उत्तराखंड: 14 जुलाई 2024,बागेश्वर। बागेश्वर पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा विवेकानन्द विद्या मन्दिर इण्टर कालेज में बढ़ते अपराधों से बचाव के लिये जागरुकता अभियान चलाया गया। जिसमें सर्वप्रथम प्रभारी निरीक्षक कोतवाली बागेश्वर कैलाश सिंह नेगी द्वारा उपस्थित बालक-बालिकाओ व स्कूली स्टाफ को समाज मे महिलाओं पर होने वाली घरेलू हिंसा, महिला उत्पीड़न, बाल श्रम, बाल भिक्षावृत्ति, मानव तस्करी, नशे को समाज से दूर करने व व्यापार से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में बताते हुए। आपदा सीजन के दृष्टिगत किसी भी प्रकार की आपदा घटित होने या आपदा से संबंधित सूचना मिलने पर राहत/ बचाव हेतु अपने नजदीकि थाना/चौकी से सम्पर्क करने या डायल 112 पर सूचना देने के बारे में बताया गया। इसी क्रम में प्रभारी निरीक्षक एसओजी सलाउद्दीन द्वारा उपस्थित सभी को सम्पूर्ण भारत में लागू हुए व भारत सरकार द्वारा अधिनियमित नये आपराधिक कानूनों यथा- भारतीय न्याय संहिता 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 व भारतीय साक्ष्य अधिनियम-2023 की विस्तृत रुप से जानकारी देकर जागरुक करते हुए। देवभूमि को नशामुक्त बनाने के लिए इस अभियान को सफल बानाने में पुलिस का सहयोग करने की अपील की गई तथा चरस/ स्मैक/ शराब व अन्य अवैध मादक पदार्थों की बिक्री/ तस्करी करने वाले लोगों के सम्बंध में सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की गई। तत्पश्चात वरिष्ठ उप निरीक्षक कोतवाली संजय बृजवाल द्वारा यातायात नियमों के बारे में विस्तार पुर्वक बताते हुए उपस्थित को शराब पीकर वाहन न चलाने, नाबालिक द्वारा वाहन न चलाने, खतरनाक तरीके से वाहन को न चलाने व वाहन संबंधी समस्त दस्तावेज रखने के संबंध में बताया गया। साथ ही यातायात के नियमों का उल्लंघन करने पर एमवी एक्ट के तहत की जाने वाली कार्यवाही के बारे में बताया* गया। सड़क हादसों में घायलों की मदद कर “नेक व्यक्ति” स्कीम के बारे में बताया गया। इसके साथ डॉयल- 112, महिला हेल्पलाइन नं.- 1090 आदि के बारे में जानकारी दी गई। अन्ततः आरक्षी चन्दन कोहली (साइबर क्राईम सेल जनपद बागेश्वर) द्वारा वर्तमान में प्रचलित साइबर क्रिमिनलों के द्वारा अपनाई जाने वाले नये तौर तरीके / AI- Powered face Swapping Technology (Deepfake) के द्वारा साइबर क्रिमिनलों के द्वारा अपनाई जाने वाले टेक्निक एंव उनसे बचने के उपाय आदि के संबंध में विस्तृत व्याख्यान किया गया। साथ ही सोशल मीडिया में अनजान को अपना व्यक्तिगत जानकारी ना देने, किसी अंजान लिंक व क्यूआर कोड को स्कैन न करने के बारे में बताया गया। साइबर हेल्पलाइन नम्बर- 1930 आदि के बारे में जानकारी दी गई।
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