परवीन सचदेवा अनमोल क्लब के पदाधिकारी एवं सदस्यो के साथ अंखड ज्योति लेकर 01 अक्टु0 को मोगा स्थित  मंदिर में प्रातः पहुंच कर ज्योति सौप दी गई है।

वही मॉ सुरकण्ड देवी माता मंदिर के पुजारी पंडित रमेश प्रसाद लेखवार ने वैदिक मंत्रो उच्चारण व विधि विधान के साथ मॉ सुरकण्ड देवी की ज्योति को मोगा से ज्योति लेने पहुंचे परवीन सचदेवा व सहयोगाी को सावधानियों व नियमो के अनुसार ज्योति कलश सौपी गई। साथ ही परवीन सचदेवा ने कहा यह मां की ज्योति को यह से लेजाकर 13 अक्टु0 वापिस इसी स्थान पर सौप दी जाएगी।  साथ ही अनमोल वेलफेयर क्लब मोगा के प्रतिनिधि के रूप में  राजीव सचदेवा एवं   राष्ट्रीय पत्रकार संगठन आईसना, उत्तराखण्ड के महासचिव वरिष्ट पत्रकार सोमपाल सिंह, श्रीमति सुदेश रानी ,श्रीमति पायल सचदेवा ,रिधम सचदेवा ,अनुपमा सचदेवा ,प्रवीण सचदेवा, संजीव सचदेवा ने भी प्रतिभाग किया।

बता दे कि उत्तराखण्ड में सुरकंडा माता का मंदिर प्रकृति का सुरम्य एवं सुन्दर वातावरण इस स्थान को पर्यटकों को आकर्षित करता है। सुरकंडा देवी मंदिर 51 शक्तिपीठ में से है! उत्तराखण्ड में यह मंदिर टिहरी जिले के चंबा मसूरी.मोटर मार्ग पर कद्दूखाल से डेढ़ किमी उपर करीब तीन हजार फुट की ऊंचाई सुरकुट पर्वत पर स्थित है। करीब डेढ़ किमी की खड़ी चढ़ाई चढ़कर मंदिर पहुंचते हैं।
चंबा,कद्दूखाल से मंदिर आने.जाने के लिए उत्तराखण्ड पर्यटन विभाग द्वारा रोप वे एवं घोड़े भी उपलब्ध है!यह शोभा यात्रा शहर की पुरानी दाना मंडी से शुरू होकर रेलवे रोड, मेन बाजार, देव होटल चौक, चौक शेखा, मजीठिया चौक, डा. जतिंदर कौर जमीयत सिंह रोड, 9 न्यू टाउन, गिल पैलेस रोड, गीता भवन चौक, जवाहर नगर से होते हुए देर सांय को मेले मैय्या के समागम स्थल पुरानी दाना मंडी में विराजमान की जाएंगी। उन्होंने बताया कि 2 अक्तूबर को पावन ज्योतियों के विराजमान होने पर मां भगवती का संकीर्तन किया जाएगा।

इस अवसर पर   क्लब के अध्यक्ष  राजेश अरोड़ा ने  कहा कि  रोजाना मां भगवती की चौंकियां होगी, जिसमें भजन सम्राटों द्वारा मां भगवती का गुणगान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 11 अक्तूबर को पूरी रात मां भगवती का इस बार जागरण होगा। जिसमें मुख्यतिथि के तौर पर ब्लूमिंग बड्स स्कूल के चेयरमैन डा. संजीव कुमार सैनी, चेयरपर्सन मैडम कमल सैनी मां भगवती के दरबार में ज्योति प्रज्वलित की रस्म अदा करेंगे।

उन्होंने कहा कि रोजाना दस दिन लगातार मां भगवती के व्रत वाला लंगर अटूट वितरित किया जाएगा।साथ ही  नवरात्रि में मां भगवती  की अखंड ज्योति प्रज्वलित करना का खास महत्व है! इसके बिना पूजा की शुरुआत अधूरी मानी जाती है। ये ज्योति पूरे नौ दिनों तक जलती है।  प्रथम दिन कलश स्थापना   के बाद अखंड ज्योति 3 अक्टूबर को कलश स्थापना होगी। नवरात्रि में  पूरे 10 दिनों तक यह शुभ पर्व सेलिब्रेट किया जाएगा।. 12 अक्टूबर को दसवीं यानी दशहरा मनाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि इस दौरान मां भगवती  की पूजा अर्चना का भव्य आयोजन किया गया। जिसमें शहर के प्रशासनिक, धार्मिक, राजनीतिक संगठनों के पदाधिकारी प्रतिभाग करेगें। साथ ही मॉ का आर्शिवाद प्राप्त कर पुण्य कमाएगें।   उन्होंने कहा कि नवरात्र के उपलक्ष्य में पहुंची  सभी पावन ज्योति का फूलों की वर्षा करके स्वागत किया जाएगा। धार्मिक आस्था है,  वैदिक विधान से किया जाने वाला मां भगवती का  अद्भुत औऱ अलौकिक मेले मैय्या दे समागम होगा।

वही इस,नवरात्रि के दौरान  माता रानी पूरे नौ दिन के लिए धरती लोक पर अपने भक्तों को आशीर्वाद देने लिए आती हैं नवरात्रि के पहले दिन देवी दुर्गा के पहले स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है।  मां शैलपुत्री की आराधना से सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं।

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