नई दिल्ली/उत्तराखण्ड : 22 अगस्त 2024,ब्रहस्पतिवार को प्राप्त जानकारी के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान गुरुवार, 22 अगस्त को श्रीनगर में कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित किया। नेताओं ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत की और जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए जमीनी स्तर की तैयारियों पर फीडबैक लिया, जो तीन चरणों में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को होने वाले हैं।
वही इस दौरान राहुल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और इंडिया गठबंधन में भी हमारी प्राथमिकता है कि जम्मू-कश्मीर को जल्द से जल्द राज्य का दर्जा बहाल किया जाए। हमें उम्मीद थी कि चुनाव से पहले यह काम हो जाएगा, लेकिन चुनाव घोषित हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि यह एक कदम आगे है और हम उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द से जल्द राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा और जम्मू-कश्मीर के लोगों के अधिकार, लोकतांत्रिक अधिकार उन्हें वापस मिलेंगे। आजादी के बाद यह पहली बार है कि कोई राज्य केंद्र शासित प्रदेश बना है।
इस मौके पर कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। केंद्र शासित प्रदेश राज्य बन गए हैं, लेकिन यह पहली बार है कि राज्य केंद्र शासित प्रदेश बन गया है। इसलिए, हम अपने राष्ट्रीय घोषणापत्र में भी बहुत स्पष्ट हैं कि यह हमारी प्राथमिकता है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को उनके लोकतांत्रिक अधिकार वापस मिलें। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों को मेरा संदेश है, हम आपकी हरसंभव मदद कर सकते हैं, कांग्रेस पार्टी हमेशा आपके साथ है। हम समझते हैं कि आप बहुत मुश्किल दौर से गुज़र रहे हैं, एक कठिन दौर, और हम हिंसा को खत्म करना चाहते हैं।
राज्यसभा एलओपी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में हम सबको मिलकर लड़ना चाहिए और विपक्ष को भी साथ लेकर आगे बढ़ना चाहिए। आज वो (बीजेपी) परेशान हैं और इसीलिए आपने देखा होगा कि वो 2-3 बिल पास करना चाहते थे लेकिन विपक्ष के विरोध के कारण उन्होंने वापस ले लिया या फिर उन्हें संयुक्त संसदीय समिति के पास भेज दिया। उन्होंने कहा कि जब सबने वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक का पुरजोर विरोध किया तो उसे संयुक्त संसदीय समिति के पास भेज दिया गया…हम जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देंगे।