उत्तराखण्ड : 28 सितम्बर 2024 ,देहरादून। एसटीएफ ने लगभग पांच करोड रूपये की साईबर धोखाधडी करने वाले गिरोह के मास्टर माइंड को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। जिसको न्यायालय में पेश किया गया जहां से उसको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
आज यहां वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ, नवनीत सिंह द्वारा जानकारी देते हुये बताया कि नैनीताल निवासी पीड़ित द्वारा माह अगस्त 2024 में मामला दर्ज कराया गया कि माह जुलाई 2024 में उनको एक अज्ञात वाट्सअप ग्रुप बारक्लेस सिल (सिक्योरिटीज इंडिया लिमिटेड) से जुडना बताया गया, चैंटिग करने के उपरांत शिकायतकर्ता को ऑनलाईन ट्रेडिंग हेतु उक्त ग्रुप में गाईडेन्स किया जाना बताया। उक्त ग्रुप में पूर्व से जुडे लोगों द्वारा उसमें अपने प्रॉफिट की धनराशि के स्क्रीनशॉट शेयर किया जाना बताया जिसमें ऑनलाईन स्टाक मार्केट शेयर खरीदे व बेचे जाना बताया गया। शिकायतकर्ता द्वारा ऑनलाईन ट्रेडिंग करने के लिये आरोपियों द्वारा व्हाटसप के माध्यम से उपलब्ध कराये गये विभिन्न बैंक खातो में लगभग 64.59 लाख रुपये की धनराशी धोखाधड़ी से जमा करायी गयी। बताया कि साईबर अपराधियों द्वारा शिकायतकर्ता को ऑनलाईन शेयर मार्केटिंग में अधिक मुनाफे का लालच दिया गया तथा इसमे निवेश करने पर वादी को शार्ट टर्म में अधिक मुनाफे का भरोसा देकर ठगी की गयी। मामले में साईबर क्राईम पुलिस द्वारा घटना में प्रयुक्त बैंक खातों/ रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बरों/ वाट्सअप की जानकारी हेतु सम्बन्धित बैंकों, सर्विस प्रदाता कम्पनी, मेटा कम्पनियों से डेटा प्राप्त किया गया। प्राप्त डेटा के विश्लेषण से जानकारी मे आया कि साईबर अपराधियो द्वारा घटना में पीड़ित से शेयर में मुनाफा व आईपीओ के नाम पर अलग—अलग बैंक खातों में धनराशि स्थानान्तरित करवायी गयी। जांच के दौरान साईबर थाना पुलिस टीम द्वारा बैंक खातो तथा मोबाइल नम्बरों का सत्यापन कार्यवाही किया गया तथा डिजिटल साक्ष्य एकत्र कर घटना के मास्टर मांइड व मुख्य आरोपी बलबीर सिंह नेगी पुत्र हरि सिंह नेगी निवासी ग्राम व पोस्ट नैल, थाना गैरसैण, जनपद चमोली, हाल निवासी रोहिला बिला, अम्बेडकरनगर, बिजवासन, थाना कापसहेडा, साऊथवेस्ट नई दिल्ली चिन्ह्ति करते हुये आरोपी की तलाश जारी की तथा आरोपी बलबीर सिंह नेगी पुत्र हरि सिंह नेगी को साऊथ वेस्ट दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। तलाशी में आरोपी से घटना में प्रयुक्त 1 मोबाइल फोन, आधार कार्ड, पैन कार्ड भी बरामद हुए है। वहीं आरोपी के वाट्सअप के माध्यम से अन्य साईबर अपराधियो से सम्पर्क में होने के साक्ष्य प्राप्त हुये है। प्रारम्भिक पूछताछ में आरोपी ने साईबर अपराध हेतु जिन बैंक खातों का प्रयोग किया गया है उसमें करोड़ों रूपयों का लेनदेन होना प्रकाश में आया है। जाँच में यह भी प्रकाश में आया है कि आरोपी के बैंक खाते के विरुद्ध देश के कई राज्यों में कुल 14 साईबर अपराधों की शिकायतें दर्ज हैं।